रक्षा मंत्री Rajnath Singh ने पाकिस्तान को दी खुली चुनौती, कहा- गिलगित और बाल्टिस्तान तक पहुंचेगी भारत की विकास यात्रा
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (Rajnath Singh) आज गुरुवार 27 अक्टूबर को जम्मू कश्मीर के बडगाम पहुंचे थे. यहां उन्होंने ‘शौर्य दिवस’ के मौके पर आयोजित कार्यक्रम में शिरकत की. इस दौरान राजनाथ सिंह ने वहां आयोजित जनसभा को भी संबोधित किया. संबोधन के दौरान रक्षामंत्री Rajnath Singh ने सख्त लहजे में पाकिस्तान को खुली चेतावनी दी. सिंह ने कहा कि पाकिस्तान उसके कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) के लोगों पर अत्याचार कर रहा है. इसके लिए पाकिस्तान को बुरा अंजाम भुगतना पड़ सकता है.
गिलगित और बाल्टिस्तान तक पहुंचना लक्ष्य- राजनाथ सिंह
Attended the ‘Shaurya Diwas’ celebrations in Srinagar to commemorate 75th year of air landed operations of Indian Army in Kashmir. ⁰
J&K has entered a new era of peace & prosperity following abrogation of Article 370.https://t.co/RIdpPr1i4V pic.twitter.com/c0pM3VcXcG— Rajnath Singh (मोदी का परिवार) (@rajnathsingh) October 27, 2022
बता दें कि भारतीय वायु सेना ने आज ही के दिन 1947 में श्रीनगर पहुंचने की घटना की याद में ‘शौर्य दिवस’ का आयोजन किया गया है. वहीं, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (Rajnath Singh) ने अपने संबोधन के दौरान पीओके (पाक अधीकृत कश्मीर) को एक बार फिर हासिल करने का संकेत दिया. राजनाथ सिंह ने पाकिस्तान को चैलेंज देते हुए कहा कि-केंद्र शासित प्रदेश जम्मू कश्मीर और लद्दाख में सर्वांगीण विकास का लक्ष्य पीओके के हिस्से ‘गिलगित और बाल्टिस्तान तक पहुंचने के बाद’ ही हासिल किया जाएगा.
पाकिस्तान को उठाना होगा भारी नुकसान
राजनाथ सिंह (Rajnath Singh) ने आगे कहा कि-जम्मू कश्मीर और लद्दाख में हमने अभी विकास की अपनी यात्रा शुरुआत की है. जब हम गिलगित और बाल्टिस्तान तक पहुंच जाएंगे तो हमारा लक्ष्य पूरा हो जाएगा. वहीं, पीओके में लोगों के साथ हो रहे दुर्व्यवहार पर उन्होंने कहा कि- इसके लिए पाकिस्तान को भारी नुकसान झेलना पड़ सकता है. इसके अलावा रक्षामंत्री ने कहा कि आतंकवाद का कोई धर्म नहीं होता. उनका उद्देश्य एकमात्र भारत को निशाना बनाना होता है.
धारा 370 के खत्म होने पर अमन चैन और शांति- राजनाथ सिंह
वहीं, अनुच्छेद 370 का जिक्र करते हुए राजनाथ सिंह (Rajnath Singh) ने कहा कि- अनुच्छेद 370 के हटने के बाद से जम्मू-कश्मीर में विकास की नई बयार बह रही है. इससे पहले यहां पर जबरदस्त हिंसा के कारण न जाने कितनी अनगिनत जिंदगियां शिकार हुईं. जिसके कारण एक ही देश में दो विधान को काम करना पड़ा. उन्होंने वहां की राज्य सरकारों पर भी करारा प्रहार करते हुए कहा कि- पहले की राज्य सरकारों ने केंद्र सरकार की लाभकारी योजनाओं को जम्मू कश्मीर में नहीं लागू होने दिया. उन्होंने कहा कि- पहले यहां धर्म के नाम पर लोगों का खून बहाया जाता था. वहीं, अब 370 के खत्म होने के बाद यहां के लोगों में अमन चैन और शांति है.
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