April 27, 2024

#World Cup 2023     #G20 Summit    #INDvsPAK    #Asia Cup 2023     #Politics

PM Modi Ayodhya: पीएम मोदी ने देश को किया संबोधित, विपक्ष पर साधा निशाना, भगवान राम की बताई खासियत

0
pm-modi-ram-temple

pm-modi-ram-temple

PM Modi Ayodhya: अवधपुरी सजकर तैयार है। रामलला भव्य मंदिर में विराजमान हो चुके हैं और प्राण प्रतिष्ठा का अनुष्ठान संपन्न हो चुका है। रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद भव्य आरती भी हो चुकी है। इसके बाद एक समारोह भी आयोजित किया गया है जिसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संबोधित किया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अयोध्या में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए ”सियावर रामचंद्र की जय” के साथ अपने संबोधन की शुरुआत की और पीएम मोदी ने ”सबको राम राम कहा और कहा कि अब हमारे रामलला टेंट में नहीं रहेंगे।”

एक नए कालचक्र का उद्गम है

पीएम मोदी ने कहा ”सदियों की प्रतीक्षा के बाद हमारे रामलला आ गए। 22 जनवरी 2024 का ये सूरज एक अद्भुत आभा लेकर आया है। कैलेंडर में लिखी यह एक तारीख नहीं, एक नए कालचक्र का उद्गम है। राम मंदिर के भूमिपूजन के साथ ही मंदिर निर्माण को लेकर उत्साह बढ़ता ही जा रही था। आज के हजार साल बाद भी लोग आज की इस तारीख की चर्चा करेंगे। हमारा कितना बड़ा सौभाग्य है कि हम इस पल को जी रहे हैं। यह पल सामान्य पल नहीं है। यह कालचक्र पर लिखी अमिट लकीर है।”

पीएम मोदी ने हनुमान और हनुमानगढ़ी के साथ ही माता जानकी, लक्ष्मण, भरत, शत्रुघ्न और पवित्र अयोध्या पुरी, सरयु नदी को भी प्रणाम किया। इसके साथ ही पीएम ने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि कुछ लोग कहते थे कि ”राम मंदिर के निर्माण से आग भड़क जाएगी, लेकिन उन्हें फिर से सोचना चाहिए है क्योंकि राम भगवान अग्नि नहीं, ऊर्जा है।”

ऐसा हुई प्राण प्रतिष्ठा सम्पन्न

रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के अनुष्ठान में पीएम मोदी के साथ ही संघ प्रमुख मोहन भागवत, यूपी की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल भी गर्भगृह में मौजूद रहीं। प्राण प्रतिष्ठा के बाद पीएम मोदी ने रामलला की पूरे विधि-विधान से पूजा-अर्चना भी की। अलग-अलग जगह से पहुंचे छह गृहस्थ दंपति भी इस अनुष्ठान में शामिल हुए। पीएम मोदी समेत वह सभी लोग पिछले 11 दिन से जमीन पर सो रहे थे और तपस्वी की तरह जीवनयापन कर रहे थे, जिन्होंने रामलला की प्राण प्रतिष्ठा का संकल्प लिया था।

पीएम मोदी प्राण प्रतिष्ठा के बाद जब गर्भगृह से बाहर आए, श्रीराम जन्मभूमि के मुख्य पुजारी महंत सत्येंद्र दास और मौके पर मौजूद अन्य साधु-संतों के पैर छूकर उनका आशीर्वाद लिया। रामलला की प्राण प्रतिष्ठा से जुड़े कार्यक्रम में पहुंचे पीएम मोदी ने दोनों हाथ जोड़कर मंदिर परिसर के बाहर मौजूद लोगों का अभिवादन किया।

यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने पीएम मोदी को राम मंदिर का चांदी से निर्मित मॉडल भेंट कर उनका सम्मान किया। पीएम मोदी ने परमहंस गोविंददेव गिरी के हाथ से भगवान राम का चरणामृत ग्रहण कर अपना 11 दिन का उपवास पूर्ण किया। श्रीराम जन्मभूमि ट्रस्ट के अध्यक्ष महंत नृत्यगोपाल दास, सीएम योगी आदित्यनाथ ने भी कार्यक्रम को संबोधित किया।

