Google: भारतीय ऐप्स पर गूगल का बरसा कहर, Shaadi.com, Naukri.com जैसे ऐप्स को किया रिमूव
Google: गूगल ने अपने प्ले स्टोर से दस भारतीय ऐप्स को हटा दिया है। बता दें कि गूगल अपने प्लेटफार्म पर ऐप्स को जगह देने के लिए कुछ फीस चार्ज करता है। गूगल ने स्टार्टअप को बिना फीस भुगतान की सूचना दिए ही ऐप्स को रिमूव कर दिया। भारतीय स्टार्टअप्स गूगल के इस फैसले के खिलाफ हैं। वहीं गूगल का कहना है कि फीस से प्ले स्टोर पर एंड्रॉयड के इकोसिस्टम को प्रमोट करने में मदद मिलती है। Shaadi के संस्थापक अनुपम मित्तल ने भारतीय इंटरनेट के लिए आज के दिन को काला करार दिया है। उन्होंने गूगल को ‘नई डिजिटल ईस्ट इंडिया’ कंपनी बताया।
प्ले स्टोर से रिमूव ऐप्स की लिस्ट
Google की तरफ से इन ऐप्स को हटाया गया है, जिनके नाम की जानकारी सामने आई है। खबरों के मुताबिक, ये नाम हैं Kuku FM, Bharat Matrimony, Shaadi.com, Naukri.com, 99 acres, Truly Madly, Quack Quack, ALTT (Alt Balaji) और दो अन्य ऐपों के नाम भी शामिल हैं।
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स्टार्टअप नहीं देना चाहते चार्ज
खबरों से मिली जानकारी के अनुसार, यह मामला सर्विस फीस पेमेंट ना देने का है। इसी वजह से गूगल ने इन ऐप्स को रिमूव करने का फैसला लिया है। दरअसल, कई स्टार्टअप चाहते थे कि गूगल की तरफ से चार्ज ना लगाया जाए और फिर उन्होंने ये पेमेंट नहीं की।
‘नई डिजिटल ईस्ट इंडिया’
Shaadi.com के संस्थापक अनुपम मित्तल ने कहा, ”आज भारतीय इंटरनेट के लिए काला दिन है। गूगल ने अपने ऐप स्टोर से प्रमुख ऐप्स को हटा दिया है। यह और बात है कि भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग (CCI) और सुप्रीम कोर्ट में मामला चल रहा है। गूगल के झूठे नैरेटिव और दुस्साहस से पता चलता है कि उसे भारत के प्रति बहुत कम सम्मान है। कोई गलती न करें। यह ‘नई डिजिटल ईस्ट इंडिया कंपनी’ है। इस लगान को रोका जाना चाहिए!”
प्ले स्टोर से न हटाएं ऐप्स
इंटरनेट और मोबाइल कंपनियों की एसोसिएशन (IAMAI) ने गूगल से भारतीय ऐप्स को प्ले स्टोर से न हटाने की अपील की है।
पालन करने के बाद भी हटाया
इन्फो एज के संस्थापक संजीव बिखचंदानी ने कहा है कि ”ऐसा लगता है कि गूगल ने भारतीय डेवलपर्स के लिए अपनी ऐप बिलिंग पॉलिसी को लागू करने के लिए यह कदम उठाया है। गूगल की ऐप पॉलिसी के खिलाफ एक मामले में सुप्रीम कोर्ट के अंतरिम आदेश के बाद इन्फो एज के Naukri और 99acres ऐप, 9 फरवरी से गूगल की ऐप पॉलिसी का पालन कर रहे थे। इसके बावजूद भी उन्हें गूगल प्ले स्टोर से हटा दिया गया है।”
गूगल पर की टिप्पणी
Kuku FM के CEO लाल चंद बिशु ने X प्लेटफॉर्म पर पोस्ट में Google की आलोचना की और उसके फैसले को गलत बताया है।
Google is the most evil company for businesses. Our Indian startup system is completely controlled by them.
Google delisted us in 2019 for 25 days without pre-notifying us. Worst days ever. Just imagine the atmosphere where the team is working daily in the office and there is no…
— Lal Chand Bisu (@lcbisu) March 1, 2024
हम उचित कदम उठा रहे हैं
गूगल ने अपने ब्लॉग पोस्ट में लिखा कि वह लगातार काम कर रही है ताकि ऐप्स मालिक को अच्छी सर्विस मिल पाए। अपने नीतियों को लागू करने के लिए हम उचित कदम उठा रहे हैं, जैसे हम वैश्विक स्तर पर किसी पॉलिसी का उल्लंघन करने पर उठाते हैं।
कोर्ट ने दिखाई हरी झंडी
हालांकि ये मामला सुप्रीम कोर्ट भी पहुंचा चुका है। गूगल को इसमें अदालत की तरफ से हरी झंडी मिल गई और ऐप्स को कोई राहत नहीं दी गई। इसके बाद स्टार्टअप को फीस का भुगतान करने को कहा गया है, या फिर उनके ऐप्स को हटाया जाएगा।
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