जावेद अख्तर ने माधुरी दीक्षित के इस गाने पर किया कॉमेंट, 30 साल बाद क्यों आई याद?
Javed Akhtar: 1983 में सुभाष घई के निर्देशन में बनी एक फिल्म आई थी ‘खलनायाक’ इस फिल्म ने पर्दे पर दमदार धमाल मचाया और यह उस समय की ब्लॉकबस्टर साबित हुई थी। लेकिन फिल्म से ज्यादा फिल्म के गानें सुर्खियों में रहे। इस फिल्म का एक गाना है, ‘चोली के पीछे क्या है’ इस गाने को आइकॉनिक एक्ट्रेस माधुरी दीक्षित और नीना गुप्ता पर फिल्माया गया था। गाने को आवाज दी ती अल्का याग्निक और इला अरुण ने। लेकिन जितनी गाने की तारीफ हुई उससे कई गुना गाने के बोल को लेकर हंगामा हुआ।
‘चोली के पीछे क्या है…’ ये उस दौर का गाना था, जब बॉलीवुड में संगीत को काफी महत्व दिया जाता था। 30 साल पहले ये गाना देश का सबसे विवादास्पद गाना बना, जिसको लेकर मुंबई की गलियों से शुरू हुआ विवाद देश की संसद तक पहुंचा। लोगों ने गाने को फिल्म से हटाने की मांग रखी। लेकिन गाने का समर्थन करने वालें की संख्या विरोध करने वालों से कई ज्यादा थी। इसलिए आज 30 साल बाद भी यह गाना लोगों की जुबां पर छाया रहता है। यह गाना आज एक बार फिर सुर्खियों में है। इस गाने को लेकर हाल ही में जावेद अख्तर ने भी अपनी राय रखी है।
जावेद अख्तर बोले इस से हमें डर लगता है
Also Read: भारतीय सुरक्षा को लेकर सरकार का बड़ा फैसला, अनोखी राइफल का हुआ उद्घाटन!
जावेद अख्तर ने इस गाने को लेकर आज पूरे 30 साल बाद अपनी राय ‘अजंता-एलोरा इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल’ (AIFF) में रखते हुए कहा कि ‘समस्या निर्माताओं की नहीं बल्कि उपभोक्ताओं की है उन्होंने दर्शकों से कॉटेंट को समझदारी से कंज्यूम करने का आग्रह किया।’
जावेद अख्तर ने आगे कहा कि ‘लोग मुझसे कहने लगे, ‘सर, आजकल किस तरह के गाने बन रहे हैं?’ तब अख्तर जी ने इस का जवाब देते हुए कहा कि ‘गाने 6-7 लोग बनाते हैं। ‘चोली के पीछे क्या है’ के लिए एक व्यक्ति ने इसे लिखा, दो लोगों ने इसे बनाया, दो लड़कियों ने इस पर डांस किया और एक कैमरामैन ने इसे शूट किया।‘ फिर ये भी कहा कि ‘ये 8-10 लोग थोड़ी समस्या हैं। समस्या ये है कि ये गाना समाज में सुपरहिट हो गया था। ये करोड़ लोगों को अच्छा लगा। इससे हमें डर लगता है।’
संसद तक हुआ था हंगामा
इस गाने को लेकर उस दौर में इतना हंगामा हुआ कि मामला संसद में पहुंच गया और इतना ही नहीं दिल्ली के एक वकील ने पीटिशन फाइल की थी कि खलनायक फिल्म का एक गाना ‘चोली के पीछे क्या है…’ ये बैन किया जाए और वकील ने फिल्म को रिलीज करने के लिए 4 शर्तें रखीं।
‘खलनायाक’ फिल्म से ‘चोली के पीछे क्या है…’ गाने को हटा दिया जाए
2- मार्केट में जितनी कैसेस्ट्स बेची हैं, उन्हें वापस लिया जाए
3- फिल्म को तब तक रिलीज ना करें जब तक इस गाने को फिल्म से नहीं हटाया जाता
4- मंत्रालय से अपील की गई की इस गाने को ब्रॉडकास्ट करने से रोका जाए
देशभर से मंत्रालय पहुंची चिट्ठीयां
फिल्म रिलीज के लिए तैयार थी और दूसरी तरफ इस गाने पर खूब हंगामा हो रहा था। गाने को सुनने के बाद कई लोगों ने सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय को चिट्ठी लिखी थी कि इस अश्लील गाने के कारण उनके मोहल्लों में लड़कियों का बाहर निकलना दुभर को गया है, क्योंकि इस गानें से उन्हें लड़के सड़क पर छेड़ते हैं। लोगों का कहना था कि इस तरह के गानें समाज को बिगाड़ रहें हैं।
जब गाने के समर्थन में एक हुए डिस्ट्रीब्यूटर्स
हालांकि, देशभर में हो रहे विरोध के बीच इस गाने के समर्थन में डिस्ट्रीब्यूटर्स आए। वह लोग एक हुए और उन्होंने सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय को चिट्ठी लिखी। जिसमें लिखा था कि हमने इस गाने को देखा है और इस गाने में ऐसा कुछ नहीं है, जिसके लिए इतना विरोध किया जा रहा है। परिवार के साथ बैठ कर इस गाने को देखा जा सकता है। इसके बाद सुभाष घई सेंसर तक पहुंचे। यहां पहुंचे ती बोर्ड की कैची 7 बार चली, जिसमें से सिर्फ 3 इसी गाने पर चले थे। इस फिल्म को फिर UA सर्टिफिकेट मिला और फिल्म रिलीज हो गई।
इस गाने के कारण 1 हफ्ते में बिके थे 1 करोड़ कैसेट्स
इस गाने ने रिलीज होते ही खूब धूम मचा दी थी। इस गाने की वजह से 1 हफ्ते में 1 करोड़ कैसेट्स बिकी थीं। सुभाष घई ने बताया था कि ‘इस गाने को लेकर माधुरी ने काफी मेहनत की थी। गाने की शूटिंग के पहले दिन ही माधुरी को बुखार आ गया था और उनके बिना गाने की शूटिंग ही नहीं सकती हो सकती थी।’ फिर बताया नीना गुप्ता के बारे में नीना गुप्ता सेट पर पहुंची तो डायरेक्टर ने उनसे कहा- ‘नीना जी आपको डांस आता है, इसके जवाब में एक्ट्रेस ने कहा- ‘अरे यार मत मरवाओ, आज पहली दिन है और डांस मुझे कहां आता है।‘ हालांकि, फिर सरोज खान ने अपना जुगाड़ लगाया और इस गाने को शूट किया, जिसको लोगों ने काफी पसंद किया।’
Also Read: AI की कामयाब CEO कैसे बनी अपने ही बेटे की जान की कातिल, क्यों की बेटे की हत्या?