सावन महीने में मां मंगला गौरी व्रत करना है लाभकारी, यह गलतियां कर ना करें भगवान शिव को क्रोधित

Mangla Gauri Fast: इस वर्ष 14 जुलाई से सावन महीने की शुरुआत होने जा रही है। यह महीना शिवभक्तों के लिए खास होता है और शास्त्रों में भी इसे भगवान शिव का सबसे प्रिय महीना माना गया है। सावन के महीने में सोमवार के व्रत और शिव को जल चढ़ाने की महत्ता मानी गई है।
माना जाता है इससे शिव प्रसन्न होते हैं और भक्तों के सभी कष्ट दूर करते हैं। लेकिन सावन में महिलाओं के लिए एक और व्रत बेहद खास होता है। यह है मंगला गौरी व्रत (Mangla Gauri Fast), जिसे सावन के प्रत्येक मंगलवार को रखा जाता है। यह व्रत माता पार्वती के लिए रखा जाता है और मान्यता है कि सावन माह के मंगला गौरी व्रत करने से माता पार्वती प्रसन्न होती हैं और अखंड सौभाग्य का वरदान देती हैं।
मंगला गौरी व्रत की मान्यता
सावन का पहला मंगला गौरी व्रत (Mangla Gauri Fast) कई मायनों में खास है। ज्योतिष के मुताबिक इस दिन सर्वार्थ सिद्धि योग बन रहा है, जो सुबह 05 बजकर 35 मिनट से लेकर दोपहर 12 बजकर 12 मिनट तक है। जैसा कि आप जानते होंगे इस योग में की गई पूजा से सभी मनोकामना पूर्ण होती है। साथ ही इस मुहूर्त में किए गए सभी कार्य सफल होते हैं। इसलिए 19 जुलाई को सर्वार्थ सिद्धि योग में माता पार्वती की पूजा करें और सच्चे हृदय से अपनी मनोकामना पूरी करने की प्रार्थना करें।
अहम बात
इस दिन सुबह 05:35 बजे से दोपहर 12:12 बजे तक रवि योग भी है। इसके अलावा दोपहर को 01 बजकर 44 मिनट से सुकर्मा योग प्रारंभ हो रहा है, जो पूरी रात रहेगा। यह तीनों योग शुभ एवं मांगलिक कार्यों के लिए अच्छे माने जाते हैं। ऐसे में मंगला गौरी व्रत (Mangla Gauri Fast) और माता पार्वती के पूजन से आपको विशेष फल मिलेगा। आमतौर पर सुहागन महिलाएं अपने पति की लंबी आयु और सुखी दांपत्य जीवन के लिए मंगला गौरी व्रत रखती हैं। इस व्रत के प्रभाव से संतान से जुड़ी समस्याएं भी दूर होती हैं।
भगवान शिव का सबसे प्रिय माह
Mangla Gauri Fast: सावन का महीना भगवान शिव को अत्यंत प्रिय है। सावन के महीने में भगवान शिव की विधि-विधान से पूजा अर्चना की जाती है। वहीं सावन में विधिवत पूजा और सोमवार का व्रत रखने से भोलेनाथ बहुत प्रसन्न होते हैं। साथ ही भगवान शिव भक्तों पर अपनी कृपा भी बरसाते हैं। भगवान शिव की कृपा होने से भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूरी होती है। वहीं इस वर्ष सावन का पवित्र महीना 14 जुलाई से शुरु होने जा रहा है। यह सावन का महीना 12 अगस्त तक रहेगा।
सावन के महीने में बिलकुल न करें यह कार्य
Mangla Gauri Fast: शास्त्रों के अनुसार सावन में कुछ बातों का विशेष रूप से ध्यान रखना चाहिए। क्योंकि आपकी एक गलती से भगवान शिव नाराज हो सकते हैं। सावन के महीने में बैंगन का सेवन नहीं करना चाहिए। बैंगन को अशुद्ध सब्जी के रूप में माना जाता है। द्वादशी और चतुर्दशी के दिन बैंगन का सेवन नहीं करना चाहिए। सावन के महीने में शिवलिंग का दूध से जलाभिषेक करना बहुत ही शुभ माना जाता है। इसलिए इस महीने में दूध पीने से भी परहेज करना चाहिए।
भगवान शिव की पूजा करते समय कुछ खास चीजों को अर्पित करने से बचना चाहिए जैसे शिवलिंग पर हल्दी, सिंदूर आदि नहीं चढ़ाना चाहिए। भगवान शिव को बेलपत्र, भांग और धतूरा बहुत ही प्रिय है इसलिए केवल इन्ही चीजों का उपयोग करे। सावन में किसी का भी अपमान नहीं करना चाहिए। वाणी पर संयम रखना चाहिए और वाद-विवाद से भी बचना चाहिए। सावन के महीने में द्वार पर आए गाय या बैल को मारकर नहीं भगाना चाहिए। ऐसे पशुओं को अवश्य ही कुछ खाने के लिए देना चाहिए।
बैल को मारना भगवान शिव की सवारी नंदी के अपमान करने के समान होता है। सावन की महीने में शरीर पर तेल लगाना अशुभ माना जाता है। भगवान शिव को पूजा के दौरान केतकी का फूल नहीं चढ़ाना चाहिए। सावन के महीने में दोपहर के समय में सोने से भी बचना चाहिए।
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