Shiv Sena Verdict: चुनाव आयोग के फैसले के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट जाएंगे उद्धव ठाकरे, भाई राज ठाकरे ने कही ये बात
Shiv Sena Verdict: चुनाव आयोग ने महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) को बड़ा झटका दिया है. आयोग ने शिवसेना पार्टी का नाम और चुनाव चिन्ह धनुष बाण मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे (Eknath Shinde) को दे दिया है. इसके साथ ही बाला साहेब ठाकरे की बनाई पार्टी अब उनके बेटे उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) की नहीं रही. जिसे लेकर अब उद्धव गुट चुनाव आयोग के इस फैसले के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट का रुख करेगी.
शिंदे गुट ने चुराया तीर कमान- उद्धव ठाकरे
We will surely go to the Supreme Court against this EC order. We are sure that the SC will set aside this order and that the 16 MLAs will be disqualified by SC: Uddhav Thackeray on EC order that “Shiv Sena” name & “Bow & Arrow” symbol to be retained by Eknath Shinde faction pic.twitter.com/Iqt5VnGUyO
— ANI (@ANI) February 17, 2023
चुनाव आयोग के फैसले पर उद्धव ठाकरे ने नाराजगी जताई है. उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) ने कहा कि निर्वाचन आयोग का यह फैसला लोकतंत्र के लिए खतरनाक है. उन्होंने कहा कि- “एकनाथ शिंदे गुट को असली शिवसेना मानने संबंधी निर्वाचन आयोग के फैसले को वह सुप्रीम कोर्ट में चुनौती देंगे. एकनाथ शिंदे गुट ने तीर-कमान चिन्ह चुराया है और जनता इसका बदला लेगी.”
उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) ने आगे कहा कि- “हम निश्चित तौर पर चुनाव आयोग के इस आदेश के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट जाएंगे. हमें यकीन है कि सुप्रीम कोर्ट इस आदेश को रद्द कर देगा और 16 विधायकों को सुप्रीम कोर्ट द्वारा अयोग्य घोषित कर दिया जाएगा.”
I had said that ECI shouldn't give decision before SC verdict. If party's existence is decided based on number of MLAs & MPs, any capitalist can purchase MLA, MP & become CM:Uddhav Thackeray on EC order that “Shiv Sena” name & “Bow & Arrow” symbol to be retained by Shinde faction pic.twitter.com/3dMsMitrtj
— ANI (@ANI) February 17, 2023
उन्होंने (Uddhav Thackeray) कहा कि- “मैंने कहा था कि चुनाव आयोग को सुप्रीम कोर्ट के फैसले से पहले फैसला नहीं देना चाहिए. यदि विधायकों और सांसदों की संख्या के आधार पर पार्टी का अस्तित्व तय किया जाता है, तो कोई भी पूंजीपति विधायक, सांसद खरीद सकता है और मुख्यमंत्री बन सकता है. उद्धव ने कहा कि भारत में लोकतंत्र नहीं बचा; प्रधानमंत्री को ऐलान करना चाहिए कि देश में तानाशाही शुरू हो गई है.”
शिंदे ने किया फैसले का स्वागत
एक तरफ जहां पार्टी सिंबल को लेकर आयोग के फैसले पर उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) ने नाराजगी जाहीर की है. वहीं, दूसरी ओर महाराष्ट्र के मौजूदा मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे (Eknath Shinde) ने फैसले का स्वागत किया है.
उन्होंने कहा कि- “ये बालासाहेब ठाकरे, सभी निर्वाचित विधायकों-सांसदों और लाखों कार्यकर्ताओं की जीत है. यह जीत लोकतंत्र की है. ईसी का फैसला हमारे पक्ष में गुण-दोष के आधार पर आया है. हमारी सरकार बहुमत के समर्थन, संविधान और जनादेश के आधार पर बनी है.”
राज ठाकरे ने भी कसा तंज
बाळासाहेबांनी दिलेला ‘शिवसेना’ हा विचार किती अचूक होता ते आज पुन्हा एकदा कळलं…. #शिवसेना #बाळासाहेब_ठाकरे #Legacy pic.twitter.com/FxO3wprUUF
— Raj Thackeray (@RajThackeray) February 17, 2023
पार्टी का नाम शिवसेना और चुनाव चिन्ह धनुष बाण को लेकर आयोग के फैसले पर उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) के भाई राज ठाकरे (Raj Thackeray) ने भी प्रतिक्रिया दी है. राज ठाकरे ने बाला साहेब का एक ऑडियो क्लिप शेयर करते हुए कैप्शन में लिखा कि- “बाला साहेब ने शिवसेना को जो आइडिया दिया था वह कितना सही था. आज फिर पता चल गया.”
ऑडियो क्लिप में बालासाहेब यह कहते हुए सुनाई दे रहे हैं कि पैसा आता है और चला जाता है. पैसा जाता है तो इसे कमाया जा सकता है लेकिन एक बार नाम चला गया तो वह कभी वह वापस नहीं आता. इसलिए आप अपना नाम बड़ा रखना. नाम ही सब कुछ है. नाम चला गया तो काले बाजार में भी नहीं मिलेगा. इसलिए अपना नाम पवित्र रखो.
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