ईडी अफसरों की जासूसी कराते थे Arvind Kejriwal, ईडी ने अपना पक्ष सुनने की भी की अपील!
Arvind Kejriwal: कल रात दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को गिरफ्तार कर लिया गया है। आज सुप्रीम कोर्ट में अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी के खिलाफ दायर की गई याचिका पर सुनवाई होने वाली है। सुनवाई होने से पहले ईडी ने भी सुप्रीम कोर्ट में कैविएट पेश किया है। ईडी ने ये अपील की है कि सुनवाई के दौरान उनका पक्ष भी सुना जाए। ईडी का कहना है कि अरविंद केजरीवाल पर फैसला देने से पहले ईडी का पक्ष सुनना जरूरी है क्योंकि ईडी के पास अरविंद केजरीवाल के खिलाफ काफी सुबूत हैं। हालांकि केजरीवाल ने सुप्रीम कोर्ट में गिरफ्तारी को दी गई चुनौती वाली अर्जी वापस ले ली है। वहीं अब केजरीवाल को लेकर काफी नए खुलासे भी हो रहे हैं।
बढ सकती हैं केजरीवाल की मुश्किलें
अरविंद केजरीवाल की मुश्किलें बढ़ती नजर आ रही हैं। एक ओर कल दो घंटों की पूछताछ के बाद अरविंद केजरीवाल को शराब घोटाला मामले में गिरफ्तार कर लिया गया। गुरुवार को ईडी की टीम ने केजरीवाल के आवास से कुछ महत्वपूर्ण दस्तावेज भी बरामद किए हैं। इसके बाद उनके वकील रात को ही सुप्रीम कोर्ट में गिरफ्तारी को चुनौती देने के लिए याचिका दायर करने पहुंचे थे। हालांकि सुप्रीम कोर्ट ने मंजूरी नहीं दी। इसके अगले दिन केजरीवाल के वकील सुप्रीम कोर्ट पहुंचे। वहीं ईडी ने भी सुप्रीम कोर्ट से उनका पक्ष सुनन का आग्रह किया। इसके कुछ देर बाद ही केजरीवाल ने अपनी गिरफ्तारी को चुनौती देने वाली याचिका को वापस ले लिया। वहीं अब उनपर नया केस बनता नजर आ रहा है।
ईडी अफसरों की जासूसी कराते थे केजरीवाल
दरअसल अरविंद केजरीवाल पर एक नया आरोप लगा है जिसमें कहा जा रहा है कि अरविंद केजरीवाल प्रवर्तन निदेशालय यानी ईडी के अफसरों की जासूसी करा रहे थे। जांच एजेंसी को इसके सबूत भी मिले हैं। कहा जा रहा है कि ईडी इस संबंध में भी कार्रवाई कतर सकती है। ईडी आज कोर्ट में पहली बार आम आदमी पार्टी के खिलाफ सबूत पेश करेगी। इसके साथ ही ईडी ने गोवा में चुनाव लड़ने वाले आप उम्मीदवारों के बयान भी दर्ज किए हैं। इन उम्मीदवारों ने आम आदमी पार्टी पर आरोप लगाया है कि उन्हें चुनाव लड़ने के लिए पार्टी की तरफ से नकद भुगतान किया गया था। इस बयान के बाद ईडी को आरोप है कि उम्मीदवारों को दिया गया पैसा वही पैसा है, जो दक्षिण भारत के कारोबारियों से एक्साइज पॉलिसी घोटाले में AAP को दिया गया था।
3 जजों की बेंच करेगी सुनवाई
आम आदमी पार्टी ने केजरीवाल की गिरफ्तारी के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में कैविएट दाखिल की। इसके बाद ईडी ने भी इस केस में उनकी बात सुनने की कैविएट दाखिल की है। इस केस की सुनवाई SC में 3 जजों की बेंच करेगी। बता दें कि जस्टिस संजीव खन्ना की स्पेशल बेंच केजरीवाल के इस मामले की सुनवाई करेगी। केजरीवाल के वकील अभिषेक मनु सिंघवी सुबह ही सुप्रीम कोर्ट पहुंच गए थे। इसके बाद चीफ जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ की बेंच ने अरविंद केजरीवाल का केस संजीव खन्ना की बेंच के सामने पेश करने को कहा। अब इस मामले की सुनवाई जस्टिस संजीव खन्ना, जस्टिस एमएम सुंदरेश और जस्टिस बेला एम त्रिवेदी की अगुवाई वाली बेंच करेगी। वहीं, ईडी की टीम केजरीवाल को दोपहर बाद दिल्ली कोर्ट में पेश करेगी और उनकी कस्टडी की मांग करेगी।
मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा नहीं देंगे केजरीवाल
वहीं आम आदमी पार्टी के सभी नेताओं का कहना है कि केजरीवाल अपने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा नहीं देंगे और जेल से ही सरकार चलाएंगे। जबतक वो इस मामले में दोषी नहीं ठहराए जाते है तब तक वो मुख्यमंत्री रहेंगे। हालांकि अगर अरविंद केजरीवाल अपने पद से इस्तीफा नहीं देते हैं तो दिल्ली में संवैधानिक संकट खड़ा होने का खतरा है। क्योंकि उनके जेल में रहने से सरकारी कामकाजों में बाधा आ सकती है। वहीं अगर अरविंद केजरीवाल अपने पद से इस्तीफा दे भी देते हैं, तो भी वो विधायक रहेंगे ही। क्योंकि जनप्रतिनिधि कानून के मुताबिक, किसी विधायक या सांसद को अयोग्य तभी ठहराया जा सकता है, जब किसी आपराधिक मामले में उसे दो साल या उससे ज्यादा की सजा हुई हो।