संसद के शीतकालीन सत्र में पीएम ने किया अनुरोध, सभी पेंडिंग कामों को करेंगे पूरा
Parliament Winter Session: संसद के शीतकालीन सत्र की शुरुआत सोमवार (4 दिसंबर) से हो चुकी है। संसद का शीतकालीन सत्र 4 दिसंबर से 22 दिसंबर तक चलने वाला है। आज यानी मंगलवार (5 दिसंबर) को शीतकालीन सत्र का दूसरा दिन है। सत्र में कई प्रमुख विधेयक पेश किए जा सकते हैं। सत्र की शुरुआत से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मीडिया से बात भी की। पीएम ने विपक्ष से गुजारिश की वे विधानसभा चुनाव की हार को भुलाकर संसद सत्र में सकारात्मकता के साथ आगे बढ़ें।
इन नेताओं ने सत्र में लिया हिस्सा
Also Read: यूपी सरकार ने 2024 का छुट्टी कैलेंडर किया जारी, चौधरी चरण सिंह जयंती पर भी मिलेगा अवकाश
लोकसभा में विपक्ष के नेता अधीर रंजन चौधरी, टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा समेत कई सारे विपक्षी सांसदों को सत्र में हिस्सा लेते हुए देखा गया है। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने संसद के दोनों सदनों में राजनीतिक दलों के नेताओं की बैठक की अध्यक्षता की।
पेंडिंग कानूनों को वापस लाने की तैयारी
सरकार के एजेंडे में शामिल विधेयकों में भारतीय न्याय संहिता, 2023, भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता, 2023 और भारतीय साक्षरता अधिनियम, 2023 शामिल हैं। अनुमान लगाया जा रहा है इन विधेयकों को जल्द ही पेश किया जा सकता है। यहां गौर करने वाली बात ये है कि यह अगले साल के आम चुनावों से पहले आखिरी पूर्ण सत्र है और बीजेपी इसमें सभी पेंडिंग पड़े हुए कानूनों को पास करवाना चाहती है।
नेताओं से सहयोग और समर्थन का अनुरोध
संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने कहा कि ‘सरकार संबंधित पीठासीन अधिकारियों द्वारा नियमों के तहत अनुमति के किसी भी मुद्दे पर सदन में चर्चा के लिए हमेशा तैयार है। प्रह्लाद जोशी ने संसद के दोनों सदनों के सुचारू कामकाज के लिए सभी दलों के नेताओं से सक्रिय सहयोग और समर्थन का भी अनुरोध किया।’ संसद के शीतकालीन सत्र का आयोजन ऐसे समय पर हो रहा है, जब रविवार को ही चार राज्यों के नतीजे आए हैं। छत्तीसगढ़, राजस्थान, मध्य प्रदेश में बीजेपी को जीत मिली है, जबकि तेलंगाना में कांग्रेस सरकार बना रही है।