रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद असदुद्दीन ओवैसी को याद आया 6 दिसंबर और यह बोले…..
Ram Mandir Pran Pratishtha: अयोध्या में सोमवार (22 जनवरी) को राम मंदिर में भगवान रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद एआईएमआईएम प्रमुख और हैदराबाद सांसद असदुद्दीन ओवैसी का बयान सामने आया है। जहां सारा देश रामलला की प्राण प्रतिष्ठा की खुशियां मना रह है तो वहीं असदुद्दीन ओवैसी जैसे लोग इस पावन अवसर पर फिर सियासत करने में लगे हैं। ओवैसी ने सोमवार (22 जनवरी) शाम 6:45 बजे अपने आधिकारिक X हैंडल पर एक वीडियो अपलोड किया है, जिसमें वह बाबरी मस्जिद का जिक्र करते हुए अफसोस जताते हुए दिख रहे हैं।
यह बोले असदुद्दीन ओवैसी
Also Read: PM मोदी देशभर में शुरू करेंगे यह योजना, 1 करोड़ लोगों को मिलेगा यह लाभ?
असदुद्दीन ओवैसी ने कहा, ”अफसोस यह है कि कोई 6 दिसंबर की बात नहीं करता जब आप इन तमाम सियासी जमातों से पूछेंगे कि क्यों नहीं बात करते हो तो बोलते है- अरे भूल जाओ न भाई तुम लोग। मैं इन लोगों से पूछ रहा हूं, तुम्हारी बाप की मौत को भूल सकते क्या तुम? तुम तुम्हारी मां की मौत को भूल सकते हो क्या? आपने एक सिस्टमेटिक तरीके से इस मस्जिद को छीन लिया और उसके बाद कई सारे इश्यूज पैदा हो गए।”
6 दिसंबर के दिन को जो लोग भूल जाने को कहते हैं मैं उनसे कहना चाहता हूँ "तुम, तुम्हारे बाप या माँ की मौत को भूल सकते क्या?"
pic.twitter.com/n5svHdOr8V— Asaduddin Owaisi (@asadowaisi) January 22, 2024
साजिश के तहत बाबरी मस्जिद को छीना गया
असदुद्दीन ओवैसी ने हाल में कर्नाटक के कलबुर्गी में बात करते हुए भी राम मंदिर पर सवाल उठाए थे। ओवैसी ने कहा था कि ”मुस्लिमों ने 500 वर्षों तक नमाज पढ़ी और व्यवस्थित तरीके से साजिश करके बाबरी मस्जिद को छीन लिया गया। आरोप लगाते हुए बोले कि जब कांग्रेस के जीबी पंत यूपी में सीएम थे तब रात के अंधेरे में वहां मूर्तियां रखी गई थीं। ओवैसी आगे बोले कि उस वक्त वहां के कलेक्टर नायर थे, जिन्होंने मस्जिद बंद करा दी थी और पूजा शुरू करा दी थी।
विपक्षी ने प्राण प्रतिष्ठा से दूरी बनाई
बता दें कि अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण कार्य चल रहा है लेकिन गर्भगृह बनकर तैयार है। राम मंदिर के गर्भगृह में रामलला की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा की गई है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आदि प्राण प्रतिष्ठा के विशेष अवसर पर उपस्थित थे। इस समारोह से कांग्रेस समेत कई विपक्षी दलों ने दूरी बनाई थी। विपक्ष ने रामलाल प्राण प्रतिष्ठा पर सवाल खड़े किए और रामलाल के इस भव्य दिन पर शामिल नहीं हुए।