UP: अतीक-अशरफ की बहन ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका की दायर, उन्हें मारने में यूपी सरकार का हाथ
UP: माफिया अतीक अहमद (Atiq Ahmed) और अशरफ (Ashraf) की हत्या के मामले में उसकी बहन ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की है. उनकी बहन आयशा नूरी (Aayesha Nuri) ने आरोप लगाया है कि उनके भाईयों की हत्या में यूपी सरकार का हाथ था. आयशा ने एक सेवानिवृत्त न्यायाधीश या एक स्वतंत्र एजेंसी की अध्यक्षता में जांच आयोग बनाने की मांग की है और इसके साथ ही अतीक (Atiq Ahmed) के बेटे ‘असद’ (Asad) के एनकाउंटर को भी संदिग्ध बताया है.
आयशा ने यूपी सरकार पर लगाए हैं ये गंभीर आरोप
अतीक (Atiq Ahmed) की बहन आयशा ने यूपी सरकार (UP Government) पर आरोप लगाते हुए दायर याचिका में कहा है कि यूपी सरकार ने प्रतिशोध के तहत उसके परिवार के सदस्यों को मारने, अपमानित करने, गिरफ्तार करने और परेशान करने के लिए पुलिस अफसरों को पूरी छूट दी हुई है. आयशा ने याचिका में अपने दोनों भाई के कत्ल को कस्टडी में और एक्स्ट्रा जूडिशियल किलिंग करार दिया है.
UP | Aisha Noori, sister of gangster-politician Atiq Ahmed and Ashraf Ahmed, who were shot dead while being in police custody in Uttar Pradesh on April 15, has moved SC seeking a comprehensive probe headed by a retired judge or by an independent agency into alleged 'extrajudicial… pic.twitter.com/VACrc5ntjr
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) June 27, 2023
साथ ही आयशा ने कहा है कि उनके भाइयों और भतीजे को मारने के लिए उच्चस्तरीय सरकारी एजेंटों के जरिए घटना की योजना बनाई गई और इसके लिए पुलिस अफसरों को उत्तर प्रदेश सरकार का पूर्ण समर्थन मिला. इसके बाद आयशा ने कथित तौर पर एक सेवानिवृत्त न्यायाधीश या एक स्वतंत्र एजेंसी की अध्यक्षता में व्यापक जांच की मांग करते हुए सुप्रीम कोर्ट का रुख किया है. आयशा नूरी ने अपने भतीजे और अतीक अहमद के बेटे की मुठभेड़ में हत्या की भी जांच की मांग की.
ये था पूरा मामला
दरअसल, 24 फरवरी को प्रयागराज (Prayagraj) में उमेश पाल की हत्या (Umesh Pal assasination) के बाद से अतीक और उसका गैंग यूपी पुलिस (UP Police) और एसटीएफ (STF) के निशाने पर आ गये थे. उसके बाद अतीक से कई बार पूछताछ हुई और इसी के तहत साबरमती जेल से अतीक (Atiq Ahmed) और बरेली जेल से अशरफ को प्रयागराज लाया गया. लेकिन, 15 अप्रैल को पुलिस देर रात दोनों माफिया बंधुओं का मेडिकल चेकअप कराने के लिए कॉल्विन अस्पताल लायी थी.
अस्पताल के बाहर ही मीडियाकर्मी बन कर आए तीन हमलावरों ने दोनों भाइयों को गोली मार दी, जिससे दोनों की मौका-ए-वारदात पर ही मौत हो गई थी. हत्याकांड के तीनों आरोपियों को पुलिस ने घटना स्थल से ही पकड़ लिया और तीनों शूटरों की पहचान लवलेश तिवारी, अरुण मौर्य और सनी सिंह के रूप में हुई थी. फिलहाल, तीनों कातिल जेल में बंद हैं.
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