दिल्ली के दरियांगज में हुआ था पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ का जन्म, आधी रात को दी थी परमाणु हमला करने की धमकी
Pervez Musharraf Death: पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ (Pervez Musharraf) का रविवार को दुबई में निधन हो गया. परवेज मुशर्रफ ने लंबी बीमारी के बाद 79 वर्ष की आयु में अंतिम सांस ली. वह अमाइलॉइडोसिस नामक बीमारी से जूझ रहे थे. जिसके कारण उनके अंगों ने काम करना बंद कर दिया था.
मुशर्रफ साल 2001 से 2008 तक पाकिस्तान के राष्ट्रपति रहे. इससे पहले वह पाकिस्तान के सेना प्रमुख भी रहे थे. भारत के साथ कारगिल में हुए युद्ध में परवेज मुशर्रफ (Pervez Musharraf) की भूमिका अहम मानी जाती है. आज हम आपको इस आर्टिकल के माध्यम से उनके बारे में कुछ जानकारी साझा करने जा रहे हैं.
दिल्ली के दरियागंज में हुआ था जन्म
परवेज मुशर्रफ (Pervez Musharraf) का जन्म आजादी से पहले 11 अगस्त सन् 1943 दिल्ली के दरियागंज इलाके में हुआ था. दरियांगज में तत्कालीन गोलचा सिनेमा के पीछे वाले मोहल्ले में सादउल्ला खां स्थित नहर वाली हवेली उनकी पुश्तैनी हवेली थी. मुशर्रफ के पिता सैयद मुशर्रफरुद्दीन ब्रिटिश सरकार में अधिकारी थे.
हालांकि बंटवारे से ठिक पहले उनका परिवार यह हवेली बेचकर पाकिस्तान चला गया. परवेज मुशर्रफ ने भारत में लगभग चार साल का समय बिताया था. हालांकि आजादी के 75 वर्ष में इस मोहल्ले के साथ हवेली का हुलिया पूरी तरह से बदल गया है. जिसे, अब प्रताप मार्ग के नाम से जाना जाता है.
भारत पर दिया था परमाणु हमले की धमकी
भारत और पाकिस्तान के बीच हुए कारगिल युद्ध में परवेज मुशर्रफ (Pervez Musharraf) की भूमिका काफी अहम मानी जाती है. गौरतलब है कि 1999 में भारत और पाकिस्तान की सेना ने कारगिल में एक दूसरे के सामने थी. महज 2 साल के भीतर भारत और पाकिस्तान युद्ध में एक-दुसरे के आमने-सामने थे. इस दौरान परवेज मुशर्रफ भारत पर परमाणु हमला करने का भी विचार किया था. उस समय भारत के प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी जी थे.
मिला था ये जवाब
साल 1999 की आधी रात को उस समय अमेरिका के तत्तकालिन राष्ट्रपती ने अटल जी को फोन कर कहा था कि- परवेज मुशर्रफ (Pervez Musharraf) भारत पर परमाणु हमला करने की बात कर रहे हैं. उस समय लोहा जैसा सीना रखने वाले अटल बिहारी वाजपेयी ने अमेरिका के राष्ट्रपति से कहा था कि वह भारत का 25 प्रतिशत जनता को कुर्बान करने के लिए तैयार हैं. लेकिन मैं एक बात जो आपको बता देना चाहता हूं कि यदि ऐसा होता है तो पाकिस्तान कल का सूरज नहीं देख पाएगा. जिसके बाद मुशर्रफ ने अपने कदम पीछे खींच लिए थे.
अपने ही देश में लगा देशद्रोह का आरोप
आपको बता दें कि साल 2008 में पाकिस्तान में आपातकाल और सैन्य तख्तापलट के बाद परवेज मुशर्रफ (Pervez Musharraf) ने राष्ट्रपति पद से इस्तीफा दे दिया. इसके बाद उनके खिलाफ महाभियोग शुरू हुआ. जिसपर उन्होंने अपने उपर लगे सभी आरोपों को बेबुनियाद बताते हुए ब्रिटेन चले गए. जिसके बाद वह 2013 में चुनाव के लिए देश लौटे. लेकिन इस बीच देशद्रोह के मामले में सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें समन जारी किया.
जिसके बाद वह बीमार होकर अस्फताल में भर्ती हो गए और इलाज कराने की अनुमति लेकर विदेश चले गए। इसके बाद मई 2016 में विशेष अदालत ने उन्हें देशद्रोह के मामले में फरार घोषित कर दिया और मौत की सजा सुनाई.
परवेज मुशर्रफ (Pervez Musharraf) हमेशा एक बार पाकिस्तान वापस लौटना चाहते थे. मुशर्रफ को यह उम्मीद थी कि जब पाकिस्तान में पीटीआई प्रमुख इमरान खान की सरकार बनेगी तो वह देश वापस जा सकेंगे, लेकिन ऐसा हो नहीं सका. हालांकि अब उनकी मौत के बाद देश में ही उनका अंतिम संस्कार होगा. उनका शव दुबई से पाकिस्तान वापस लाया जाएगा.
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