Uddhav Thackeray ने गृहमंत्री अमित शाह को दी खुलेआम चुनौती, बीजेपी पर लगाया ये बड़ा आरोप

मुंबई: महाराष्ट्र में सत्ता परिवर्तन के साथ ही उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray), सीएम एकनाथ सिंदे और बीजेपी के बीच जुबानी जंग चल रही है. इस बीच शिवसेना के अध्यक्ष उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) ने केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह (Amit Shah) को चुनौती दी है. उद्धव ने कहा कि मुंबई के साथ शिवसेना का अटूट संबंध है. उन्होंने कहा कि हम महाराष्ट्र निकाय चुनाव और विधानसभा चुनाव में बीजेपी को हरा कर रहेंगे.
मुंबई के साथ अटूट संबंध-उद्धव ठाकरे
शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) ने अमित शाह (Amit Shah) को चुनौती देते हुए कहा कि- मैं अमित शाह को चुनौती देता हूं कि आप अपने चेलों से कहें कि वो एक महीने के अंदर बीएमसी का चुनाव करवाएं. और अगर आप में हिम्मत है तो आप इसी समय राज्य में विधानसभा चुनाव भी करा कर देख लें. शहर के साथ हमारा अटूट संबंध है. उन्होंने कहा कि- हम मुंबई के दैनिक जीवन की गहराईयों से जुड़ा हुआ हूं. जब भी मुंबई को हमारी आवश्यकता होगी, हम मदद के लिए हमेशा तैयार रहेंगे. बता दें कि अमित शाह ने मुंबई दौरे के दौरान उद्धव ठाकरे को निकाय चुनाव में उनकी जगह दिखाने की बात कही थी. जिसपर उद्धव ने पलटवार किया है.
मुस्लिम हमारे साथ- उद्धव ठाकरे
उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) ने आगे कहा कि-मैं अमित शाह से कहना चाहता हूं आप चुनाव से पहले अपने सभी पैतरें इस्तेमाल कर लें. अगर आप हिंदू-मुस्लिम कार्ड खेलने की तैयारी में हैं तो मैं आपको बता देना चाहता हूं कि मुस्लिम हमारे साथ हैं. जहां तक हिंदुओं में चाहे बात मराठी की हो या गैर-मराठी लोगों हमे इन सबका साथ मिला हुआ है. बता दें इससे पहले उद्धव ठाकरे के बेटे आदित्य ठाकरे ने शिंदे सरकार राज्य में चुनाव कराने की चुनौती दी थी. उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) ने आगे बीजेपी पर हमला बोलते हुए कहा कि- महानगर के निर्माण में बीजेपी का कोई योगदान नही है.
2019 विधानसभा चुनाव में साथ लड़ा था चुनाव
आपको बता दें कि दरअसल 2019 में हुए महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में भाजपा और शिवसेना ने साथ मिलकर लड़ा था. जिसमें 288 सीटों में से बीजेपी को 105 और शिवसेना को 55 सीटें मिली थी. जिसके बाद शिवसेना की तरफ से ढाई-ढाई साल के लिए दोनों पार्टी के CM बनाए जाने की मांग सामने रख दी गयी. जबकि बीजेपी का कहना था कि चुनाव के पहले इस तरह की कोई बात नहीं हुई.
शिवसेना की इस मांग पर बीजेपी तैयार नहीं हुई, जिसके बाद उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) ने एनसीपी और कांग्रेस के साथ मिलकर सरकार बना ली थी. वहीं, कुछ समय बाद शिवसेना से अलग गुट बनाते हुए एकनाथ शिंदे ने बीजेपी के साथ मिलकर सरकार बना ली है.