Oxygen on Mars : नासा ने मंगल पर 122 ग्राम ऑक्सीजन बनाकर रचा इतिहास, एक छोटे कुत्ते को 10 घंटो तक रखा जा सकता है ज़िंदा

Oxygen on Mars : इंसान धरती छोड़ दूसरे ग्रह पर बसने की तमाम कोशिशों में लगा हुआ है. इसके लिए वो मंगल ग्रह पर ऑक्सीजन से लेकर दूसरे जरूरी चीजों की खोज कर रहा है. इस रेस में अमेरिकी स्पेस एजेंसी सबसे आगे है. चंद्रमा पर इंसान भेज चुकी इस स्पेस एंजेसी की अगली तैयारी मंगल ग्रह पर मानव को भेजने की है.
वहीं दुनिया के सबसे अमीर आदमी एलन मस्क (Elon Musk) की कंपनी स्पेसएक्स मंगल ग्रह पर इंसानी बस्ती बनाने की तैयारी में जुटी हुई है. सबसे हैरानी की बात तो यह है कि इंसान वहीं जीवित रह सकता है, जहां पानी और ऑक्सीजन हो. जबकी मंगल ग्रह पर ये दोनों नहीं है. फिर वहां इंसानी बस्ती कैसे तैयार होगी. क्या उसके लिए मंगल ग्रह पर ऑक्सीजन तैयार किया जाएगा? खबर आ रही है कि नासा (Nasa) इसकी तैयारी में लग गया है.
मंगल पर नासा ने तैयार किया ऑक्सिजन
अमेरिकी स्पेस एजेंसी NASA ने एक रिपोर्ट जारी की है, जिसमें मंगल ग्रह पर ऑक्सीजन तैयार करने की जानकारी दी गई है. नासा की वेबसाइट पर लिखे ब्लॉग में बताया गया है कि नासा द्वारा भेजे गए परसिवरेंस रोवर के जरिए ऑक्सीजन पैदा करने का सफल एक्सपेरिमेंट किया गया है. रिपोर्ट की माने तो मंगल ग्रह पर ऑक्सीजन तैयार कर लिया गया है. अगर ये बात आगे चलकर बड़े लेवल पर सफल हो जाती है तो इसका मतलब ये होगा कि इंसान मंगल ग्रह पर जीवन बसा सकता है।
इस तकनीक से हुआ काम
अमेरिका के MIT के वैज्ञानिको ने माइक्रोवेव-ओवन साइज के एक डिवाइस को तैयार किया. इसे MOXIE के तौर पर जाना जाता है. नासा की रिपोर्ट के मुताबिक, MOXIE को रोवर के साथ लाल ग्रह पर भेजा गया था. उसी की मदद से वहां मौजूद CO2 से ऑक्सीजन तैयार किया गया है.
स्पेस एजेंसी ने जानकारी दी कि कैसे उसने मंगल ग्रह के वातावरण में मौजूद कार्बन डाइ-ऑक्साइड (Carbon Dioxide) को ऑक्सीजन में बदल दिया था. उन्होंने बताया कि ये हमारे भविष्य में होने वाले मंगल मिशन को और भी ज्यादा आसान बना देगा. बता दें कि अभी तक सिर्फ 122 ग्राम ऑक्सीजन तैयार किया गया है. लेकिन एजेंसी को इस बात की उम्मीद है कि ये बेहतर भविष्य का संकेत है.
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