जंतर-मंतर पर पहलवानों के धरने में ‘आजादी गैंग’ की घुसपैठ, लगाए गए पीएम मोदी, आरएसएस, ब्राह्मण विरोधी नारे
Wrestlers Protest : दिल्ली के जंतर-मंतर पर जारी पहलवानों के धरने में राजनीतिक घुसपैठ अब बढ़ने लगी है। अभी 2 दिन पहले ही आम आदमी पार्टी के एक नेता पहलवानों को लेटने के लिए बेड लेकर पहुँच गए जिस पर पुलिस ने इसे रोक लिया, इसको लेकर रातभर खूब बवाल हुआ। अब इस प्रदर्शन (Wrestlers Protest) का एक वीडियो वायरल हो रहा है जिससे पता चलता है कि ‘आजादी गैंग’ भी इनके बीच घुस चुका है।
पत्रकार के साथ हुई बदसलूकी
गुरुवार शाम को यहाँ पीएम मोदी, आरएसएस, ब्राह्मण विरोधी नारे सुनाई पड़े। जब एक पत्रकार ने इसको लेकर सवाल किया तो उसके साथ धक्का-मुक्की हुई। उसे बृज भूषण शरण सिंह का प्रवक्ता, गोदी मीडिया बताकर चुप कराने की कोशिश की गई। आखिर में पुलिस को हस्तक्षेप करना पड़ा और वह पत्रकार को भीड़ से बचाकर ले गई।
इन नारों को लेकर जब एक पत्रकार ने सवाल किया कि पहलवानों के धरने (Wrestlers Protest ) में इस तरह के नारों का क्या मतलब है तो वहाँ मौजूद लोगों ने उन्हें चुप कराने की कोशिश की। गोदी मीडिया कहकर उनका विरोध किया गया। उन्हें बृज भूषण शरण सिंह का प्रवक्ता बताया गया। उन पर आग लगाने का आरोप लगाया गया। इस दौरान नारेबाजी करने वाले प्रदर्शनकारी मानते हैं कि वे पहलवानों के समर्थन में जंतर-मंतर पर आए हैं।
जंतर मंतर पर लगे आजादी के नारे
खुद को दिल्ली यूनिवर्सिटी की छात्रा बताने वाली हिजाब पहनी एक लड़की के नेतृत्व में कुछ लोग आजादी के नारे लगा रहे हैं। इन नारों में मनुवाद से आजादी, आरएसएस से आजादी, ब्राह्मणवाद से आजादी, मोदी सरकार से आजादी वगैरह शामिल थे। इतना ही नहीं कथित मॉब लिंचिंग के शिकार हुए अखलाक और जुनैद के नाम भी नारेबाजी के दौरान सुनाई पड़े। इसके अलावा मजहबी और जातिवादी नारे भी खूब लगे।
आश्चर्यजनक है कि वीडियो वायरल होने और सोशल मीडिया में इस संबंध में लगातार सवालों के बावजूद इस तरह के नारों पर बजरंग पुनिया, विनेश फोगाट या साक्षी मलिक जैसे पहलवानों का, जो इस धरना (Wrestlers Protest) का चेहरा बने हुए हैं का जवाब नहीं आया है।
पिछले 13 दिनों से चल रहा है धरना
Wrestlers Protest : इससे पहले पहलवानों के धरनास्थल पर ‘मोदी तेरी कब्र खुदेगी, आज नहीं तो कल खुदेगी‘ के नारे भी सुनाई पड़ चुके हैं। भारतीय ओलंपिक संघ की अध्यक्ष पीटी उषा के साथ पहलवानों के समर्थक बदतमीजी कर चुके हैं। उल्लेखनीय है कि इन पहलवानों ने भारतीय कुश्ती संघ के प्रमुख बृजभूषण शरण सिंह (WFI Chief Brij Bhushan Sharan Singh) पर यौन शोषण का आरोप लगाते हुए धरना शुरू किया था।
इस संबंध में दिल्ली पुलिस एफआईआर भी दर्ज कर चुकी है। लेकिन धरनारत पहलवानों का कहना है कि जब तक बृजभूषण सिंह की गिरफ्तारी नहीं होती, वे नहीं उठेंगे। इस बीच 4 अप्रैल 2023 को सुप्रीम कोर्ट ने यह कहते हुए पहलवानों का केस बंद कर दिया था कि उनकी माँग एफआईआर और सुरक्षा की थी जो अब पूरी हो चुकी है। आगे किसी भी प्रकार की शिकायत या माँग के लिए सुप्रीम कोर्ट ने प्रदर्शनकारी पहलवानों को स्थानीय मजिस्ट्रेट के समक्ष जाने की सलाह भी दी है.