May 4, 2024

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China and Maldives : भारत विरोधी मुइज्‍जू की जीत पर चीन के अखबार में छपी यह बड़ी बात, भारत को दे डाली…..”अपने ”गिरेबान में भी झांके”

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Muizzu and PM Modi

Muizzu and PM Modi

China and Maldives: भारत मालदीव के रिश्ते कुछ अच्छे नहीं चल रहे हैं कुछ महीने पहले ही प्रधानमंत्री मोदी ने लोगों को लक्षदीप जाने की सलाह दी थी। इसके साथ ही पीएम ने यह बताने की कोशिश की थी की भारत बहुत खूबसूरत हैं, यहां ढेरों घूमने-फिरने की जगह हैं। भारतवासियों ने भी मालदीव द्वारा देेश को लेकर की गई टिप्पणी पर अपनी नराजगी जताई थी। आम लोगों से लेकर बॉलीवुड सितारों तक ने भी भारत का स्पोर्ट करते हुए लक्षदीप जाने की सलाह दी थी। अब मालदीप को लेकर एक खबर सामने आई है कि चीन मालदीव की तारीफों के पुल बांधता दिखाई दे रहा है। भारत की नाराजगी का फायदा उठाने में लगा है।

अपने गिरेबान में भी झांककर देखें

चीन समर्थक माने जाने वाले मुइज्जू ने कहा है कि ”वह अपने देश में भारत का प्रभाव कम करना चाहते हैं।  चीन के सरकारी अखबार ग्लोबल टाइम्स में लिखा है कि संसदीय चुनाव में मुइज्जू के पार्टी की प्रचंड जीत से चीन-मालदीव के रिश्तों में और स्थिरता आएगी।” भारत को लेकर लिखा है कि ”भारत की कई मीडिया रिपोर्ट्स में कहा जा रहा है कि मालदीव भारत से दूर होता जा रहा है।”  वहीं ‘एक्सपर्ट्स का कहना है कि ”भारत को मालदीव के साथ खराब रिश्तों को लेकर अपने गिरेबान में भी झांककर देखने की जरूरत है।”

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संबंधों को खराब नहीं करेंगे

अखबार में यह भी लिखआ है कि ”भारत और मालदीव दोनों देशों के रिश्तों में नराजगी की वजह भारत की लंबे समय से चली आ रही यह सोच है कि मालदीव उसका प्रभाव क्षेत्र और कूटनीतिक रूप से पीछे चलने वाला देश है। भारत मालदीव के साथ हमेशा से संरक्षणवादी रवैया को दर्शाता रहा है। भारत के साथ मालदीव की भौगोलिक नजदीकी, संस्कृति, मानवीय संबंधों, ऐतिहासिक संबंधों, व्यापार, को देखते हुए मालदीव सक्रिय रूप से भारत के साथ अपने संबंधों को खराब करने की कोशिश जरा भी नहीं करेगा।” 

Dubai

सहयोग बढ़ाने के लिए इच्‍छुक

मालदीव के संसदीय चुनाव में मुइज्‍जू पार्टी ‘पीपुल्स मजलिस’ ने प्रचंड बहुमत हासिल किया है। मुइज्‍जू की पार्टी को 93 में से 70 सीटों पर जीत मिली है। चीन के व‍िदेश मंत्री ने मुइज्‍जू की जीत पर सबसे पहले बधाई देते हुए अपनी खुशी जाहिर की है। चीन ने बधाई देते हुए कहा है कि ”वह मालदीव के लोगों की पसंद का सम्मान करता है जिन्होनें मुइज्‍जू को चुना है।” चीन ने आगे कहा कि ”वह मालदीव के साथ अपनी परंपरागत दोस्‍ती को बनाए रखने के लिए उनके साथ काम और व‍िभिन्‍न क्षेत्रों में सहयोग को बढ़ाने के लिए इच्‍छुक है।” इसके साथ ही ”रणनीतिक भागीदारी को और मजबूत करना चाहता है।” बता दें कि मुइज्जू को चीन समर्थक माना जाता है। वह मालदीव में भारत के बीच संबंध को और खराब करना चाहता हैं।

कंवल सिब्बल ने भारत को दी नसीहत

भारत के पूर्व विदेश सचिव कंवल सिब्‍बल का इस मामले में एक बयान सामने आया है, उन्होंने कहा है कि ”मालदीव के संसदीय चुनावों में मुइज्‍जू की बंपर जीत ने भारत के उनके उकसावे के प्रति नरम लहजे को बुरी तरह से पलट दिया है। इससे यह पता चलता है कि मालदीव में भारत विरोधी, चीन समर्थक भावना को वहां की जनता का व्‍यापक समर्थन प्राप्त है।” सिब्‍बल ने आगे कहा कि ”भारत को अपने देखने के नजरीए में बदलाव की जरुरत है।”

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