बिहार में जहरीली शराब से 74 मौत होने के बाद नींद से जागा प्रशासन, SIT ने 271 कारोबारियों को किया गिरफ्तार
Bihar Spurious Liquor Case: बिहार के छपरा में हुए जहरीली शराबकांड (Bihar Spurious Liquor Case) के 6 दिनों बाद भी मौतों का आंकड़ा बढ़ता ही जा रहा है. जहरीली शराब से होने वाली मौतो की संख्या 74 पहुंच गई है. वहीं, अभी भी कई लोगों का इलाज जारी है. बता दें कि शराब पीने की वजह से सबसे ज्यादा मौते बिहार के छपरा,सिवान और बेगुसराय जिले में हुई है.
शराब माफिया अनिल सिंह गिरफ्तार
#Biharhoochtragedy: 271 liquor traders were arrested under Operation Clean, according to the police.@NitishIndiatvhttps://t.co/zDvWIuJjJ3
— India TV (@indiatvnews) December 17, 2022
जहरीली शराब से हुए इस भीषण नरसंहार (Bihar Spurious Liquor Case) के बाद नींद से जगी प्रशासन ने कार्रवाई तेज कर दी है. मामले में जांच के लिए गठित की गई एसआईटी की टीम ने ताबड़तोड़ कार्रवाई करते हुए कुल 271 शराब कारोबारियों को गिरफ्तार किया है.
शराब कांड में एसआईटी ने शराब माफिया अनिल सिंह को भी गिरफ्तार किया है. इसके अलावा टीम द्वारा अब तक 6,335 लीटर शराब और 21 वाहनों को जब्त किया गया है. मामले में टीम द्वारा अभी भी जोरों-शोरों जांच अभियान चलाया जा रहा है.
जांच करने घटनास्थल पर जाएगी एनएचआरसी की टीम
बता दें कि बिहार में शराबबंदी लागू होने के बाद छह साल बाद राज्य में अब तक की इस तरह की सबसे बड़ी घटना है. एनएचआरसी ने एक बयान में कहा कि बिहार में जहरीली शराब से और लोगों की मौत होने से संबंधित खबरों के बीच आयोग ने “अपने एक सदस्य की अध्यक्षता में एक टीम जांच के लिए घटनास्थल पर भेजने का फैसला किया है.”
वहीं, दूसरी ओर छपरा में हुए शराबकांड (Bihar Spurious Liquor Case) के बाद बिहार की राजनीति भी गरमा गई है. जहरीली शराब पीने की वजह से हुई बड़े पैमाने पर मौत को विपक्ष सिधे तौर पर सरकार को जिम्मेदार मान रही है. जिसको लेकर विधानसभा में रोज हंगामा हो रहा है.
शराब को लेकर सीएम नीतीश सख्त
विपक्ष के नेता शराबकांड (Bihar Spurious Liquor Case) को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) का इस्तीफा मांगने पर अड़े हुए है. वहीं, इसके अलावा वह मृतकों के परिजनों को सरकार से मुआवजे का ऐलान करने की मांग कर रहे हैं.
वहीं, नीतीश कुमार भी शराब के मुद्दे पर किसी भी प्रकार का कोई समझौता करने को नहीं तैयार है. वह पहले ही कह चुके हैं कि शराब पीने से मौत होने पर वह किसी भी प्रकार का कोई मुआवजा नहीं देंगे.
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