धार्मिक स्थलों पर दोबारा लाउडस्पीकर लगाए जाने पर Yogi Adityanath ने जताई नाराजगी, अधिकारियों को फटकार लगाते हुए दिए ये निर्देश
उत्तर प्रदेश: यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) ने कल 23 दिसंबर शुक्रवार की शाम अधिकारियों के साथ अहम बैठक की. बैठक के दौरान सीएम योगी ने आगामी त्योहारों और प्रदेश में कानून-व्यवस्था के हालातों की समीक्षा की.
इस दौरान योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) ने प्रदेश में कुछ धर्म स्थलों पर दोबारा लाउडस्पीकर लगाए जाने को लेकर अधिकारियों को फटकार लगाई. इसके साथ इसे रोकने का निर्देश दिया.
लाउडस्पीकर पर सीएम का सख्त निर्देश
अधिकारियों के साथ हुई मीटिंग में सीएम योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) ने कहा कि-कुछ धर्म स्थलों पर दोबारा से लाउडस्पीकर लगाए जा रहे हैं. इस पर नाराजगी जताते हुए मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को तत्काल कार्रवाई करने का निर्देश दिया. कुछ महीने पहले सहज संवाद के जरिए धर्म स्थलों से लाउडस्पीकर हटाए गए थे.
गौरतलब है कि कुछ दिनों पहले लोगों ने जनहित को आगे रखते हुए खुद भी लाउडस्पीकर हटा लिए थे. पूरे देश में इसकी सराहना हुई थी. लेकिन कुछ जिलों में धर्म स्थलों पर फिर से लाउडस्पीकर लगाए जाने की घटना सामने आई है, इसको स्वीकार नहीं किया जाएगा. बैठक में उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक, मुख्य सचिव दुर्गाशंकर मिश्र, प्रमुख सचिव गृह संजय प्रसाद, डीजीपी डीएस चौहान समेत अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे.
शांतिपूर्ण माहौल में मने क्रिसमस- सीएम योगी
समीक्षा बैठक के बाद सीएम योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) ने कहा कि आने वाली 25 दिसंबर को क्रिसमस का फेस्टिवल है. सभी धर्मगुरुओं के साथ संवाद करके शांतिपूर्ण माहौल के बीच त्योहार मनाने की व्यवस्था हो.
इसके साथ ही उन्होंने कहा कि- फेस्टिवल को सकुशल कराने के लिए यह सुनिश्चित किया जाए कि कही पर भी धर्मांतरण की घटना नहीं होने पाए. सीएम ने कहा कि ऐसा करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए.
उतरवाए गए थे 1 लाख से ज्यादा लाउडस्पीकर
गौरतलब है कि यूपी में धार्मिक स्थलों से अवैध लाउडस्पीकर को हटाने और लाउडस्पीकर की आवाज को तय सीमा तक करने का अभियान 25 अप्रैल 2022 से 1 मई तक चला था. इसी साल अप्रैल महीने में यूपी सरकार ने धर्म स्थलों से बड़े पैमाने पर लाउडस्पीकर उतरवाए थे.
जिसपर सीएम योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) ने कहा था कि- धार्मिक आयोजन भी धार्मिक स्थलों के परिसर तक ही सीमित होने चाहिए. सड़कों पर किसी भी त्योहार का आयोजन नहीं होना चाहिए. आम नागरिकों के आने-जाने में कोई परेशानी नहीं होनी चाहिए.