April 23, 2024

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ब्रिटेन की प्रधानमंत्री Liz Truss ने अपने पद से दिया इस्तीफा, आर्थिक संकट और बढ़ती महंगाई के कारण लिया फैसला

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Liz Truss

Liz Truss Resignation: ब्रिटेन की प्रधानमंत्री लिज ट्रस (Liz Truss) कल गुरुवार को अपने पीएम पद से इस्तीफा दे दिया. उन्होंने देश में बड़े पैमाने पर आर्थिक संकट के बीच इस्तीफा देने का फैसला किया है. इस्तीफा देते समय लिज ट्रस ने कहा कि- इस समय देश आर्थिक तंगी से गुजर रहा है. वहीं, उन्हें अनकी पार्टी में ही विरोध का सामना करना पड़ा है. जिस कारण उन्होंने इस्तीफा देने का फैसला लिया है.

सबसे कम दिनों तक सत्ता संभालने वाली बनी प्रधानमंत्री

बता दें कि ब्रिटेन की पीएम लिज ट्रस (Liz Truss) ने 45 दिनों पहले ही सत्ता संभाली थी. वहीं, अब उनके इस्तीफे के ऐलान के बाद वह ब्रिटेन में सबसे कम दिनों तक प्रधानमंत्री रहने वाली पहली पीएम बन गईं हैं. बता दें कि चुनाव से पहले उन्होंने ब्रिटेन के लोगों से यह वादा किया था कि-अगर वह सत्ता में आती है तो फिर वह कई आर्थिक बदलावों को आगे बढ़ाएंगी, जिसमें टैक्‍स कटौती से लेकर ऊर्जा पर मिली छूट को बंद करना अहम होगा. साथ ही ट्रस ने किसी भी नए टैक्‍स को लगाने से इंकार कर दिया. जिससे महंगाई को नियंत्रित किया जा सके.

हालांकि ऐसा करने में वह नाकाम रही जिसके कारण उन्हें प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा (Liz Truss Resignation) देना पड़ा है.प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद लिज ट्रस (Liz Truss) ने ब्रिटेन के लोगों को संबोधित किया. इस दौरान उन्होंने कहा कि – जिस जनादेश के लिए मुझे चुना गया था मैं उसे पूरा नहीं कर सकती. जिस वजह से मैं अपने प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा दे रही हूं. इस्तीफे से पहले लिज ट्रस को टैक्स कटौती की अपनी सभी नीतियां को वापस लिया. बता दें कि इससे पहले ट्रस ने आर्थिक नीतियों पर यू टर्न लेते हुए माफी मांगी थी.

वहीं, वित्त मंत्री का इस्तीफा ले लिया था. जिसके बाद नए वित्त मंत्री जेरेमी हंट ने लिज ट्रस की टैक्स कटौती की सभी नीतियों को पलट दिया था.

मिनी बजट पेश करने पर हुआ था विरोध

Liz Truss

लिज ट्रस (Liz Truss) ने ब्रिटेन में बढ़ती महंगाई को लेकर 23 सितंबर को एक मिनी बजट पेश किया था. जिसमें कर राजस्व में कटौती अनिवार्य करने का फैसला किया था. उनके इस फैसले के बाद पार्टी के नेताओं ने उनका काफी विरोध किया. लोगों का कहना था कि उनकी इस आर्थिक नीति से देश को नुकसान होगा. वहीं, चुनाव में उनके प्रतिद्वंदी रहे भारतीय मूल के ऋषि सुनक ने भी उनके इस फैसले का आलोचना की थी. उन्होंने कहा था कि-जब ब्रिटेन ऐतिहासिक रूप से मंहगाई का सामना कर रहा है. ऐसे में यह सबसे बुरी चीज थी जो हो सकती थी.

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