उद्धव ठाकरे या एकनाथ शिंदे किसकी होगी Shiv Sena, कोर्ट आज सुना सकता है फैसला

मुंबई: महाराष्ट्र में सत्ता परिवर्तन के बाद से ही शिवसेना (Shiv Sena) किसकी होगी? इस मामले को लेकर मौजूदा सीएम एकनाथ शिंदे (Eknath Shinde ) और पूर्व उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) के बीच खींचातानी चल रही है. मामले को लेकर आज सुप्रीम कोर्ट में अहम सुनवाई होनी है, जिसमें कोर्ट आज अपना फैसला सुना सकती है. मामले की सुनवाई चीफ जस्टिस एनवी रमन्ना की अध्यक्षता वाली खंडपीठ करेगी. इसके साथ ही एकनाथ शिंदे समेत 16 विधायकों को अयोग्य ठहराने के नोटिस पर भी सुनवाई होनी है.
उद्धव न्यायपालिका पर पूरा भरोसा
इस मामले में आज (23/08/2को 022) से पहले सुप्रीम कोर्ट में अब तक तीन बार सुनवाई हो चुकी है. मामले को लेकर दोनों पक्षों के वकील अपनी-अपनी दलीलें दे चुके हैं. हालांकि अभी तक इस मामले की सुनवाई पूरी नहीं हुई है. चीफ जस्टिस की इसी महीने रिटायरमेंट भी हैं ऐसे में माना जा रहा है कि इस मामले में फैसला पहले आ सकता है. कोर्ट में सुनवाई से पहले महाराष्ट्र के पूर्व सीएम उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) ने कहा कि कोर्ट में जो होगा वो देखा जाएगा. न्यायपालिका पर मुझे पूरा भरोसा है. उन्होंने कहा कि शिवसेना (Shiv Sena) के कार्यकर्ता और जनभावना मेरे साथ है.
इन विधायकों की अयोग्यता पर सुनवाई
उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) द्वारा डाली गई याचिका में मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे (Eknath Shinde ) समेत भरतशेट गोगावले, संदिपानराव भुमरे, अब्दुल सत्तार, संजय शिरसाट, यामिनी जाधव, अनिल बाबर, बालाजी किणीकर, तानाजी सावंत, प्रकाश सुर्वे, महेश शिंदे, लता सोनवणे, चिमणराव पाटिल, रमेश बोरनारे, संजय रायमूलकर और बालाजी कल्याणकर, को अयोग्य घोषित करने की मांग की गई है. कोर्ट में शिवसेना (Shiv Sena) की सुनवाई के बाद इस याचिका पर भी सुनवाई होनी है.
शिंदे की बगावत के बाद उद्धव को देना पड़ा इस्तीफा
कुछ माह पहले एकनाथ शिंदे (Eknath Shinde ) गुट की बगावत के बाद महाराष्ट्र में सियासी भूचाल आ गया था. उद्धव ठाकरे द्वारा बार-बार मनाने पर भी शिंदे कुछ भी सुनने को तैयार नही थे. वहीं, बागी विधायकों की संख्या 50 क पार पहुंच गई. जिसके बाद महाराष्ट्र में सत्ता परिवर्तन हुआ था और सीएम उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) को इस्तीफा देना पड़ा था. वहीं, शिंदे ने बीजेपी के सर्मथन पर सरकार बनाने में कामयाब रहे. शिंदे जहां सीएम की कुर्सी पर बैठे तो पूर्व मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस डिप्टी सीएम बने. जिसके बाद उद्धव और शिंदे दोनों ने खुद को शिवसेना (Shiv Sena) का असली सिपाही बताया. जिसे लेकर आज सुनवाई होनी है.