April 23, 2024

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चैत्र नवरात्रि 2023 दिन 3: मां चंद्रघंटा, तिथि, समय, पूजा अनुष्ठान, मंत्र और महत्व

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Chaitra Navratri 2023

Chaitra Navratri 2023 Day 3 : नवरात्रि हिंदुओं के बीच एक महान धार्मिक महत्व रखती है। नवरात्रि जो चैत्र के महीने में आता है उसे चैत्र नवरात्रि के रूप में जाना जाता है। देश भर में बड़ी संख्या में भक्त इस त्योहार को बहुत धूमधाम से मनाते हैं। वे इस शुभ दिन पर प्रार्थना करते हैं और उपवास रखते हैं। नवरात्रि (Chaitra Navratri 2023) का तीसरा दिन समर्पित है देवी चंद्रघंटा को, जो इस वर्ष 24 मार्च 2023 को मनाया जा रहा है।

कौन है मां चंद्रघंटा

Chaitra Navratri 2023

Chaitra Navratri 2023: देवी चंद्रघंटा वह हैं जो इस दुनिया में न्याय और अनुशासन स्थापित करती हैं। देवी चंद्रघंटा मां पार्वती का विवाहित रूप हैं। भगवान शिव से विवाह करने के बाद, देवी ने अपने माथे को अर्धचंद्र से सुशोभित करना शुरू कर दिया। इसलिए देवी पार्वती को मां चंद्रघंटा के नाम से जाना जाता है।

देवी चंद्रघंटा एक शेर पर सवार हैं जो धर्म का प्रतीक है और उनके शरीर का रंग चमकीला सुनहरा है। इनके दस हाथ, तीन आंखें हैं और इनके दाहिने हाथ में त्रिशूल, गदा, तलवार, बाण-धनुष और बाएं हाथ में कमल, और जपमाला जैसे अनेक अस्त्र-शस्त्र हैं। उनके माथे पर घंटे के आकार में एक चंद्रमा स्थापित है। उनका पाँचवाँ बायाँ हाथ वरद मुद्रा के रूप में है और पाँचवाँ दाहिना हाथ अभय मुद्रा के रूप में है।

पूजा अनुष्ठान

Chaitra Navratri 2023

1. भक्त सुबह जल्दी उठकर अच्छे साफ कपड़े पहने।

2. देसी घी का दिया जलाएं, फूल या माला चढ़ाएं

3. सिंदूर या कुमकुम, श्रृंगार का सामान और घर की बनी मिठाई चढ़ाएं।

4. दुर्गा सप्तशती का पाठ और दुर्गा चालीसा का पाठ करें

5. भोग का प्रसाद चढ़ाएं और उसके बाद मां दुर्गा की आरती करें।

6. शाम को सात्विक भोजन कर व्रत तोड़े।

7. प्याज, लहसुन और अन्य तामसिक खाद्य पदार्थों का सेवन न करें

तृतीय नवरात्रि माता मंत्र

Chaitra Navratri 2023

“पिण्डजप्रवरारुढा चण्डकोपास्त्रकैर्युता।

प्रसादं तनुते मह्यां चन्द्रघुण्ते विश्रामुता॥”

“पिंडज प्रवर रूधा चंद कोपास्त्र केयूर्त

प्रसादम तनुते महम चंद्र घंटेति विश्रता..!!”

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