Gourav Vallabh ने कांग्रेस से दिया इस्तीफा, भाजपा कर रही कटाक्ष, राम मंदिर पर घमासान
Gourav Vallabh: कांग्रेस पार्टी के एक और नेता ने लोकसभा चुनाव से पहले पार्टी का दामन छोड़ दिया है। कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता गौरव वल्लभ ने मल्लिकार्जुन खरगे को अपना इस्तीफा भेजा है। वल्लभ के इस्तीफे पर बीजेपी को तंज कसने का मौका मिल गया है। गौरव वल्लभ का कांग्रेस छोड़ने का कारण है राम मंदिर से जुड़ा है। गौरव ने पार्टी से नाता सिर्फ इसलिए तोड़ा है क्योंकि उन्हें लगता है कांग्रेस सनातन विरोधी है।
सनातन विरोधी नारे नहीं लगाऊंगा
गौरव वल्लभ ने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे को भेजे इस्तीफे की फोटो सोशल मीडिया एक्स पर शेयर की है। उस पोस्ट में वल्लभ ने लिखा है कि ”मैं न तो सनातन विरोधी नारे लगा सकता हूं और ना ही सुबह शाम वेल्थ क्रिएटर को गाली दे सकता हूं। इसलिए पार्टी के सभी पदों और प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा देता हूं”।
असहज महसूस होता है
गौरव वल्लभ ने आगे लिखा है कि, “भावुक हूं, मन व्यथित है, काफी कुछ कहना चाहता हूं, लिखना चाहता हूं, बताना चाहता हूं, लेकिन मेरे संस्कार ऐसा कुछ भी कहने से मना करते हैं जिससे दूसरों को कष्ट पहुंचे। कांग्रेस पार्टी ने राष्ट्रीय प्रवक्ता बनाया। कई मुद्दों पर पार्टी का पक्ष दमदार तरीके से रखा, लेकिन पिछले कुछ दिनों से पार्टी के रुख से असहज महसूस कर रहा हूं।”
पार्टी के स्टैंड से मैं क्षुब्ध हूं
गौरव वल्लभ ने राम मंदिर को लेकर कहा कि, “अयोध्या में प्रभु श्री राम की प्राण प्रतिष्ठा में कांग्रेस पार्टी के स्टैंड से मैं क्षुब्ध हूं। मैं जन्म से हिंदू और कर्म से शिक्षक हूं। पार्टी के इस रुख ने मुझे हमेशा असहज किया, परेशान किया। पार्टी और गठबंधन से जुड़े कई लोग सनातन के विरोध में बोलते हैं और पार्टी का उस पर चुप रहना उसे मौन स्वीकृति देने जैसा है’’।
खामियाजा भुगताना पड़ सकता है
भाजपा पार्टी के नेता सुधांशु त्रिवेदी ने कांग्रेस पर हमला बोलते हुए कहा है कि ‘’वल्लभ ने सनातन के अपमान का जिक्र करते हुए इस्तीफा दिया है। ऐसे ही रहा तो कांग्रेस को आगे भी खामियाजा उठाना पड़ेगा’’।
समझ आया जीरो क्या है?
बीजेपी के प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने पार्टी की ओर से प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए कहा, ”गौरव वल्लभ ने इससे पहले 2014 के चुनाव के बाद बनी एंटनी कमेटी को लेकर कहा था कि ‘’कांग्रेस मुस्लिम तुष्टिकरण की राजनीति करती है। इसका खामियाजा कांग्रेस को उठाना पड़ता है’’। उन्होंने आगे कहा कि ‘’गौरव वल्लभ लगातार जीरो की बात करते थे। अब उनको समझ में आया है कि जीरो क्या है? राहुल गांधी के साथ रहने वाले को समझ में आ गया है कि जीरो कौन है”?
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