इतने बजे से शुरू होगा नए संसद भवन का उद्घाटन समारोह, जानिए कार्यक्रम का पूरा शेड्यूल
New Parliament Building Inauguration : भारत के नए संसद भवन का उद्घाटन 28 मई 2023 को किया जाएगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) इस भवन (New Parliament Building) का उद्घाटन दोपहर 12 बजे करेंगे। इस कार्यक्रम में लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला के साथ राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश नरायण सिंह भी मौजूद रहेंगे।
सबसे पहले हवन-पूजन का कार्यक्रम
भवन (New Parliament Building) के उद्घाटन समारोह से पहले हवन-पूजन के कार्यक्रम भी होंगे जो कि सुबह 7 बजे से शुरू कर दिया जाएगा। तय समय के अनुसार सुबह 7:30 से 8:30 बजे तक हवन और पूजा किया जाएगा। इसमें प्रधानमंत्री के अलावा और भी सदस्य मौजूद रहेंगे। पूजा स्थल का पंडाल महात्मा गांधी की प्रतिमा के पास लगाया गया है।
पूजा होने के बाद सुबह 8.30 से 9.00 बजे के बीच लोकसभा अध्यक्ष के कुर्सी के पास राजदंड (सेंगोल) को स्थापित किया जाएगा उसके बाद सुबह 9 बजे से 9:30 बजे प्रार्थना सभा आयोजित की जाएगी। इसमें कई विद्वान और संत मौजूद रहेंगे।
12 बजे होगा संबोधन
New Parliament Building : इसके बाद 12 बजे से दूसरे चरण का कार्यक्रम की शुरूआत होगी इस चरण में राष्ट्रगान के बाद दो लघु फिल्में भी दिखाई जाएगी। इसके बाद राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश नरायाण सिंह राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति का संदेश पढ़ेंगे। इस दौरान लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला सभी सदस्यों को संबोधित करेंगे। कांग्रेस अध्यक्ष और राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे का भी संबोधन होगा।
75 रूपये के सिक्के को किया जाएगा रिलीज
इस कार्यक्रम के बीच देश के आजादी के 75 वर्ष पुरे होने पर मनाया जा रहा अमृत महोत्सव कार्यक्रम के तहत 75 रुपये के सिक्के और स्टाम्प को भी रिलीज किया जाएगा। इन सबके बाद अंतिम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सभी को संबोधित करेंगे। संबोधन के बाद प्रधानमंत्री नए संसद भवन का उद्घाटन करेंगे। सुत्रों की माने को दोपहर के लगभग 3 बजे कार्यक्रम का समापन होगा।
गौरतलब है कि कार्यक्रम में सभी सदस्यों और गणमान्य लोगों को आमंत्रण पत्र भेज दिया गया है जिन लोगों को इस कार्यक्रम में बुलाया गया है उनमें तिरुवदुथुराई, पेरूर और मदुरै सहित तमिलनाडु के 20 ‘आदीनम’ भी शामिल हैं।
कल ही केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा था कि स्वतंत्रता आंदोलन में तमिलनाडु की भूमिका को देखते हुए आदिनामों को आमंत्रित किया गया था। आपको बता दें कि ‘आदीनम’ शब्द शैव संप्रदाय के मठों और उससे जुड़े इसके प्रमुखों- दोनों को कहा जाता है।
21 विपक्षी दल कर रहे हैं कार्यक्रम का बहिष्कार
इस कार्यक्रम में लोकसभा और राज्यसभा के सभी दलों और सदस्यों को आंमत्रित किया गया है पर कांग्रेस सहित लगभग 21 विपक्षी दलों ने इस कार्यक्रम का विरोध करते हुए बहिष्कार का ऐलान किया है। विपक्षी दलों ने ये आरोप लगाया है कि नए संसद भवन (New Parliament Building) का उद्घाटन राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से न कराकर उनके पद एवं गरिमा को ठेस पहुंचाया जा रहा है और एक दलित महिला का अपमान भी किया जा रहा है।
इसको लेकर सुप्रीम कोर्ट में भी एक याचिका दायर की गई है। याचिका में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू द्वारा नए संसद भवन (New Parliament Building) के उद्घाटन के लिए लोकसभा सचिवालय को निर्देश देने की माँग की गई है। दलील में कहा गया कि राष्ट्रपति एकमात्र व्यक्ति हैं जो नए संसद भवन का उद्घाटन कर सकती हैं। लोकसभा सचिवालय और लोकसभा महासचिव के पास ऐसा करने का अधिकार नहीं है।
यह भी पढ़ें : अब ये होंगे सीबीआई के नए निदेशक, रह चुके हैं देश के सबसे वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी