September 30, 2023

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Karwa Chauth 2023 : इस साल करवाचौथ के दिन बन रहे 3 ख़ास संयोग, सुहागन महिलाओं को इन बातों का ध्यान रखना जरूरी

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Karwa Chauth 2023

Karwa Chauth 2023 : करवाचौथ भारत में सुहागन महिलाओं के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण व्रत मन जाता हैं. इसको महिलाएं अपने पति की लम्बी उम्र के लिए रखती हैं. यह पर्व पूरे देश के अधिकतर हिस्सों में मनाया जाता है. सुहागन महिलाएं करवाचौथ (Karwa Chauth) का पूरे वर्ष बहुत  बेसब्री  से इंतज़ार करती  हैं. इस व्रत के लिए महिलाएं बहुत दिन पहले से ही तैयारियां करने लग जाती हैं. आपको बता दें कि यह पर्व सिर्फ भारत की महिलाओं के लिए ही महत्त्वपूर्ण नही हैं बल्कि कुछ महिलाएं विदेशों में भी इस पर्व को मनाती हैं .

 क्यों मनाया जाता है करवाचौथ?

KarwaChauth

सनातन में करवाचौथ (KarwaChauth) का बहुत ही महत्त्व माना जाता हैं, आपको बता दें कि सुहागन स्त्रियों के लिए यह व्रत बहुत ही महत्वपूर्ण व्रत होता हैं. सुहागन महिलाओं के लिए यह व्रत किसी त्यौहार से कम नही होता हैं. करवाचौथ के दिन महिलाएं पूरे दिन का निर्जला उपवास करके अपने पति की लम्बी आयु की कामना करती है ताकि पति पत्नी का साथ जन्मो जन्म तक बना रहे. यह व्रत सिर्फ सुहागन स्त्रियों के लिए ही नही बल्कि जिन लड़कियों का विवाह तय हो जाता हैं, वो भी इस व्रत को रखती हैं .

बता दें कि करवाचौथ व्रत रखने कि शुरुवात महाभारत काल से शुरू हुई थी. श्री कृष्ण के कहने पर सबसे पहले द्रौपदी ने पांडवो के लिए यह व्रत रखा था. द्रौपदीके व्रत रखने के बाद ही पांचों पांडवो को युद्ध के समय आंच भी नही आयी थी, उनके प्राण बच गए थे.  इस व्रत को करने से सुहागन महिलाओं के  वैवाहिक जीवन में भी खुशहाली आती हैं.

व्रत खोलने से पहले किसकी होती है पूजा?

KarwaChauth

करवाचौथ व्रत सुहागन स्त्री अपने पति की लम्बी आयू के लिए रखती हैं. बता दें कि इस दिन सुहागन स्त्रियां सुबह सूर्योदय होने से पहले सरगी खाती हैं और सरगी खाने के बाद व सूर्योदय होने के बाद न तो सुहागन महिलाएं पूरे दिन कुछ खा सकती हैं न कुछ पी सकती हैं. रात्रि के समय जब चाँद आता हैं तब महिलाएं पहले चाँद को अर्घ्य देती हैं. उसके बाद वह अपने पति की पूजा कर उनके हाथ से पानी पीती हैं. उसके बाद ही व्रत को पूरा माना जाता हैं, बता दें कि यदि महिला चाँद देखने से पहले अपना व्रत खोल लेती हैं तो यह व्रत खंडित हो जाता हैं. इस व्रत में भगवान गणेश, भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा कि जाती हैं.

2023 मे कब मनाया जाएगा करवाचौथ?

हर साल कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी को करवाचौथ मनाया जाता है. इस साल करवा चौथ के दिन सर्वार्थ सिद्धि समेत 3 शुभ योग बन रहें.ज्योतिषाचार्यों के मुताबिक इस साल करवा चौथ का व्रत 1 नवंबर को पड़ेगा. हिन्दू पंचांग के अनुसार कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष कि चतुर्थी 31 अक्टूबर रात्री 9 बजकर 3 मिनट से प्रारंभ होगा जोकि, 9 नवम्बर रात्रि 9 बजकर 19  मिनट पर समाप्त होगा.

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