जानिए कौन है अमृतपाल सिंह ? जिसके कहने पर हजारों खालिस्तानी समर्थकों ने साथी को छुड़ाने के लिए थाने पर कर दिया हमला
Amritpal Singh: पंजाब में इन दिनों खालिस्तानी समर्थक अमृतपाल सिंह (Amritpal Singh) और उसके समर्थकों द्वारा उनकी गतिविधियों को लेकर उथल-पुथल मचा हुआ है. इस बीच मुख्यमंत्री भगवंत मान सिंह (Bhagwant Man Singh) ने कहा कि खालिस्तान समर्थकों (Amritpal Singh) को पाकिस्तान और अन्य देशों से पैसा मिल रहा है. उन्होंने कहा कि पंजाब में केवल कुछ लोग ही इनका समर्थन कर रहे हैं. पंजाब पुलिस इस मुद्दे से निपटने में सक्षम है.
क्या है पूरा मामला ?
This is not the opening sequence of RRR; this is the scene just outside Ajnala police station in Amritsar where supporters of Khalistani separatist Amritpal Singh are breaking through barricades armed with swords and guns to get a kidnapper released. pic.twitter.com/UGJakOi8ix
— Anand Ranganathan (@ARanganathan72) February 23, 2023
दरअसल आज से चार दिनों पहले 23 फरवरी गुरुवार को ‘वारिस पंजाब दे’ संगठन से जुड़े हजारों खालिस्तान समर्थकों ने अमृतसर के अजनाला थाने पर हमला कर दिया था. इस दौरान इनके हाथों में बंदूकें और तलवारें भी थीं. ये सभी ‘वारिस पंजाब दे’ के प्रमुख अमृतपाल सिंह (Amritpal Singh) के करीबी लवप्रीत सिंह तूफान की गिरफ्तारी का विरोध कर रहे थे. इनके विरोध का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि इन लोगों ने पुलिस की बैरीकेड को तोड़ते हुए अंदर घुस जाते हैं. जिसमें कई पुलिसकर्मी गंभीर रूप से घायल हो जाते हैं.
वहीं, ‘वारिस पंजाब दे’ के प्रमुख अमृतपाल सिंह (Amritpal Singh) ने पंजाब पुलिस को तूफान सिंह को 24 घंटे के अंदर जल्द से जल्द रिहा कर देने की धमकी दी थी. ऐसा नहीं, करने पर उसने पंजाब सरकार और पुलिस को इसका परिणाम भुगतने की चुनौती तक दे डाली थी. अमृतपाल सिंह ने कहा था कि- जब तक पुलिस लिखित बयान नहीं देती, वे पीछे नहीं हटेंगे. लिखित देने के बाद ही थाना खाली किया जाएगा. लेकिन अजनाला में वे केस रद्द होने तक डटे रहेंगे.
अमृतपाल सिंह (Amritpal Singh) के खालिस्तानी समर्थकों द्वारा किए जा रहे हंगामे को देखते हुए पंजाब पुलिस ने तूफान सिंह को रिहा करने का फैसला किया. पंजाब पुलिस का कहना था कि ‘वारिस पंजाब दे’ द्वारा तूफान सिंह की बेगुनाही के पर्याप्त सबूत पेश किए गए है. जिसे देखते हुए उन्हें रिहा किया जा रहा है.
हंगामे के बाद थाने पहुंचा था अमृतपाल
हंगामे के बाद थाने पहुंचे अमृतपाल सिंह (Amritpal Singh) ने कहा कि- राजनीतिक कारणों से उसके साथी लवली तूफान सिंह पर मुकदमा दर्ज किया गया है. यदि वे एक घंटे में मामले को रद्द नहीं करते हैं, तो आगे जो कुछ भी होगा उसके लिए हम जिम्मेदार नहीं होंगे.
अमृतपाल ने कहा कि-पहले उनके एक साथी को फायरिंग करने के आरोप में गिरफ्तार कर लिया. अब उन पर एक व्यक्ति को मारने-पीटने के आरोप में मामला दर्ज किया गया और तूफान को गिरफ्तार कर लिया गया. ऐसे भी किसी के कहने पर मामला दर्ज हो जाता है.
सीएम मान ने कही ये बात
#WATCH | In wake of the recent turmoil in Punjab regarding Khalistani sympathiser Amritpal Singh & his supporters, CM Bhagwant Mann says, "Do you consider 1000 people, Punjab? It's just a few people funded by foreign, by Pakistan…Their masters want to disturb Punjab…" (26.02) pic.twitter.com/fPoroeM9sZ
— ANI (@ANI) February 27, 2023
अमृतपाल सिंह (Amritpal Singh) के धमकियों को मुख्यमंत्री भगवंत मान सिंह (Bhagwant Man Singh) ने ज्यादा तवज्जो नहीं दी. उन्होंने कहा कि- जो लोग सिखों के पवित्र ग्रंथ को ढाल के रूप में पुलिस थाने ले गए, उन्हें पंजाब का वारिस नहीं कहा जा सकता.
मान ने कहा कि- हम कभी भी किसी को भी शांतिपूर्ण माहौल खराब करने की अनुमति नहीं देंगे. बता दें कि उन्होंने यह सभी बातें राजस्थान में एक विवाह समारोह में शामिल होने के बाद मीडिया को संबोधित करते हुए कही.
कौन है अमृतपाल सिंह?
आपको बता दें कि अमृतपाल सिंह (Amritpal Singh) अमृतसर जिले के जल्लूपुर खेड़ा गांव का रहने वाला है. उसकी तुलना पंजाब में मशहूर खालिस्तानी समर्थक जरनैल सिंह भिंडरावाले से होती है. 18 साल की उम्र में अमृतपाल काम करने के लिए दुबई चला गया. 2022 में वह भारत वापस लौटा, जिसके बाद उसने वारिस पंजाब दे को ज्वॉइन कर लिया.
अमृतपाल सिंह (Amritpal Singh) भिंडरावाले को अपना गुरु मानता है. वह समय- समय पर पुलिस और सरकारों को चुनौती देता रहता है. उसका मानना है कि सिक्खों के साथ अन्याय हुआ है. जिसके लिए वह इन लोगों के लिए एक अलग देश खालिस्तान की मांग करता रहता है.