अमेरिका में झलका राहुल गांधी का दर्द, भारत में विपक्ष को लेकर कही इतनी बड़ी बात
इन दिनों अमेरिका की यात्रा पर गए कांग्रेस नेता राहुल गांधी (Rahul Gandhi) अपने बयानों से सुर्खियों में बने हुए हैं। वो लगातार भारत सरकार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) पर हमले कर रहे हैं। उन्होंने (Rahul Gandhi) कल भारतीयों को संबोधित करते हुए कहा था कि भारत में उनका फोन टैप हो रहा है और बोलते बोलते बीच में जेब से फोन निकाल कर बोलने लगे हैलो… मिस्टर मोदी….
कभी नहीं सोचा था- राहुल गांधी
गौैरतलब है कि लोकसभा की सदस्यता जाने के बाद कांग्रेस नेता राहुल गांधी (Rahul Gandhi) की ये पहली विदेशी यात्रा है। अपनी लोकसभा सदस्यता जाने पर उन्होंने कहा कि मुझे नहीं लगता कि 2004 में जब मैंने राजनीति शुरू की, तब मैंने सोचा भी था कि हमारे देश में चल क्या रहा है। यह मेरी सोच के दायरे से भी बाहर था। वो स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी में एक कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि मैंने कभी सोचा भी नहीं था कि मैं पहला व्यक्ति बनूंगा जिसे मानहानि के मामले में सबसे बड़ी सजा मिलेगी और लोकसभा की सदस्यता गंवानी पड़ेगी। राहुल ने आगे कहा कि लेकिन राजनीतिक तौर पर इससे मुझे ज्यादा बड़ा मौका मिला है। शायद उस मौके से भी बड़ा कुछ, जो मुझे संसद में बैठकर मिलते। राजनीति कुछ इसी तरह से काम करती है।
बता दें कि मार्च में राहुल गांधी (Rahul Gandhi) को सूरत ट्रायल कोर्ट के आदेश के अनुपालन में वायनाड लोकसभा सीट से एक सांसद के रूप में अयोग्य घोषित कर दिया गया था। कोर्ट ने उन्हें आपराधिक मानहानि मामले में दोषी ठहराया था और उन्हें दो साल की सजा सुनाई थी। मामले में उन्हें जमानत मिल गई है।
भारत में विपक्ष कर रहा है संघर्ष
राहुल ने (Rahul Gandhi) सरकार को घेरते हुए कहा कि आज भारत में विपक्ष संघर्ष कर रहा है। और ये अभी से नहीं बल्कि ये सब करीब 6 महीने पहले शुरू हुआ था। उन्होंने भारत की एजेंसियों पर भी आरोप लगाते हुए कहा कि भारत में आज कोई भी एजेंसी काम नहीं कर रही है।
उन्होंने कहा कि ऐसा नहीं है कि सिर्फ एक पार्टी को निशाना बनाया जा रहा है। बल्कि सभी विपक्ष पार्टियां तानाशाही से परेशान हैं। जब भी कोई सरकार के खिलाफ बोलता है तो उन संस्थानों पर कब्जा कर लिया जाता है या उनका अस्तित्व खत्म हो जाता है।
मैं किसी का समर्थन मांगने नहीं आया हूं- राहुल गांधी
राहुल गांधी (Rahul Gandhi) से पूछा गया कि क्या वह घरेलू चुनौतियों से निपटने के लिए विदेशी मदद मांग रहे हैं। उन्होंने इनकार करते हुए कहा, ‘मैं किसी से समर्थन नहीं मांग रहा हूं। मुझे पता है कि हमारी लड़ाई, हमारी लड़ाई है। लेकिन हां, यहां भारत के युवा छात्र हैं और मैं उनसे संवाद करना चाहता हूं और ऐसा करना मेरा अधिकार है।’ उन्होंने कहा कि पीएम मोदी को भी लोगों से बातचीत करनी चाहिए और ‘कुछ कठिन सवालों के जवाब देना चाहिए’।
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