ट्विन टावर्स की जगह अब नई आवासीय परियोजना होगी या होगा मंदिर? आरडब्ल्यूए के हाथ में सबकुछ
Supertech Twin Towers: सुपरटेक मामले में नौ साल बाद अदालती लड़ाई के बाद, नोएडा में एमराल्ड कोर्ट सोसाइटी के निवासियों को अब एक नए फैसले का सामना करने का मौका देगी। जहां अब ध्वस्त हो चुके जुड़वां टावर खड़े थे, वहां अब क्या खड़ा होगा? खबरों की माने तो क्षेत्र के लोगो के लिए मंदिर पर विचार किया जा रहा है।
3 महीनों में हटाया जायेगा मलबा
सुप्रीम कोर्ट द्वारा ट्विन टावर्स (Supertech Twin Towers) अवैध मानने और उन्हें ध्वस्त करने का आदेश देने के बाद, 100 मीटर लंबे ट्विन टावरों को अंततः 28 अगस्त को 3,700 किलोग्राम मूल्य के विस्फोटकों की मदद से गिराया गया। अगले तीन महीनों में कचरे को निर्माण सामग्री में बदलने का ठेका देने वाली रीसाइक्लिंग कंपनी के अनुसार विध्वंस ने लगभग 30,000 टन कचरे को पीछे छोड़ दिया।
आरडब्ल्यूए करेगा फैसला
Supertech Twin Towers: खबरों के अनुसार एमराल्ड कोर्ट के रेजिडेंट वेलफेयर एसोसिएशन (आरडब्ल्यूए) को अभी यह तय करना है कि वह पीछे छोड़ी गई जगह का क्या करना है। कई लोगो का कहना हैं कि इसमें कोई जल्दी नहीं है क्योंकि मलबे को हटाने की प्रक्रिया जारी होने के दौरान चीजों पर विचार करने के लिए अभी पर्याप्त समय है।
मंजूरी मिलने के बाद एक मंदिर के निर्माण की रिपोर्ट पर, एमराल्ड कोर्ट आरडब्ल्यूए के अध्यक्ष ने आईई को बताया कि सभी निवासियों की सहमति लेने के लिए एक “असाधारण आम बैठक” आयोजित की जाएगी। यहां एक पार्क और एक खेल का मैदान भी बनाया जा सकता है। जहां तक मंदिर निर्माण की बात है, सभी निवासियों की एक असाधारण आम बैठक बुलाई जाएगी, जहां सभी निवासियों की सहमति से ही निर्णय लिया जाएगा।
एमराल्ड कोर्ट का हिस्सा
Supertech Twin Towers: सुपरटेक के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक आरके अरोड़ा ने कहा है कि नोएडा ट्विन टावर्स, एपेक्स और सियान दोनो ही नोएडा प्राधिकरण द्वारा आवंटित भूमि पर निर्मित हुए सेक्टर 93 ए के एमराल्ड कोर्ट का ही एक हिस्सा हैं।
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