राम मंदिर आपसी सद्भाव का प्रतीक

पीएम मोदी ने विपक्षी दलों का नाम लिए बिना ही कहा, ”वो भी एक वक्त था जब कुछ लोग कहते थे कि राम मंदिर बना तो आग लग जाएगी। ऐसे लोग भारत के सामाजिक भाव की पवित्रता को नहीं जान पाए। रामलला के इस मंदिर का निर्माण भारतीय समाज के शांति, धैर्य, आपसी सद्भाव और समन्वय का भी प्रतीक है। हम देख रहे हैं कि ये निर्माण किसी आग को नहीं, बल्कि ऊर्जा को जन्म देने वाला है।” बता दें कि, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी सहित विपक्ष के कई शीर्ष नेता इस समारोह में शामिल नहीं हुए हैं।

पीएम मोदी आगे बोले ‘‘आज हमें सदियों के उस धैर्य की धरोहर मिली है। हमें श्रीराम का मंदिर मिला है। पूरा देश आज दीवाली मना रहा है। आज शाम घर-घर रामज्योति प्रज्ज्वलित करने की तैयारी है। आज मैं प्रभु श्री राम से क्षमा याचना भी करता हूं, हमारे पुरुषार्थ में कुछ तो कमी रह गई होगी, हमारी तपस्या में कुछ कमी रही होगी कि हम इतने सदियों तक मंदिर निर्माण नहीं कर पाए आज वह कमी पूरी हुई।”

न्यायपालिका ने न्याय की लाज रख ली

Also Read: मंदिर में विराजे रामलला, पीएम मोदी ने की पूजा अर्चना, घण्टे-शंख की धुन में रमी अयोध्या

पीएम मोदी ने गोस्वामी तुलसीदास की एक चौपाई का जिक्र करते हुए कहा कि ”तब 14 वर्ष का वनवास था तब भी अयोध्या वासियों ने इतना वियोग सहा और आज इतनी सदियों तक वियोग सहना पड़ा। उन्होंने संविधान की पहली प्रति में प्रभु श्रीराम के विराजमान होने का जिक्र किया और न्यायपालिका का आभार व्यक्त किया।” पीएम ने कहा कि ”न्यायपालिका ने न्याय की लाज रख ली और न्याय के पर्याय प्रभु श्रीराम का मंदिर भी न्यायपूर्ण तरीके से ही बना है।”

धुषकोटि के आरंभ बिंदु पर था

पीएम मोदी ने गांव-गांव में संकीर्तन का जिक्र किया और एक दिन पहले ही अपनी रामेश्वरम यात्रा का जिक्र करते हुए कहा कि ”धुषकोटि के आरंभ बिंदु पर था। वहां वंदना किया। मैंने प्रार्थना की, जिस तरह से उस समय कालचक्र बदला था। उसी तरह फिर कालचक्र बदलेगा और शुभ दिशा में बढ़ेगा। पीएम ने नासिक से लेकर केरल और रामेश्वरम तक के मंदिरों की यात्रा और 11 दिन के अपने अनुष्ठान का उल्लेख करते हुए कहा कि इस मौके ने मुझे सागर से सरयू तक की यात्रा का पवित्र अवसर दिया है।”

सर्वोच्च आदर्शों की प्राण प्रतिष्ठा है

पीएम मोदी ने कहा कि ”राम कण-कण में हैं। राम पर्व से लेकर परंपरा में समाए हुए हैं। हर युग में लोगों ने राम को जिया है।” उन्होंने कहा कि ”हर युग में लोगों ने राम को अपने-अपने भाव में अभिव्यक्त किया है। भारत के हर कोने के लोग रामरस का पान करते रहे हैं। राम के आदर्श, राम के मूल्य, राम की शिक्षाएं, हर जगह समान ही है।

मुझे अलग-अलग भाषाओं में लिखी रामकथा का श्रवण करने का अवसर मिला यह मेरे लिए सौभ्गय की बात है। राम के इस काम में कितने ही लोगों ने त्याग और तपस्या की पराकाष्ठा करके दिखाई है। उन अनगिनत लोगों, ऋषियों के हम सभी करजदार हैं। यह क्षण उत्सव का तो है ही, यह बोध का भी है। यह क्षण बस विजय का ही नहीं, विनय का भी है। ये साक्षात मानवीय मूल्यों और सर्वोच्च आदर्शों की भी प्राण प्रतिष्ठा है।”

