International Malala Day 2022 : जानें 12 जुलाई को ही क्यों मनाया जाता है मलाला दिवस? क्या है इस दिन का इतिहास और सबकुछ

International Malala Day 2022: हर साल दुनियाभर में 12 जुलाई को अंतरराष्ट्रीय मलाला दिवस (International Malala Day) के रूप में मनाया जाता है। इस दिन पाकिस्तान (Pakistan) की युवा समाज सेवी नोबेल पुरस्कार (Nobel Award) विजेता मलाला यूसुफजई (Malala Yousafzai) का जन्मदिन होता है।
मलाला ने तालिबान (Taliban) के खिलाफ युवा लड़कियों को शिक्षा (Education) प्रदान करने के लिए आवाज उठाई थी, जिसके कारण उन्हें सिर में गोली भी मारी गई थी। मलाला दिवस को महिलाओं और बच्चों (Women and Children) के अधिकारों के सम्मान में सेलिब्रेट किया जाता है।
कौन है मलाला यूसुफजई ?
International Malala Day: मलाला यूसुफजई का जन्म 12 जुलाई 1997 में पाकिस्तान की स्वात घाटी में हुआ था। मलाला को कभी भी स्कूल जाने की अनुमति नहीं मिली थी, क्योंकि तालिबान ने पाकिस्तान में लड़कियों के स्कूल जाने पर प्रतिबंध लगा दिया था। हालांकि, मलाला ने इस तालिबानी फरमान के खिलाफ जाकर घर पर रहने से इनकार कर दिया और लड़कियों के लिए शिक्षा के अधिकार की वकालत की।
तालिबान का अटैक
International Malala Day: लड़कियों की शिक्षा के लिए चलाए गए अभियान की वजह से साल 2012 में तालिबान ने मलाला के सिर में गोली मार दी थी। मलाला ने इस घटना के बारे में बताया था, “अक्टूबर 2012 में पाकिस्तानी तालिबान का एक सदस्य मेरी स्कूल बस में चढ़ा और मुझे गोली मार दी। गोली लगने से मेरी बाईं आंख, खोपड़ी और दिमाग बुरी तरह प्रभावित हुआ. मेरे चेहरे की नसें, कान का परदा और मेरा जबड़ा तोड़ दिया गया था. पता नहीं मैं जिंदा कैसे बच गई.”
समाजसेवी मलाला
International Malala Day: इस हमले ने मलाला को पूरी तरह बदल दिया था, वो ठीक होकर जब वापस आईं तो उनके विचारों में उग्रता दिखाई दी। मलाला ने महिलाओं और लड़कियों की शिक्षा के लिए आवाज उठाई। साल 2013 में मलाला ने संयुक्त राष्ट्र महासभा के विशेष सत्र को संबोधित किया था.
संयुक्त राष्ट्र ने पाकिस्तान की बाल एवं महिला अधिकार कार्यकर्ता मलाला युसुफजई के जन्म दिन को इस दिवस के रूप में घोषित किया है। मलाला और उनके पिता ने ‘मलाला फंड’ की स्थापना की है, जो युवा लड़कियों को स्कूल जाने में मदद करता है।
सबसे युवा नोबेल पुरस्कार विजेता
मलाला यूसुफजई को पाकिस्तान सरकार ने 2012 में राष्ट्रीय युवा शांति पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। दिसंबर 2014 में, मलाला को नोबेल शांति पुरस्कार से सम्मानित किया गया। मलाला ने सबसे कम उम्र में नोबेल शांति पुरस्कार प्राप्त किया था। साल 2017 में मलाला को संयुक्त राष्ट्र शांति दूत के रूप में नामित किया गया था। मलाला को उनके कार्य और साहस के लिए 40 से अधिक पुरस्कार और सम्मान प्राप्त हो चुके हैं।
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