पाकिस्तान को उसी के भाषा में जवाब देंगे विदेश मंत्री एस. जयशंकर, कश्मीर और 370 को लेकर उठाया था भारत पर सवाल

United Nations General Assembly: विदेश मंत्री एस जयशंकर (S Jaishankar) आज शनिवार को संयुक्त राष्ट्र महासभा (UN General Assembly) के सत्र को संबोधित करेंगे. संबोधन के दौरान एस जयशंकर (S Jaishankar) कश्मीर मुद्दे पर पाकिस्तान को करारा जवाब दे सकते हैं. बता दें कि पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ (PM Shahbaz Sharif) ने यूएन महासभा की मंच पर कश्मीर और आर्टिकल 370 को लेकर भारत पर सवाल उठाया था. संयुक्त राष्ट्र महासभा में विदेश मंत्री भारतीय समयानुसार शाम 6.30 बजे से संबोधन शुरु करेंगे.
पाकिस्तान के पीएम ने कही थी ये बात
गौरतलब है कि पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ (PM Shahbaz Sharif) ने कहा था कि, हम भारत समेत अपने सभी पड़ोसी देशों के साथ अमन चाहते हैं.हालांकि यह दक्षिण एशिया में शांति और कश्मीर मुद्दे के उचित सामाधान पर निर्भर करती है. उन्होंने संयुक्त राष्ट्र महासभा (UN General Assembly) में यह दावा करते हुए कहा कि, जम्मू-कश्मीर में विशेष दर्जे को बदलने के लिए 5 अगस्त 2019 को भारत के भारत के ‘अवैध और एकतरफा’ कदम ने शांति की संभावनाओं को और कमतर किया है. इसके साथ ही क्षेत्रीय तनाव को भड़काया है.
जम्मू-कश्मीर में बढ़ी सैन्य तैनाती- शहबाज
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ (PM Shahbaz Sharif) ने संयुक्त राष्ट्र महासभा (UN General Assembly) को संबोधित करते हुए तीखे अंदाज में कहा था कि-मुझे लगता है कि ये वहीं वक्त है कि भारत को साफ समझ लेना चाहिए कि दोनों देश हथियारों से लैस हैं. जंग किसी तरह का कोई विकल्प नहीं है. शांतिपूर्ण बातचीत ही इन मुद्दों को हल कर सकती है. उन्होंने कहा कि- भारत ने आर्टिकल 370 हटाने के बाद जम्मू-कश्मीर में अपनी सैन्य तैनाती को बढ़ा दिया है. जिससे वह (जम्मू कश्मीर) दुनिया का सबसे ज्यादा सैन्यीकृत क्षेत्र बन गया है.
पाकिस्तान को मिलेगा करारा जवाब
वहीं, पाकिस्तान के पीएम (PM Shahbaz Sharif) के कश्मीर और शांति के बयान पर सभी की निगाहें विदेश मंत्री एस जयशंकर (S Jaishankar) पर टिकी हुई हैं. बता दें कि संयुक्त राष्ट्र महासभा (UN General Assembly) के 77वें सत्र में हिस्सा लेने के लिए विदेश मंत्री 18 सितंबर रविवार को ही अमेरिका पहुंचे थे. वहीं, आज वह संयुक्त राष्ट्र महासभा के सत्र को संबोधित करेंगे. इस दौरान कश्मीर और शांति का राग अलाप रहे पाकिस्तान को उसी के भाषा में वह करारा जवाब दे सकते हैं. बता दें कि अब तक के उच्चस्तरीय सत्रों में भारत ने आतंकवाद पर लगाम, शांति, रक्षा, कोरोना जैसे मुद्दों पर बेबाकी से अपनी बातों को रखा है.
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