बृजभूषण शरण सिंह नार्कों टेस्ट के लिए तैयार, पर रखी शर्त इन दोनों पहलवानों को भी कराना पड़ेगा टेस्ट
Wrestlers Protest: पिछले कई दिनों से दिल्ली के जंतर मंतर पर WFI के पूर्व अध्यक्ष और भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह (Brij Bhushan Singh) की गिरफ्तारी की मांग को लेकर बैठे पहलावों ने 28 मई को नई संंसद भवन के बाहर महिला पंचायत कराने का ऐलान किया है। इस बीच बृजभूषण सिंह ने कहा है कि वो नार्कों टेस्ट कराने के लिए तैयार हैं। हालांकि उन्होंने शर्त रखी है कि वो ये नार्कों टेस्ट तभी करवाएंगे जब पहलवान विनेश फोगाट और बजरंग पूनिया भी इस टेस्ट को कराएंगे।
दरअसल रविवार देर रात बृजभूषण सिंह (Brij Bhushan Singh) ने कहा कि वह इस पूरे मामले में सच सामने लाने के लिए अपना नार्कोे टेस्ट कराने के लिए तैयार हैं लेकिन उन्होंने शर्ते रखते हुए कहा कि मुझ पर आरोप लगा रहे पहलवान विनेश फोगाट और बजरंग पूनिया को भी ये टेस्ट करवाना पड़ेगा।
मैं टेस्ट के तैयार, विनेश और बजरंग का भी हो टेस्ट
बृजभूषण सिंह (Brij Bhushan Singh) ने अपने फेसबुक पोस्ट में लिखा, “मैं अपना नार्को टेस्ट, पॉलिग्राफी टेस्ट या लाइ डिटेक्टर करवाने के लिए तैयार हूँ लेकिन मेरी शर्त है मेरे साथ विनेश फोगाट (Vinesh Phogat) और बजरंग पुनिया (Bajrang Puniya) का भी ये टेस्ट होने चाहिए।
बृजभूषण सिंह (Brij Bhushan Singh) ने आगे कहा, अगर दोनों पहलवान अपना टेस्ट करवाने के लिए तैयार हैं तो प्रेस बुलाकर घोषणा करें और मै उनको वचन देता हूँ कि मै भी इसके लिए तैयार हूँ। मै आज भी अपनी बात पर कायम हूँ और हमेशा कायम रहने का देशवासियों को वादा करता हूँ। रघुकुल रीती सदा चली आई। प्राण जाए पर वचन न जाई। जय श्रीराम।”
28 मई को नए संसद भवन पर होगी महिलाओं की महापंचायत
गौरतलब है कि बीते 23 अप्रैल से बृजभूषण सिंह (Brij Bhushan Singh) के खिलाफ यौन उत्पीड़न का आरोप लगाते हुए दिल्ली के जंतर मंतर पर चल रहे पहलवानों के प्रदर्शन में बजरंग पूनिया और विनेश फोगाट मुख्य चेहरे हैं। इसके बाद इन्हें कई राजनैतिक दलों का समर्थन प्राप्त हुआ। वहीं सुप्रीम कोर्ट के निर्देश के बाद दिल्ली पुलिस ने WFI के पूर्व चीफ के खिलाफ मुकदमे भी दर्ज किए। लेकिन पहलवान इससे संतुष्ट नहीं हुए।
बाद में खबर आई कि कुश्ती महासंघ की सभी गतिविधियों को तत्काल प्रभाव से रद्द कर दिया गया है। अधिकारियों को काम करने से रोक दिया गया है।कल इसी को लेकर खाप पंचायत भी हुई जिसमें ये ऐलान किया गया कि 28 मई को महिलाओं की महापंचायत होगी और उसमें फैसला लेंगे कि आगे क्या करना है। जो भी फैसला होगा उसपर अमल करेंगे।
नई पॉलिसी से है पहलवानों को परेशानी
इससे पहले बृजभूषण सिंह (Brij Bhushan Singh) ने 2 मई को इस प्रदर्शन पर अपनी प्रतिक्रिया दी थी। उन्होंने कहा था कि ये सब नई पॉलिसी लाने के बाद हो रहा है। वरना इससे पहले ये पहलवान उनके घर आते थे, अपने घर के शादी फंक्शन में बुलाते थे, घुल-मिलकर रहते थे। तब किसी ने कोई शिकायत नहीं की थीं। पर जब से पॉलिसी आई उसके बाद से ये विरोध होने लगे।
कई देश के खिलाड़ी भारत जैसा देश चाहते हैं
उन्होंने पहलवानों के प्रदर्शन में मोदी तेजी कब्र खुदेगी जैसे नारों का भी जवाब दिया। वह बोले, “जिस मोदी जी की आज ये निंदा कर रहे हैं, जिस योगी जी की आज ये निंदा कर रहे हैं, दुनिया का कोई देश खिलाड़ियों को इतनी सहूलियत या पैसा नहीं देता, जितना हमारा देश देता है। कई देश तरसते हैं कि काश, हमें भारत से मौका मिलता।”
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