सपा नेता स्वामीप्रसाद मौर्या ने रामचरितमानस को लेकर फिर दिया विवादित बयान, कहा- नवरात्रि पर पाठ कराना योगी सरकार की मजबूरी
Swami Prasad Maurya on Chaitra Navratri: सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्या (Swami Prasad Maurya) ने एक बार फिर रामचरिमानस को लेकर विवादित बयान दिया है. उन्होंने योगी सरकार द्वारा चैत्र नवरात्रि (Chaitra Navratri) पर यूपी के हर जिले में कराए जाने वाले रामायण और दुर्गासप्तशती पाठ के फैसले पर भी सवाल उठाए हैं. गौरतलब है कि योगी सरकार के इस फैसले पर अखिलेश यादव ने भी सवाल उठाए थे.
पाठ कराने को मजबूर सरकार- स्वामीप्रसाद मौर्या
अब पूरे देश में लोगों ने अपने आप रामचरितमानस का पाठ कराना बंद कर दिया, इसलिए सरकार अपने खर्चे से मानस की पाठ कराने पर मजबूर हो रही है। ऐसा करके देश की महिलाओं एवं आदिवासियों, दलितों व पिछड़ो को नित्यप्रति अपमानित करने की साजिश की जा रही हैं। pic.twitter.com/8MGU5iI8W0
— Swami Prasad Maurya (@SwamiPMaurya) March 14, 2023
स्वामी प्रसाद मौर्या (Swami Prasad Maurya) ने कहा कि- “पूरे देश के लोगों ने अपने आप रामचरित मानस का पाठ करना बंद कर दिया है. इसलिए सरकार अपने खर्चे से रामचरितमानस का पाठ कराने को मजबूर हो रही है.” उन्होंने कहा कि- “जो रामचरित मानस का पाठ कराने की बात कर रहे हैं, वो देश की महिला, आदिवासी और पिछड़ों के सम्मान के दुश्मन हैं.”
स्वामी प्रसाद मौर्या (Swami Prasad Maurya) ने आगे कहा कि- “रामचरित मानस में महिलाओं को प्रताड़ित करने, शुद्र समाज को अपमानित करने और जातिसूचक शब्द कहने का काम करती है. उसका पाठ कराने का मतलब सरकार इनके सम्मान की दुश्मन है. इसीलिए इसका बढ़ावा देने के लिए सरकार ने खजाना खोल दिया है. ऐसा करके देश की महिलाओं एवं आदिवासियों, दलितों व पिछड़ो को नित्यप्रति अपमानित करने की साजिश की जा रही हैं.”
आयोजन को लेकर सभी जिलों को फंड