जानिए, हरियाली तीज का क्या है महत्व, हिंदुओं में और सावन माह में ही क्यों मनाई जाती हैं हरियाली तीज

Hariyali Teej: हिंदू धर्म में हरियाली तीज पर्व का विशेष महत्व है। हरियाली तीज श्रावण मास के शुक्ल पक्ष की तृतीया को कहते हैं। आमतौर पर हरियाली तीज हर साल अंग्रेजी कैलेंडर के मुताबिक जुलाई या अगस्त माह में मनाई जाती है, यह विशेषकर महिलाओं का पर्व है। सावन माह में जब पूरे भारत देश में हरियाली की चादर बिछी रहती है, प्रकृति के इस मनोरम क्षण का आनंद लेने के लिए महिलाएं झूले झूलती हैं, लोक गीत गाकर उत्सव मनाती हैं।
हरियाली तीज (Hariyali Teej) के अवसर पर पूरे भारत देश में अधिकांश स्थान पर मेले लगते हैं और माता पार्वती की सवारी धूमधाम से निकाली जाती है। धार्मिक मान्यता है कि सुहागन स्त्रियों के लिए हरियाली तीज पर्व बहुत मायने रखता है क्योंकि सौंदर्य और प्रेम का यह उत्सव भगवान शिव और माता पार्वती के पुनर्मिलन के उपलक्ष्य में मनाया जाता है।
क्या है शुभ मुहूर्त
हरियाली तीज (Hariyali Teej) की तिथि 31 जुलाई, 2022 को 03:01:48 से आरंभ होगी। और 1 अगस्त, 2022 को 04:20:06 पर तृतीया तिथि समाप्त होगी।
क्यों रखा जाता है हरियाली तीज व्रत
सावन माह में हर तरफ हरियाली होती है, इसलिए इसे हरियाली तीज कहते हैं। इस साल सावन माह की शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि यानी 31 जुलाई 2022 रविवार को हरियाली तीज है। धार्मिक ग्रंथों के अनुसार इसी दिन माता पार्वती ने घोर तपस्या करके भगवान शिव को अपने वर के रूप में प्राप्त किया था, इसलिए इस दिन को विवाहित महिलाएं अपने पति की लंबी उम्र और सुखी दांपत्य जीवन के लिए निर्जला व्रत रखकर भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा करती हैं।
शुभ मुहूर्त, शुभ योग
हरियाली तीज (Hariyali Teej) व्रत पर इस साल वरियान और रवि योग जैसे शुभ योग बन रहे हैं। ज्योतिष के मुताबिक रवि योग 1 अगस्त 2022 को सुबह 2:20 से 6.04 बजे तक रहेगा। इसके अलावा अभिजीत मुहूर्त हरियाली तीज पर दोपहर 12:9 बजे से 1:01 बजे तक रहेगा।
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