500 करोड़ रुपये की कीमत, सूरत का परिवार हर गणेश चतुर्थी पर गणपति के आकार का लाता है हीरा

हिंदू भगवान के आकार का 27 कैरेट का हीरा पांडव परिवार को तब मिला था जब वह एक हीरा दलाल के लिए काम कर रहे थे। हर साल सूरत के कतरगाम इलाके में गणेश चतुर्थी (Ganesh Chaturthi) पर गणपति के आकार का यह हीरा बड़ा आकर्षक होता है। 500 करोड़ रुपये का 27 कैरेट का हीरा पांडव परिवार को 16 साल पहले मिला था और हर साल 10 दिनों के त्योहार (Ganesh Chaturthi) के दौरान पूजा के लिए इसे बाहर लाया जाता है। इस वर्ष भी मूर्ति जैसा हीरा एक आकर्षण का केंद्र बन गया है।
डायमंड सिटी
परिवार के अनुसार, उन्हें गणेश जी की यह मूर्ति तब मिली थी जब वह सूरत में एक हीरे के दलाल के लिए काम कर रहे थे, जिसे देश का ‘डायमंड सिटी’ भी कहा जाता है। परिवार ने इसे रखने का फैसला किया और इसे कभी नहीं बेचा।
पूर्ण रुप से प्रमाणित
इतने साल पहले चट्टान को खोजने के बाद, परिवार ने इसे हर साल गणेश चतुर्थी (Ganesh Chaturthi) पर निकाला और इसकी पूजा की है। उन्होंने इसका परीक्षण डायमंड्स ऑफ इंडिया से करवाया, जिसमें पाया गया कि यह हीरा प्राकृतिक रूप से पाया जाता है। परिवार के पास इस बात के प्रमाण भी हैं कि यह एकमात्र ऐसा हीरा उपलब्ध है। परिवार ने कहा कि 27 कैरेट के इस हीरे की कीमत लगभग 500 करोड़ रुपये है। गणेश चतुर्थी के 10 दिन पूरे होने के बाद, परिवार हीरे को दूध में धोकर वापस एक तिजोरी में रख देता है।
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