कर्नाटक में कांग्रेस ने जारी किया विवादित घोषणा पत्र, इस हिन्दू संगठन पर बैन का किया वादा
Congress Manifesto For Karnataka Election 2023: कर्नाटक विधानसभा चुनाव (Karnataka Election) को लेकर सरगर्मीया तेज हो गई है भाजपा के बाद अब कॉन्ग्रेस (CONGRESS) ने भी मंगलवार को अपना घोषणा-पत्र जारी किया। कांग्रेस के घोषणापत्र (Congress Manifesto) के आते ही उसका विरोध शुरु हो चुका है और इसकी वजह घोषणापत्र में उनके वादे है।
दरअसल कांग्रेस ने अपने घोषणापत्र (Manifesto) में वादा किया है कि उसके सत्ता में आने पर बजरंग दल और पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) जैसे संगठनों पर बैन लगा दिया जाएगा। जिसके बाद बवाल शुरु हो गया।
PFI पर केंद्र सरकार पहले ही लगा चुकी है प्रतिबंध
दिलचस्प यह है कि कट्टरपंथी इस्लामी संगठन पीएफआई (PFI) पर केंद्र की मोदी सरकार पहले ही प्रतिबंध लगा चुकी है। ऐसे में बजरंग दल पर प्रतिबंध का वादा कॉन्ग्रेस (Congress Manifesto) की उस रणनीति का हिस्सा माना जा रहा है, जिसके तहत कभी ‘भगवा आतंकवाद’ गढ़ा गया था। घोषणा-पत्र जारी किए जाने के मौके पर कॉन्ग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धारमैया, डीके शिवकुमार जैसे पार्टी के दिग्गज नेता मौजूद थे।
घोषणा-पत्र में पाँच प्रमुख गारंटी का जिक्र करते हुए बजरंग दल, पीएफआई और ऐसे अन्य संगठनों पर प्रतिबंध की बात कही गई है। इसमें कहा गया है कि ये कानून और संविधान का उल्लंघन करते हैं और समुदायों के बीच दुश्मनी और नफरत को बढ़ावा देते हैं। कॉन्ग्रेस जाति और धर्म के आधार पर समुदायों के खिलाफ नफरत फैलाने वाले व्यक्तियों और संगठनों के खिलाफ कड़ी और निर्णायक कार्रवाई करने के लिए प्रतिबद्ध है।
कॉन्ग्रेस ने घोषणा पत्र (Congress Manifesto) में कहा है, “हम मानते हैं कि कानून और संविधान पवित्र हैं। बजरंग दल, पीएफआई जैसे संगठनों के जरिए बहुसंख्यक या अल्पसंख्यक समुदायों के बीच शत्रुता या घृणा को बढ़ावा देने वाले अन्य लोगों की तरफ से इसका उल्लंघन नहीं किया जा सकता है।”
बीजेपी का आरोप, कॉन्ग्रेस का घोषणा-पत्र पूरा मुस्लिम फंडामेंटलिस्ट
#WATCH | The manifesto launched by Congress today shows that it is a complete Muslim fundamentalist manifesto. Even if Jinnah was alive, he would not make such a manifesto. Congress has become a Muslim fundamentalist party. Our HM had banned PFI and now Congress is saying that… pic.twitter.com/GUmJb6RgYB
— ANI (@ANI) May 2, 2023
वहीं बीजेपी ने कॉन्ग्रेस के घोषणा-पत्र (Congress Manifesto) को कट्टरपंथी मुसलमानों का मैनिफेस्टो करार दिया है। कहा है कि कॉन्ग्रेस जिन्ना से भी नीचे गिर चुकी है। असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा, “गृह मंत्री (अमित शाह) ने PFI को बैन किया तो कॉन्ग्रेस बोल रही है कि वे बजरंग दल को बैन करेंगे, मुस्लिम आरक्षण को फिर से शुरू करेंगे। कॉन्ग्रेस ने जो घोषणा-पत्र जारी किया है, वह पूरा मुस्लिम फंडामेंटलिस्ट का घोषणा-पत्र है।”
कॉन्ग्रेस का जनाजा निकलना तय: VHP
#WATCH | It's unfortunate that Congress today compared Bajrang Dal with anti-national and banned PFI. People of the country will not accept it. Bajrang Dal accepts this challenge and will answer it through all democratic ways: Dr Surendra Jain, Vishva Hindu Parishad pic.twitter.com/HsruovDCbP
— ANI (@ANI) May 2, 2023
वहीं विश्व हिंदू परिषद के अंतरराष्ट्रीय संयुक्त महामंत्री डॉ. सुरेंद्र जैन ने कहा है, “कॉन्ग्रेस ने कर्नाटक चुनाव के लिए अपना घोषणा पत्र (Congress Manifesto) जारी करते हुए प्रखर राष्ट्र भक्त संगठन बजरंग दल की तुलना कुख्यात, देशद्रोही और प्रतिबंधित आतंकी संगठन पीएफआई से की है, यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है।
उन्होंने आगे कहा, बजरंग दल का एक-एक कार्यकर्ता देश के लिए, समाज के लिए समर्पित है और पीएफआई की गतिविधियों से पूरी दुनिया परिचित है। इसे देश की जनता इसे स्वीकार नहीं करेगी।” आपको बता दें कि 224 सदस्यीय कर्नाटक विधानसभा के लिए 10 मई को वोट पड़ेंगे। नतीजे 13 कई को घोषित होंगे।
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