भारत के खिलाफ बयानबाजी कर बुरे फंसे कनाडा के प्रधानमंत्री, PM की रेस में प्रतिद्वंदी से पीछे हुए ट्रूडो

खालिस्तान (Khalistan Movement) के मुद्दे पर भारत और कनाडा के बीच शुरू हुआ विवाद बढ़ता ही जा रहा है. खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर (Hardeep Singh Nijjar) की हत्या में कनाडा के पीएम जस्टिन ट्रूडो (PM Justin Trudeau) ने भारतीय सरकार (Indian Government) का हाथ होने की संभावना जताई थी.
उनके इस बयान के बाद से दोनों देशों में रार छिड़ गयी. वही इस बीच ट्रूडो एक और बड़ी मुसीबत में फंसते हुए नजर आ रहे हैं. दरअसल, कनाडा में गोलीबारी की बढ़ती घटनाओं और विरोध प्रदर्शनों के बाद किए गए एक सर्वेक्षण ने ट्रूडो को बड़ा झटका दिया है.
PM की रेस में पिछड़े ट्रूडो
कनाडा के ग्लोबल न्यूज के लिए IBSO ने किए एक सर्वे में यह बात सामने आई है कि विपक्षी कंजर्वेटिव पार्टी के नेता पियरे पोइलिवरे को प्रधानमंत्री के रूप में ज्यादा पसंद किया जा रहा है. देश की 40 फीसदी आबादी पोइलिवरे को प्रधानमंत्री के रूप में देखना चाहते हैं. वही ट्रूडो इस रेस में पीछे नजर आ रहे हैं.
समाचार एजेंसी एएनआई द्वारा जारी ग्लोबल न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, दोनों नेताओं के बीच इस तरह का अंतर यह संकेत दे रहा है कि साल 2025 में होने वाले आगामी चुनाव में कंजर्वेटिव पार्टी को बहुमत मिलने की संभावना काफी ज्यादा है. फ़िलहाल अभी जस्टिन ट्रूडो की नेतृत्व वाली लिबरल पार्टी ऑफ कनाडा की सरकार सत्ता में हैं.
पियरे पोइलिवरे का बढ़ रहा दबदबा
रिपोर्ट के अनुसार पिछले कुछ सालों में पियरे पोइलिवरे का दबदबा काफी बढ़ा है. 40 प्रतिशत कनाडाई लोगों का कहना है कि वह पीएम बनने के लिए सबसे अच्छी पसंद हैं। दूसरी ओर, पीएम ट्रूडो को अच्छा विकल्प मानने वाले लोगों की संख्या हर साल घटते हुए अब 31 प्रतिशत पर आ पहुंची है.
खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या में भारत की संलिप्तता के जस्टिन ट्रूडो के आरोपों के बाद भारत और कनाडा के राजनितिक रिश्तों में बड़ी दरार आ गयी है. इसको लेकर कनाडाई पीएम सभी तरफ से घिर गए हैं. पोइलिवरे ने भी इस मामले पर अपना अपक्ष रखते हुए कहा कि ट्रूडो को सभी तथ्यों के साथ सामने अआना चहिये, ताकि देश के लोगों को सच पता लग पाए.
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