6 दिवसीय विदेशी यात्रा पर रवाना हुए पीएम मोदी, इन अहम बैठकों में लेगें भाग
PM Narendra Modi aJapan Visit: इस बार जापान में आयोजित होने जा रही जी7 शिखर सम्मेलन में शामिल होने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज सुबह ही अपनी छ दिवसीय विदेशी यात्रा के लिए रवाना हो गए हैं। जापान में आयोजित जी7 शिखर सम्मेलन के अलावा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) पापुआ न्यू गिनी में आयोजित होने वाली FIPIC III समिट में भी भाग लेंगे।
जी7 में हमारी उपस्थिति उपयोगी साबित होगी
Leaving for Japan, where I will be joining the @G7 Summit in Hiroshima. Looking forward to a healthy exchange of views on diverse global subjects. https://t.co/TYYOLeHAFH
— Narendra Modi (@narendramodi) May 19, 2023
इस दौरान अपनी विदेशी यात्रा से पहले प्रधानमंत्री (PM Narendra Modi) ने अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि वर्तमान समय में हम जी20 की अध्यक्षता कर रहे हैं इससे जापान में होने जा रहे जी7 शिखर सम्मेलन में हमारी उपस्थिति भारत के लिए उपयोगी साबित होगी। उन्होंने कहा कि वो इस यात्रा को लेकर काफी उत्सुक हैं क्योंकि वो दुनिया के सामने आने वाली चुनौतियों और सामूहिक रूप से उनसे निपटने की आवश्यकता पर जी7 देशों और अन्य भागीदारों के साथ विचारों का आदान- प्रदान करेंगे।
साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि मैं हिरोशिमा जी7 शिखर सम्मेलन में भाग लेने वाले कुछ नेताओं के साथ द्विपक्षीय बैठकें भी करूंगा। पीएम ने जापान के प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा से मिलने के लिए अपनी खुशी भी जाहिर की।
किसी भारतीय प्रधानमंत्री की प्रशांत द्वीप राष्ट्र की यह पहली यात्रा
After the Japan visit, will be in Papua New Guinea to take part in the FIPIC Summit, a vital forum to boost multilateral cooperation. There will be productive deliberations on subjects such as sustainable development, climate change, healthcare and more.
— Narendra Modi (@narendramodi) May 19, 2023
पीएम (PM Narendra Modi) ने एक ट्वीट में कहा कि विविध वैश्विक विषयों पर वहां मौजूद लोगों से विचारों के आदान-प्रदान होने की उत्सुकता से प्रतीक्षा कर रहा हुं। वहीं, उन्होंने ट्वीट कर यह भी कहा कि मैं जापान यात्रा के बाद, एफआईपीआईसी शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए पापुआ न्यू गिनी में मौजूद रहूंगा।
यह बहुपक्षीय सहयोग को बढ़ावा देने के लिए एक महत्वपूर्ण मंच है। इस दौरान विभिन्न लोगों से सतत विकास, जलवायु परिवर्तन, स्वास्थ्य देखभाल और अन्य जैसे विषयों पर विचार-विमर्श होगा। किसी भारतीय प्रधान मंत्री द्वारा प्रशांत द्वीप राष्ट्र की यह पहली यात्रा है।
पीएम मोदी FIPIC III समिट के तीसरे शिखर सम्मेलन की मेजबानी करेंगे
वहीं प्रधानमंत्री (PM Narendra Modi) मोदी पापुआ न्यू गिनी के प्रधानमंत्री जेम्स मारपे के साथ 22 मई को संयुक्त रूप से फोरम फॉर इंडिया-पैसिफिक आईलैंड कोऑपरेशन (FIPIC III समिट) के तीसरे शिखर सम्मेलन की मेजबानी करेंगे। उन्होंने कहा कि मैं आभारी हूं कि सभी 14 प्रशांत द्वीप देशों (पीआईसी) ने इस महत्वपूर्ण शिखर सम्मेलन में भाग लेने के निमंत्रण को स्वीकार कर लिया है।
पीएम ने कहा कि FIPIC को 2014 में मेरी फिजी यात्रा के दौरान लॉन्च किया गया था और मैं FIPIC नेताओं के साथ उन मुद्दों पर बातचीत करने के लिए उत्सुक हूं जो हमें एक साथ लाते हैं, जैसे कि जलवायु परिवर्तन और सतत विकास, क्षमता निर्माण और प्रशिक्षण, स्वास्थ्य और कल्याण, बुनियादी ढांचा और आर्थिक विकास विषयों में शामिल हैं।
जी7 में भारत अतिथि देश के रूप में आमंत्रित
विदेश सचिव विनय क्वात्रा ने संवाददाताओं को बताया कि प्रधानमंत्री मोदी 19 मई की सुबह अपनी यात्रा के पहले चरण के लिए जापान के शहर हिरोशिमा के लिए रवाना होंगे, जहां वह दुनिया की विकसित अर्थव्यवस्था वाले देशों के समूह जी-7 के वार्षिक शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेंगे।
उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री मोदी (PM Narendra Modi) जापान के प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा के न्योते पर वहां जा रहे हैं। जापान, जी-7 समूह के मौजूदा अध्यक्ष के रूप में इसके शिखर सम्मेलन की मेजबानी कर रहा है और भारत को इसमें अतिथि देश के रूप में आमंत्रित किया गया है।
विनय ने बताया कि जी-7 समूह की बैठक में प्राथमिकताओं से जुड़े कई विषयों पर चर्चा होगी, जिसमें सम्पर्क बढ़ाने, सुरक्षा, परमाणु निरस्त्रीकरण, आर्थिक सुरक्षा, क्षेत्रीय मुद्दे, जलवायु परिवर्तन, खाद्य एवं स्वास्थ्य तथा विकास के अलावा डिजिटलीकरण, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी जैसे मुद्दे शामिल हैं।
उन्होंने बताया कि भारत तीन औपचारिक सत्र में हिस्सा लेगा, जिसमें प्रथम दो सत्र 20 मई को और तीसरा सत्र 21 मई को आयोजित किया जाएगा। प्रथम दो सत्र के विषय खाद्य एवं स्वास्थ्य और लैंगिक समानता तथा जलवायु परिवर्तन व पर्यावरण होंगे। वहीं, शांतिपूर्ण, टिकाऊ एवं प्रगतिशील विश्व जैसे विषयों को तीसरे सत्र में शामिल किया गया है।