सांसद रमेश बिधूड़ी : जानिए कौन हैं संसद में अमर्यादित बयान देने वाले भाजपा नेता?, इससे पहले भी रह चुके है विवादों में

लोकसभा (Lok Sabha) में चल रहे विशेष सत्र (Special Session) के दौरान चंद्रयान-3 (Chandrayaan-3) की सफलता के बारे में चर्चा के समय भाजपा (BJP) सांसद रमेश बिधूड़ी (MP Ramesh Bidhuri) ने बसपा (BSP) सांसद दानिश अली (MP Danish Ali) के ऊपर अमर्यादित टिपण्णी की. जिसके चलते रमेश बिधूड़ी को लोकसभा की आगे की कार्यवाही से हटा दिया गया है. वही अब भाजपा ने पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा (JP Nadda) के निर्देश पर बिधूड़ी को इस असंसदीय बयान के लिए कारण बताओं नोटिस जारी किया है.
क्या है मामला ?
दरअसल संसद के चल रहे विशेष सत्र के चौथे दिन भाजपा सांसद रमेश बिधूड़ी (MP Ramesh Bidhuri) चंद्रयान-3 की सफलता पर अपना भाषण दे रहे थे. इस दौरान बसपा सांसद दानिश अली ने कुछ सवाल उठाये, जिसको लेकर बीजेपी सांसद चिढ़ गए और बसपा सांसद के लिए अभद्र भाषा का इस्तेमाल करते हुए उन्हें उग्रवादी और आतंकवादी कहा. हालांकि लोकसभा के रिकॉर्ड से विवादित बयान को हटा दिया गया है
उनके इस बयान को लेकर विपक्ष ने भरी हंगामा किया. जिसमे बाद रक्षामंत्री राजनाथ सिंह (Rajnath Singh) ने इस बयान के ऊपर खेद जताया. राजनाथ सिंह ने कहा कि उन्होंने टिप्पणियां तो नहीं सुनीं हैं, लेकिन यदि उन्होंने विपक्षी सदस्यों को आहत किया है तो सभापति से आग्रह है कि उसे कार्यवाही से हटा दिया जाए. वही इसके बाद लोकसभा स्पीकर ओम बिरला (Om Birla) ने भी बिधूड़ी से बात की और उन्हें अपने भाषा पर ध्यान रखने की चेतावनी दी.
पहले भी दे चुके हैं विवादित बयान
यह पहला मौका नहीं है जब भाजपा सांसद रमेश बिधूड़ी अपने बयानों के चलते विवादों में फंसे हो. इससे कुछ समय पहले एक पति-पत्नी अपने बच्चे की स्कुल की समस्या को लेकर उनके पास आई थी तो उन्होंने कहा था कि इतने बच्चे पैदा ही क्यों करते हो? इसके अलावा बिधूड़ी अपने एक बयान को लेकर काफी चर्चा में रहे थे. जिसमे उन्होंने कहा था कि जहां भी मुसलमान अल्पसंख्य होते हैं, वहां मानवाधिकार की बात होती है और जहां बहुमत में आ जाते हैं वहां खूनखराबा शुरू हो जाता है.
विधूड़ी के पास हैं वकालत की डिग्री
दिल्ली में जन्मे रमेश बिधूड़ी के पास बीकॉम और एलएलबी की डिग्री है. उन्होंने अपने प्रोफेशन में खुद को वकील, किसान और सोशल वर्कर बताया है. साल 2003 से लेकर 2008 तक भाजपा दिल्ली प्रदेश उपाध्यक्ष के रूप में काम करने के बाद वो भाजपा दिल्ली प्रदेश महासचिव बनाए गए. 2003 से मई 2014 तक वो दिल्ली से विधायक भी रहे. 2014-2019 में लोकसभा के सदस्य निर्वाचित हुए.
यह भी पढ़ें: ‘नारीशक्ति वंदन विधेयक’ के लोकसभा में पास होने पर पीएम मोदी ने जताई ख़ुशी, ट्वीट कर सांसदों को कहा धन्यवाद