Ghaziabad Mass Marriage: एक साथ शादी के बंधन में बंधेंगे 3000 जोड़ें, गृहस्थ जीवन के लिए वर और वधुओं को आशीर्वाद देंगे सीएम योगी आदित्यनाथ
Ghaziabad Mass Marriage: गाजियाबाद में आज गुरुवार 24 नवंबर को तीन हजार जोड़े एक साथ शादी के बंधन में बंधेंगे. राज्य सरकार के श्रम विभाग की ओर से नगर के कमला नेहरू पार्क में इस सामूहिक विवाह (Ghaziabad Mass Marriage) का आयोजन किया गया है.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि उपस्थित रहेंगे. इस दौरान सीएम योगी सामूहिक विवाह में वर-वधू को उनके नए गृहस्थ जीवन में प्रवेश करने के लिए आशीर्वाद देंगे.
35 हजार से ज्यादा लोगों के खाने-पीने की व्यवस्था
बता दें कि इस शादी समारोह में हापुड़ बुलंदशहर और गाजियाबाद के 3000 जोड़े शामिल होंगे, जिनका पारंपरिक हिंदू रीति-रिवाज से विवाह कराया जाएगा. सामूहिक विवाह (Ghaziabad Mass Marriage) को लेकर उत्तर प्रदेश सरकार की तरफ से भव्य तैयारी की गई है. जिसके लिए कमला नेहरू पार्क में एक बड़े पंडाल का निर्माण किया गया है.
पंडाल में प्रत्येक जोड़ों के रीति रिवाज से बैठकर शादी के लिए व्यवस्था की गई है. आयोजन में 35000 से ज्यादा लोगों के खाने की भी व्यवस्था की गई है. इसके अलावा गौतमबुद्ध नगर जिला प्रशासन की ओर इस शादी समारोह को लेकर सुरक्षा का पुख्ता इंतजाम किया गया है.
वर वधु के खाते में भेजे जाएंगे 75000 रुपये
राज्य सरकार ने गाजियाबाद में हो रहे इस सामूहिक विवाह (Ghaziabad Mass Marriage) में कोई कमी नहीं रहे इस बात का पूरा ध्यान रखा गया है. जिसके लिए सरकार ने सभी नए जोड़ो को पोशाक खरीदने के लिए उनके खाते में 10 हजार रुपये दिया है.
इसके अलावा अन्य खर्च के लिए उन्हें 65000 रुपये भी उनके खाते में ट्रांसफर किया गया है. सामूहिक विवाह का आयोजन में शामिल होने वाले वर-वधुओं के सगे-संबंधियों के रहने और उनके खाने-पीने की पूरी व्यवस्था की गई है.
समारोह में बने 4 पंडालों में होगा विवाह
गाजियाबाद के उप श्रम आयुक्त रवि श्रीवास्तव ने बताया कि- सामूहिक विवाह समारोह में शादी के बंधन में बंधने वाले सभी जोड़ों का एक साल पहले ही पंजीकृत का काम पूरा कर लिया जाता है. इसके साथ ही समारोह में प्रत्येक वर और वधू की तरफ 5-5 लोगों को आमंत्रित करने की अनुमति होती है.
उन्होंने बताया कि समारोह में गाजियाबाद हापुड़, बुलंदशहर का एक-एक पंडाल होगा. चौथा पंडाल मुस्लिम जोड़ों के लिए होगा जहां निकाह की रस्म के लिए विशेष व्यवस्था की गई है. पंडालों में जहां एक तरफ वैदिक मंत्रों का उच्चारण होगा तो वहीं दूसरी तरफ कुबूल है कुबूल है भी सुनाई देगा.