UP Madrasa Survey

UP Madrasa Survey: यूपी में शनिवार 10 सितंबर से गैर मान्यता प्राप्त मदरसों के सर्वेक्षण (UP Madrasa Survey) का काम शुरू होगा. बीजेपी के इस फैसले पर विपक्ष पूरी तरह से हमलावर है. मदरसे के मुद्दे पर पहले बसपा प्रमुख मायावती ने बीजेपी सरकार पर निशाना साधा था. जिसके बाद अब एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने बीजेपी पर निशाना साधा है.

5 अक्टूबर तक सर्वे को पूरा करने का निर्देश

UP Madrasa Survey

बता दें कि पिछले दिनों यूपी सरकार (UP government) ने राज्य में गैर मान्यता प्राप्त मदरसों का सर्वे कराने का फैसला लिया था. जिसके बाद आज शनिवार से सर्वे (UP Madrasa Survey) का काम शुरू हो रहा है. राज्य में मदरसों के सर्वे करने की शुरूआत जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी अपनी टीम के साथ करेंगे. इनके साथ शिक्षा विभाग और अल्पसंख्यक कल्याण विभाग के अधिकारी भी मौजूद रहेंगे. शासन की तरफ से 5 अक्टूबर तक सर्वे को पूरा करने का निर्देश दिया गया है. वहीं, 25 अक्टूबर तक शासन को सर्वे का रिपोर्ट भेजी जानी है.

मायावती ने सर्वे को लेकर कही थी ये बात

यूपी सरकार के इस फैसले (UP Madrasa Survey) पर बसपा प्रमुख मायावती (Mayawati) ने ट्वीट कर निशाना साधा था. उन्होंने कहा था कि- “मुस्लिम समाज के शोषित, उपेक्षित और दंगा-पीड़ित होने आदि की शिकायत कांग्रेस के ज़माने में आम रही है, फिर भी बीजेपी द्वारा ’तुष्टीकरण’ के नाम पर संकीर्ण राजनीति करके सत्ता में आ जाने के बाद अब इनके दमन और आतंकित करने (Muslim teasing) का खेल अनवरत जारी है, जो अति-दुखद और निन्दनीय है.”

मायावती (Mayawati) ने आगे लिखा था कि- “इसी क्रम में अब यूपी में मदरसों पर बीजेपी सरकार की टेढ़ी नजर है. मदरसा सर्वे के नाम पर कौम के चन्दे पर चलने वाले निजी मदरसों में भी हस्तक्षेप का प्रयास अनुचित है. साथ ही उन्होंने कहा कि इसके बजाय सरकार को सरकारी अनुदान से चलने वाले मदरसों और सरकारी स्कूलों की बदतर हालत को सुधारने पर ध्यान देना चाहिए.”

मायावती के बाद ओवैसी का हमला

वहीं, मायावती के बाद यूपी सरकार द्वारा गैर मान्यता प्राप्त मदरसों के सर्वें (UP Madrasa Survey) पर असदुद्दीन ओवैसी (Asaduddin Owaisi) ने ट्वीट करते हुए लिखा कि- “मोदी सरकार के मदरसों के आधुनिकरण की योजना के तहत सिर्फ यूपी में और 50,000 शिक्षकों की कुल ₹750 करोड़ तनख्वाह बकाया है. संसद भवन में मैने ही सवाल उठाया था और पूर्व अल्पसंख्यक कार्य मंत्री ने इस सवाल पर मुझे आश्वासन दिया था कि फंड जल्द तक्सीम कर दिए जाएंगे.”

असदुद्दीन ओवैसी (Asaduddin Owaisi) ने अगले ट्वीट में लिखा कि- “टीचरों की ऐसे म’अशी हालात का क्या जिम्मेदार मैं हूं? बकाया फंड देने के लिए सरकार को कौन-से सर्वे की जरूरत है? आधुनिकरण के बहाने मदरसों को निशाना बनाया जा रहा है. बीजेपी शासित राज्यों में मदरसों को निशाना बनाया जा रहा है. जब मैंने इसकी मुखालिफत की तो मुझ पर झूठा इलजाम लगा दिया गया कि मैं मदरसों के आधुनिकरण के खिलाफ हूं.”

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