दिल्ली पुलिस ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बताई Kanjhawala case की सच्चाई, कहा- हादसे में 5 नहीं बल्कि 7 लोग थे शामिल
Kanjhawala Case: कंझावला कांड (Kanjhawala Case) को लेकर आज गुरुवार को दिल्ली पुलिस ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की. प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान पुलिस ने हादसे से जुड़ी अहम जानकारी को साझा किया. स्पेशल सीपी सागर प्रीत हुड्डा ने कहा कि- कंझावला केस (Kanjhawala Case) में अभी तक के जांच में अंजलि के मर्डर के लिए कोई मोटिव सामने नहीं आया है. ऐसे में यहां पर हत्या का केस नहीं बन रहा है उन्होंने कहा कि हादसे में 5 नहीं बल्कि 7 आरोपी हैं. उनकी गिरफ्तारी का प्रयास किया जा रहा है.
18 टीमें कर रही हैं जांच-सागर प्रीत हुड्डा
#DelhiPolice holds press conference on Kanjhawala case.#Kanjhawalaincident pic.twitter.com/E8fmxBSAjA
— All India Radio News (@airnewsalerts) January 5, 2023
दिल्ली पुलिस में स्पेशल सीपी (लॉ एंड ऑर्डर) सागर प्रीत हुड्डा ने बताया की कंझावला हादसे (Kanjhawala Case) को सुलझाने के लिए पुलिस की कुल 18 टीमें जांच कर रही है. उन्होंने बताया कि- गिरफ्तार आरोपियों में पहले दीपक ने कार चलाने की बात कही थी. लेकिन कार को अमित चला रहा था. इसकी गंभीरता से जांच की जा रही है. इसके साथ ही इस हादसे में आशुतोष और अंकुश खन्ना नाम के दो और आरोपी भी हैं जिनके खिलाफ जल्द ही चार्जशीट दायर की जाएगी.
आरोपियों का होगा लाई डिटेक्टर टेस्ट
दिल्ली के कंझावला केस (Kanjhawala Case) को लेकर दिल्ली पुलिस जांच में कोई भी कसर नहीं छोड़ना चाहती है. रिपोर्ट्स के अनुसार दिल्ली पुलिस मामले में गिरफ्तार सभी पांच आरोपियों का लाई डिटेक्टर टेस्ट करा सकती है. जांच के तह तक जाने के लिए जल्द ही पुलिस की एक टीम कोर्ट से अनुमति लेने के लिए आवेदन करेगी.
बता दें कि नए साल पर हुए कंझावला केस (Kanjhawala Case) पर गृहमंत्रालय भी अपनी नजर बनाया हुआ है. वहीं, मामले की निष्पक्षता से जांच हो इसके लिए स्पेशली सीपी शालिनी सिंह के नेतृत्व में एक टीम का भी गठन किया है.
निधि ने अंजलि पर ही लगाए आरोप
गौरतलब है कि दिल्ली में नए साल की देर रात दिल्ली के कंझावला इलाके में हुए सड़क हादसे (Kanjhawala Case) में अंजलि की मौत हो गई थी. उस रात कार और स्कूटी की हुई आमने-सामने की टक्कर में स्कूटी चला रही अंजलि कार के नीचे फंस गई. वहीं, कार चला युवकों ने कार रोकने की बजाय आगे बढ़ गए. अंजलि कार में फंसकर करीब 13 किलोमीटर तक घिसटती रही.
जिसमें उसकी दर्दनाक मौत हो गई. हादसे के समय अंजलि की एक दोस्त भी उसके साथ थी. जो घटना के बाद घर चली गई और किसी को कुछ भी नहीं बताया. जांच में घटना की सच्चाई सामने आने पर वह मीडिया के सामने आई और अपनी दोस्त अंजलि पर ही तरह- तरह के आरोप लगाए.
बेटी के साथ हुआ हादसा- मृतक का परिवार
वहीं, पुलिस ने पहले हादसा का मामला बताते हुए कंझावला केस (Kanjhawala Case) को रफा- दफा करने की कोशिश की. लेकिन मामला को बढ़ते देख पुलिस ने घटना की जांच की और कार सवार युवकों को गिरफ्तार किया. जिसके बाद यह पता चला कि सभी कार सवार शराब के नशे में थे.
हादसे में गिरफ्तार आरोपिया का कहना है कि- कार में लाउड म्यूजिक चल रहा था इसलिए उन्हें घटना की जानकारी नहीं हुई. फिलहाल पुलिस सभी आरोपियों के साथ गहनता से पूछताछ कर रही है. वहीं, मृतका के परिवार वालों का कहना है कि उनकी बेटी का एक्सीडेंट नहीं हुआ है ब्लकि उसकी हत्या की गई है.
दिल्ली पुलिस की हाई लेवल मीटिंग
कंझावला केस (Kanjhawala Case) को लेकर दिल्ली पुलिस ने कल बुधवार को एक हाई लेवल मीटिंग की थी. यह मीटिंग बुधवार की देर रात तक चली थी. मीटिंग में स्पेशल सीपी सागर प्रीत हुड्डा, डीसीपी आउटर हरेंद्र सिंह, एसीपी और आउटर दिल्ली की स्पेशल स्टाफ की टीम और कई पुलिसकर्मी शामिल हुए थे.
बैठक में घटना से जुड़े हर एंगल पर चर्चा करने के साथ ही जांच को किस दिशा में आगे बढ़ाया जाए इस पर काम किया गया. बता दें कि हादसे को लेकर गृहमंत्रालय को रिपोर्ट सौंपने को लेकर भी ये बैठक अहम माना जा रहा है.
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