Ram jiRam ji

मां शबरी को देखकर, अप्रतिम विश्वास जाग उठी

पीएम मोदी ने कहा कि ”अब राम मंदिर तो बन गया, अब आगे क्या। जो दैवीय आत्माएं हमें आशीर्वाद देने के लिए उपस्थित हैं, उन्हें क्या हम ऐसे ही विदा करेंगे? नहीं. कदापि नहीं।” उन्होंने कहा कि ”कालचक्र बदल रहा है। यही समय है, सही समय है। मंदिर निर्माण से आगे बढ़कर हम सभी देशवासी अगले हजार साल के लिए समर्थ-सक्षम-भव्य-दिव्य भारत के निर्माण की सौगंध लें। आज के युग की मांग है कि हमें अपने अंतःकरण को विस्तार देना होगा। हनुमानजी की भक्ति, हनुमानजी की सेवा, हनुमानजी का समर्पण ऐसे गुण हैं जिन्हें बाहर नहीं खोजना पड़ता है। हर भारतीय में भक्ति, सेवा और समर्पण ही भव्य-दिव्य भारत के निर्माण का आधार बनेंगे।”

उन्होंने शबरी का जिक्र करते हुए कहा कि ”हमारी आदिवासी मां शबरी को देखते ही अप्रतिम विश्वास जाग उठता है। शबरी कब से कहती थी- राम आएंगे। यही विश्वास दिव्य भारत के निर्माण का आधार बनेगा। देव से देश और राम से राष्ट्र की चेतना का विस्तार। आज देश में निराशा के लिए रत्तीभर भी स्थान नहीं है।”

Sabari_Ram

हमें अब बैठना नहीं है, चूकना नहीं है

पीएम मोदी ने रावण का जिक्र करते हुए कहा कि ”लंकापति महाज्ञानी थे। पराक्रम के धनी थे। जटायु को देखिए, उन्हें पता था कि वह लंकापति को परास्त नहीं कर पाएंगे। फिर भी वह भिड़ गए। यही भारत के निर्माण का आधार बनेगा पीएम ने राम के प्रति समर्पण को राष्ट्र के प्रति समर्पण से जोड़ देने का संकल्प दिलाया और कहा कि प्रभु को जो भोग चढ़ेगा वह भारत के परिश्रम की पराकाष्ठा का प्रसाद भी होगा आज भारत युवा शक्ति से भरा हुआ है। ऐसी परिस्थितियां न जाने कितने समय बाद बनेंगी। हमें अब बैठना नहीं है, चूकना नहीं है।”

सियावर रामचंद्र की जय

पीएम मोदी ने सूर्ययान आदित्य से लेकर लड़ाकू विमान तेजस का भी जिक्र किया और कहा कि ”भारत समृद्धि के लक्ष्य तक पहुंचेगा। आने वाले समय सफलता का है, सिद्धि का है। ये भव्य राम मंदिर भव्य भारत के अभ्युदय का साक्षी बनेगा। यह मंदिर सिखाता है कि लक्ष्य पवित्र हो,सामूहिक शक्ति से जन्मा हो तब उसे हासिल करना असंभव नहीं है। हम सदियों की प्रतीक्षा के बाद यहां पहुंचे हैं। हम अब रुकेंगे नहीं। हम विकास की ऊंचाई पर पहुंचकर ही रहेंगे।” पीएम मोदी ने सियावर रामचंद्र की जय के उद्घोष के साथ ही अपना संबोधन पूरा किया। इसके बाद पीएम मोदी कुबेर टीला की ओर रवाना हो गए।

श्रमिकों पर पुष्प वर्षा की

यहां उन्होंने प्राचीन शिव मंदिर में पूजा अर्चना की। जटायू की मूर्ति का अनावरण किया। फिर वे उन श्रमिकों के बीच पहुंचे, जिन्होंने राम मंदिर निर्माण में काम किया। पीएम मोदी ने मजदूरों पर पुष्प वर्षा की। ये मजदूर अलग-अलग कंपनियों के हैं। इन्होंने दिन रात मेहनत कर तय समय पर राम मंदिर  का निर्माण किया।

कुबेर टीला का उल्लेख अयोध्या के महाकाव्यों में है। यह टीला मिट्टी और पत्थरों से बना है और करीब 100 फीट ऊंचा है। यहां कामेश्वर महादेव का पुराना मंदिर है। श्रीराम ज्नमभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने राम मंदिर के साथ कुबेर टीला का भी जीर्णोद्धार कराया है। ऐसी मान्यता है कि यहां कुबेर देवता आए थे। टीले पर भगवान शंकर की पूजा के लिए शिवलिंग की स्थापना की थी। यहां मां पार्वती, भगवान गणेश और कार्तिकेय की भी मूर्तियां हैं।

Also Read: IRCTC Ayodhya: बजट के साथ करें श्री राम जन्मभूमि और 3 ज्योतिर्लिंग के दर्शन, IRCTC दे रहा है बंपर छूंट

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *