देश भर में हो रहे विरोध के बाद कांग्रेस ने बदले अपने सुर, बजरंग दल को बैन करने को लेकर पार्टी के नेता ने कही ये बात….
कर्नाटक विधानसभा चुनाव (Karnataka Assembly election 2023) के लिए कॉन्ग्रेस ने मंगलवार 2 मई को अपना घोषणा-पत्र जारी किया था। इसमें बजरंग दल (Bajrang Dal) पर प्रतिबंध का वादा करते हुए उसने कहा था कि अगर हम सत्ता में आते हैं तो बजरंग दल और PFI जैसे दलों पर प्रतिबंध लगा देंगे। कांग्रेस ने बजरंग दल की तुलना पीएफआई से की थी। इसके बाद से न केवल कर्नाटक, बल्कि देशभर में काॅन्ग्रेस का विरोध हो रहा है।
खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक सभा मे कांग्रेस पर हमला करते हुए कहा था कि पहले इन्होंने (CONGRESS) राम जी को ताले में बंद किया अब इन्हें हनुमान जी से परेशानी है। इतना ही नहीं काॅन्ग्रेस ने चुनाव (Karnataka Assembly election 2023) के अपने घोषणा पत्र में अल्पसंख्यकों के लिए बजट में 10 हजार करोड़ रुपए की व्यवस्था करने की बात भी कही है।
सफाई देने पर उतरी कांग्रेस
पर अब 2 दिनों के बाद ही ‘मुस्लिम तुष्टिकरण’ का कार्ड भारी पड़ते देख काॅन्ग्रेस डैमेज कंट्रोल की कोशिशों में लग गई है। पार्टी के वरिष्ठ नेता व पूर्व मुख्यमंत्री वीरप्पा मोइली (Veerappa Moily) का कहना है कि बजरंग दल (Bajrang Dal) पर प्रतिबंध लगाने का काॅन्ग्रेस का कोई इरादा नहीं है।
उन्होंने कहा है कि न तो पार्टी के पास ऐसा कोई प्रस्ताव है और न ही राज्य सरकार प्रतिबंध लगा सकती है। जहाँ एक तरफ कर्नाटक विधानसभा (Karnataka Assembly election 2023) के लिए जारी घोषणा-पत्र में काॅन्ग्रेस ने बजरंग दल की पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) से तुलना करते हुए सत्ता में आने पर प्रतिबंध का वादा किया है। वहीं मोइली ने उडुपी में मीडिया से बात करते हुए इससे इनकार कर दिया।