Manipur Clash: गृहमंत्री अमित शाह के लौटने के बाद एक बार फिर कुकी उपद्रवियों ने की गोलीबारी
Manipur ViolenceManipur Violence : मणिपुर में पिछले एक महीने से लगातार हमले और आगजनी की खबरें आ रही हैं. इसलिए केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Home Minister Amit Shah) वहाँ का जायजा लेने के लिए चार दिनों की मणिपुर यात्रा पर गए थे और यह दावा किया था कि वहां की स्थिति अब सामान्य है. हालाँकि फिर भी बीच-बीच में हमलों की खबरें आती रहीं.
उन्होंने हिंसाग्रस्त मणिपुर (Manipur Violence) की जनता से अपील भी की कि अपने हथियार पुलिस को सरेंडर कर दें. पुलिस के रिपोर्ट के अनुसार इसका असर भी देखने को मिला, लेकिन गृह मंत्री (Home Minister Amit Shah) के मणिपुर छोड़ने के अगले ही दिन फिर से हिंसा की खबरें आने लगी हैं. जो गृह मंत्री की नितियों पर सवालिया निशान खड़ा कर रहें हैं.
फिर हुआ पुलिस और उग्रवादियों के बीच मुठभेड़
केंद्रीय गृहमंत्री (Home Minister Amit Shah) के मणिपुर छोड़ने के बाद शुक्रवार की रात पश्चिमी इंफाल जिले के दो गांवों में हथियारों और बमों से लैश कुकी उग्रवादियों ने हमला किया, जिसमें कम से कम 15 लोग गायल हो गए. फयेंग और कांगचुप चिंगखोंग दो गांवों में तैनात राज्य पुलिस और मणिपुर राइफल्स के कर्मियों ने जवाबी कार्रवाई भी की.
चार घंटे की कड़ी मशक्कत और गोलीबारी के बाद पुलिस ने उग्रवादियों को पास की पहाड़ियों में खदेड़ दिया. इस मुठभेड़ (Manipur Violence) में घायल हुए लोगों को इंफाल के रिजनल इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेस (RIMS) और राज मेडिसिटी ले जाया गया. दो लोगों की हालत फिलहार गंभीर बताई जा रही है.
काकचिंग में पुलिस ने बरामद किए सात शव
पिछले 24 घंटे में पोंबिखोक से नया मामला सामने आया है, हालाँकि इसमें (Manipur Violence) किसी के हताहत होने की खबर नहीं है. मणिपुर पुलिस (Manipur Police), असम रायफल्स (Assam Rifels) और सीमा सुरक्षा बल (BSF) के संयुक्त टीमों ने काकचिंग के सुगनु सेराओ क्षेत्र से सात शव बरामद किए हैं. पुलिस ने बताया है कि शवों को जेएनआईएमएस (JNIMS) के शवगृह में रखा गया है.
ये सभी शव पिछले सप्ताह सुगनू में हुए हिंसा की गोलीबारी में मारे गए उपद्रवियों के हैं. एक महीने पहले शुरू हुए इस हिंसा में अबतक लगभग 100 लोग मारे गए हैं तो वहीं 310 घायल भी हुए हैं. इस हिंसा के दौरान 37,450 लोगों को 272 सुरक्षित कैंपों में रखा गया है और राज्य में शांति स्थापित करने के लिए असम रायफल्स के 10,000 सुरक्षा बलों को तैनात किया गया है.
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