भारत में किसी भी समय आ सकता है बड़ा भूकंप, भू वैज्ञानिक ने चेतावनी देते हुए कहा लगातार खिसक रही है धरती की परतें
India Earthquake Alert: भारत में भूकंप (Earthquake) का खतरा मंडरा रहा है. नेशनल जियो फिजिकल रिसर्च इंस्टीट्यूट (NGRI) के वैज्ञानिक ने यह दावा किया है कि हिमालय क्षेत्र में जल्द ही बड़ा भूकंप आ सकता है. रिसर्च इंस्टीट्यूट के मुख्य वैज्ञानिक डॉ. पूर्णचंद्र राव का कहना है कि धरती की परत कई प्लेट्स से मिलकर बनी है और इन प्लेट्स में लगातार विचलन होता रहता है.
उन्होंने कहा कि- भारतीय प्लेट्स हर साल पांच सेंटीमीटर तक खिसक गई हैं और इसकी वजह से हिमालय क्षेत्र में काफी तनाव बढ़ गया है. जिसके चलते हिमालय क्षेत्र में भारी भूकंप (Earthquake) आ सकता है.
8 मैग्नीट्यूड रह सकती है भूकंप की तीव्रता
We've a strong network of 18 seismograph stations in Uttarakhand. The region referred to as the seismic gap between Himachal & western part of Nepal incl Uttarakhand is prone to earthquakes that might occur at any time: Dr N Purnachandra Rao, Chief Scientist & Seismologist, NGRI pic.twitter.com/N2xU1jZ53U
— ANI (@ANI) February 21, 2023
बता दें कि मंगलवार (21 फरवरी) को एएनआई से बात करते हुए हैदराबाद स्थित एनजीआरआई (NGRI) के चीफ साइंटिस्ट डॉ. पूर्णचंद्र राव (Dr. Purnachandra Rao) ने कहा कि- “हमारे पास उत्तराखंड में 18 सिस्मोग्राफ स्टेशनों का एक मजबूत नेटवर्क है. इस क्षेत्र को हिमाचल और नेपाल के पश्चिमी हिस्से के बीच भूकंपीय अंतराल के रूप में संदर्भित किया जाता है, जिसमें उत्तराखंड भी शामिल है.”
डॉ. पूर्णचंद्र राव ने कहा कि- आने वाले दिनों में हिमाचल प्रदेश, नेपाल के पश्चिमी हिस्से और उत्तराखंड में भूकंप (Earthquake) आ सकता है. रिक्टर स्केल पर इस भूकंप की तीव्रता 8 रह सकती है. उन्होंने कहा कि हम भूकंपों को नहीं रोक सकते लेकिन सरकार की गाइडलाइन का पालन करके मजबूत इमारतों के निर्माण किए जाने चाहिए.
चंबा और आंध्र प्रदेश में भूकंप
बता दें कि हिमाचल प्रदेश के चंबा जिले में सोमवार की रात 10.38 पर 3.6 तीव्रता का भूकंप (Earthquake) आया था. जानकारी के अनुसार हिमाचल में दो बार भूकंप के झटके महसूस किए गए थे. भूकंप का केंद्र पृथ्वी की सतह से 10 किलोमीटर की गहराई में था. हालांकि इसमें किसी भी प्रकार जान माल के नुकसान की खबर सामने नहीं आई है.
इसके अलावा 19 फरवरी को आंध्र प्रदेश के एनटीआर जिले के नंदीगामा शहर में भी भूकंप आया था. यहां भी कोई जानमाल के नुकसान की सूचना नहीं है. लेकिन बार-बार भूकंप के झटके का आना एक बड़े खतरे की आहट हो सकती है.
अपने स्थान से खिसक रहे हैं ग्लेशियर
गौरतलब है कि बीते दिनों वाडिया इंस्टीट्यूट की रिसर्च में ही खुलासा हुआ था कि हिमालय क्षेत्र के सबसे बड़े ग्लेशियर में से एक गंगोत्री ग्लेशियर बीते 87 सालों में 1.7 किलोमीटर तक खिसक गया है. हिमालय क्षेत्र के अन्य ग्लेशियर में भी ऐसा देखने को मिल रहा है.
इसके अलावा जोशीमठ में भी करीब 800 घरों में दरारे आ गई है. जो एक बड़े खतरे की तरफ इशारा कर रही है. वहीं, अब भूकंप (Earthquake) को लेकर वैज्ञानिकों द्वारा किया गए इस खुलासे ने लोगों की परेशानियां और बढ़ा दी है.
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