Kejriwal की बिगड़ी तबीयत शुगर पहुंचा 300 के पार, दी गई इंसुलिन
Kejriwal: CM केजरीवाल का इंसुलिन मामले ने अब पकड़ ले ली है। जब से यह मुद्दा उठाया गया शांत होने का नाम ही नहीं ले रहा है। शराब घोटाले मामले में दिल्ली के मुख्यमंत्री आम आदमी पार्टी के कर्ताधर्ता फिलहाल तिहाड़ जेल में बंद हैं। उसके बाद भी अपने बढ़ते शुगर की वजह से खबरों में बने हुए हैं। कल 22 सोमवार अप्रैल को दिल्ली की राऊज एवेन्यू कोर्ट ने केजरीवाल द्वारा दायर की गई याचिका को खारिज कर दिया। जिसमें उन्होने डॉक्टर्स से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए परामर्श की इजाजत मांगी थी और इन्सुलिन देने कराने की भी मांग की थी। लेकिन कल ही शाम को तिहाड़ जेल में पहली बार केजरीवाल को इंसुलिन मुहिया कराई गई।
पहली बार जेल में इंसुलिन
खबरों से मिली जानकारी के अनुसार जेल में केजरीवाल का शुगर लेवल बढ़ गया था और लगातार बढ़ता ही जा रहा था। शुगर लेवल 320 तक पहुंच गया था। इसके बाद उन्हें इंसुलिन दी गई है। केजरीवाल की गिरफ्तारी के बाद उन्हें पहली बार सोमवार 22 अप्रैल की शाम को इंसुलिन दी गई।
कार्यकर्ताओं का इंसुलिन प्रदर्शन
दरअसल आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं और नेताओं नें तिहाड़ जेल में केजरीवाल को इंसुलिन नहीं दिए जाने पर जमकर प्रदर्शन किया था। पार्टी के कार्यकर्ता तिहाड़ के बाहर इंसुलिन की खुराक को लेकर जेल प्रशासन के खिलाफ सांकेतिक प्रदर्शन करने के लिए इकट्ठा हुए थे। आप नेताओं ने तिहाड़ जेल अधिकारियों से सीएम को इंसुलिन देने की मांग रखी थी।
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धीमी मौत’ की साजिश
वहीं आम आदमी पार्टी की तरफ से आरोप भी लगाए गए थे कि अरविंद केजरीवाल को तिहाड़ जेल के अंदर ‘धीमी मौत’ की साजिश रची जा रही है। पार्टी का सवाल था कि अधिकारी उन्हें इंसुलिन देने से क्यों इनकार कर रहे हैं। हालांकि जेल प्रशासन ने चुप्पी तोड़ते हुए कहा था कि ”केजरीवाल का शुगर बिल्कुल ठीक है उन्हें बिना डॉक्टर के कहे इंसुलिन कैसे दे सकते हैं पार्टी जो दावे कर रही है सब झूठ है।”
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