May 7, 2024

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UP Police Paper Leak मामले में एक और गिरफ्तारी, मास्टरमाइंड ने खुलासे में बताया

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राजीव नयन मिश्रा

राजीव नयन मिश्रा

UP Police Paper Leak: उत्तर प्रदेश की सिपाही भर्ती परीक्षा पेपर लीक मामले के तहत आरोपी ने चौंका देने वाले कई खुलासे किए हैं। इस केस के मास्टरमाइंड राजीव नयन मिश्रा को U.P STF की टीम ने मंगलवार 2 अप्रैल को गिरफ्तार किया था। पुलिस की पूछताछ में सामने आया है कि राजीव ने सिपाही भर्ती के अलावा भी कई परीक्षों में पैसों के लिए पेपर लीक जैसी घिनौनी साजिश को अंजाम दिया है। राजीव नयन मिश्रा ने सब कुछ बताया है कितने पैसों में डील हुई, कितने लाख में पेपर बेचे और कौन-कौन उसके साथ शामिल था? सब कुछ उसने विस्तार में पुलिस को बताया है। साथ ही इस मामले में पुलिस ने एक और गिरफ्तारी को अंजाम दिया है।

अमित सिंह की गिरफ्तारी से खुले कई राज

खबरों के मुताबिक राजीव सिपाही भर्ती के अलावा समीक्षा अधिकारी और सहायक समीक्षा अधिकारी की परीक्षा में भी पेपर बेचने का धंधा कर चुका है। समीक्षा अधिकारी/सहायक समीक्षा अधिकारी परीक्षा पेपर लीक कराने का मास्टरमाइंड भी राजीव नयन मिश्र ही है। राजीव ने फूछताछ में एक शक्स के नाम का खुलासा किया है। पुलिस ने जानकारी साझा करते हुए बताया कि ”राजीव ने जिस आरोपी का नाम लिया है उसका नाम अमित सिंह है। फिलहाल पुलिस ने अमित सिंह को गिरफ्तार कर लिया है”। पुलिस ने आगे बताया कि ”अमित सिंह कोचिंग संचालक है जो RO/ARO के अभ्यर्थियों को इकट्ठा करने का काम करता था”।

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राजीव को कैंडिडेट उपलब्ध कराता था

आरोपी अमित सिंह ने एसटीएफ को पूछताछ में बताया है कि ”वह गोेंडा का रहने वाला है। वह लखनऊ में कॉमर्स की कोचिंग चलाता था। उसी दौरान बलिया के दीपक दुबे के जरिए मामले के मास्टरमाइंड राजीव नयन मिश्रा के संपर्क में आया”। अमित ने राजीव नयन को टीजीटी परीक्षा 2020/21 का पेपर पढ़ाने के लिए 20 लाख रुपये दिए थे। उसके बाद से कई भर्ती परीक्षाओं में राजीव को कैंडिडेट उपलब्ध करा चुका है”। इससे पहले पेपर लीक में अरेस्ट हुए यूपी पुलिस के बर्खास्त सिपाही अरूण कुमार सिंह व सौरभ शुक्ला ने पूछताछ में अमित सिंह का नाम लिया था।

25 लाख रुपये में बेचे पेपर

बता दें कि पुलिस द्वारा दी गई जानकारी में यह भी सामने आया है कि राजीव नयन ने RO/ARO का पेपर 25 लाख रुपये में डॉक्टर शरद सिंह को बेचा था। RO/ARO के साथ पुलिस भर्ती परीक्षा के भी कैंडिडेट उपलब्ध करने के लिए राजीव ने अमित सिंह से कहा था। प्लानिंग यह थी कि RO/ARO के सभी अभ्यर्थियों को लखनऊ और प्रयागराज में पेपर का उत्तर पढ़ाया जाएगा। उक्त परीक्षा के पेपर के बदले डॉक्टर शरद सिंह से 15 लाख रूपये प्रति अभ्यर्थी देना तय हुआ था। शेष पैसा काम होने के बाद देना था।

हॉस्पिटल में छात्रों को पेपर पढ़वाया

उसके बाद सभी अभ्यर्थियों को राजीव नयन मिश्र के नैनी प्रयागराज स्थित आरोग्यम हॉस्पिटल में ले जाकर पेपर पढवाया गया था। आरोग्यम हॉस्पिटल का मालिक राजीव नयन ही है। बाकी लड़कों को डॉक्टर शरद सिंह ने अपनी कार व अन्य गाडियों से लखनऊ के प्लासियो मॉल के पास बैठाकर लगभग 02 घंटे तक पेपर पढ़ाया था व उनको परीक्षा केंद्र तक भी पहुंचाया था।

05 लाख रूपये ट्रांसफर किए

यूपी पुलिस भर्ती परीक्षा में अमित सिंह ने करीब 40 अभ्यर्थियों की व्यवस्था की थी, जिनको राजीव नयन का खास सहयोगी पुष्कर पांडेय बस से रीवा लेकर गया। 16 फरवरी को दिन में रीवा के शिव शक्ति रिसॉर्ट में सभी अभ्यर्थियों को पेपर पढवाया गया था। उसी दिन राजीव नयन के पैसा मांगने पर अमित सिंह ने अपने चचेरे भाई से 05 लाख रूपये उसके खाते में ट्रांसफर किये थे।

मेरठ से जेल जा चुका है

यह पैसा आरओ/एआरओ भर्ती परीक्षा के पेपर के एवज में दिया गया था, बाकी पैसा बाद में देने की बात हुई थी। रीवा रिसॉर्ट में राजीव नयन मिश्र, कामेंश्वर मौर्या, पुष्कर पाण्डेय व अन्य कई लोग मौजूद थे। पकड़ा गया आरोपी अमित सिंह सीटेट परीक्षा पेपर आउट कराने के संबंध में जनवरी 2023 में थाना कंकरखेड़ा मेरठ से जेल भी जा चुका है।

 

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