Odisha Train Accident : राहत और बचाव कार्य में जुटी सेना, राज्य में एक दिन के राष्ट्रीय शोक का एलान
Odisha Train Accident : कल यानी शुक्रवार देर रात बालासौर में एक एक्सप्रेस की माला गाड़ी से भीषण टक्कर हो गई थी, जिसमे अब तक आए आंकड़ों के अनुसार लगभग 300 लोगो की मौत हो गई और 900 से भी ज्यादा लोग घायल हो गए है।
ये सदी का सबसे भयानक रेल हादसा (Odisha Train Accident) है। एक मालगाड़ी और दो एक्सप्रेस ट्रेन की टक्कर हुई थी, जिससे इतना बड़ा हादसा हुआ, हादसे के बाद मौके पर बड़े पैमाने पर बचाव और राहत का अभियान शुरू किया गया है।
बचाव के काम में जुटी सेना
सेना भी इस बचाव के काम में जुट चुकी है, वायु सेना के हेलीकॉप्टर यहां तैनात है, 50 से ज्यादा एम्बुलेंस भी यहां मौजूद है। आपको बता दे की ये हादसा (Odisha Train Accident) बालासोर के बहनगाह के पास हुआ और हादसे की जांच के आदेश दे दिए गए है। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव भी बालासोर में इस घटना स्थल पर पहुंच चुके है और उन्होंने कहा की हमारी पूरी कोशिश की सभी घायल यात्रियों को अच्छी से अच्छी स्वास्थ्य सुविधाएं दी जाए।
साथ ही उड़ीसा में एक दिन के राजकीय शोक का ऐलान भी किया गया है। और इस हादसे में मरे लोगो के परिजनों को 10-10 लाख रुपए और गंभीर रूप से घायल लोगो को 2-2 लाख रुपए मुआवजा देना का ऐलान किया गया है। रेलवे की राहत टीम की तरफ से भी 2-2 लाख रुपए देने का ऐलान किया गया है।
प्रधानमंत्री समेत कई नेताओं ने जताया दुःख
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (PM Narendra Modi) समेत कई नेताओं ने इस हादसे (Odisha Train Accident) पर गहरा दुख जताया है। इस दर्दनाक हादसे से पूरा देश सदमे है। एक माला गाड़ी के ऊपर एक्सप्रेस ट्रेन चढ़ गई जिसमे बहुत से मासूमों की जान चली गई, लोगो की लाशे इन ट्रेनों में ऐसे फसी हुई है जिन्हे देखकर दिल दहल जायेगा और मृतकों के परिजनों में से भी बहुत से लोगो को अब तक ये तक नहीं पता है की उनके जानने वाले आखिर किस हाल में है।
आपको बता दे की एक साधारण मालगाड़ी जिसके डिब्बे पहले ही पटरी से उतर गए थे ये हादसा पहले ही हो चुका था मगर तभी शालीमार-चेन्नई सेंट्रल कोरोमंडल एक्सप्रेस जिसे दूसरी पटरी से जाना था मगर वो भी इस मालगाड़ी वाली पटरी पर आ गई, और उसकी गति इतनी तेज थी की वो पटरी से उतरी मालगाड़ी पर चढ़ गई जिसमे से भी लगभग 7 बोगियां नदी में जा गिरी और कुछ बोगियां तीसरी रेल पटरी पर जा गिरी जिससे बेंगलुरु-हावड़ा सुपरफास्ट एक्सप्रेस भी आकर टकरा गई।
क्या ये कोई बड़ी लापरवाही है या सिग्नल की गलत सूचना इसकी पूरी जांच अभी जारी है, मगर इन सबसे पहले राहत बचाव कार्य बहुत बड़े पैमाने पर जारी है।
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