जेपी आंदोलन को लेकर Amit Shah और Nitish Kumar ने एक-दूसरे पर साधा निशाना, शाह ने कहा- सत्ता के लिए कांग्रेस की गोदी में जा बैठे हैं लोग
बिहार: कल 11 अक्टूबर को लोकनायक जय प्रकाश नारायण (JP Narayan) की जयंती थी. इस अवसर पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) जेपी नारायण के गांव सिताब दियारा पहुंचे थे. वहां अमित शाह (Amit Shah) ने जय प्रकाश नारायण के प्रतिमा की स्थापना की. इस दौरान उन्होंने एक बार फिर राज्य के सीएम नीतीश कुमार (Nitish Kumar) पर जमकर हमला बोला है. जिसपर नीतीश कुमार ने भी शाह को अपने अंदाज में जवाब दिया है.
शाह ने नीतीश कुमार पर बोला हमला
जेपी का नाम लेकर राजनीति में आये लोग अब पांच-पांच बार पाला बदलकर जेपी के सिद्धांतों को दरकिनार कर चुके हैं।
और आज सत्ता सुख के लिए उसी कांग्रेस की गोदी में बैठ गए हैं। pic.twitter.com/cGH5XXH8gq
— Amit Shah (@AmitShah) October 11, 2022
बिहार दौरे पर गए गृहमंत्री अमित शाह (Amit Shah) ने बिना नाम लिए ही सीएम नीतीश कुमार (Nitish Kumar) पर जमकर हमला बोला. शाह ने कहा कि- जिन लोगों का आजादी की लड़ाई से कोई मतलब ही नहीं रहा हो आज वे लोग जेपी नारायण के नेतृत्व में आंदोलन की बात करते हैं. स्वतंत्रता के आंदोलन में कोई भूमिका नहीं थी. गृहमंत्री ने आगे नीतीश पर तंज कसते हुए कहा कि- जेपी का नाम लेकर राजनीति करने वाले लोग पांच-पांच बार पाला बदलकर उनके सिद्धांतों को नकार चुके हैं. सत्ता सुख के लिए आज वह लोग कांग्रेस की गोदी में बैठे हैं.
आजादी के बाद सत्ता का किया परित्याग- अमित शाह
लोकनायक जेपी ने देश की आजादी के लिए क्रांति भी की, गाँधीजी के रास्ते पर भी चले और आजादी के बाद एक सन्यासी की भांति सत्ता का परित्याग करते हुए आचार्य विनोबा भावे के सर्वोदय आंदोलन के साथ जुड़कर जीवन भर भूमिहीनों, गरीबों, दलितों एवं पिछड़ों के कल्याण के लिए लड़ते रहे। pic.twitter.com/DcFGBLvN1Q
— Amit Shah (@AmitShah) October 11, 2022
गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) ने जेपी नारायण के बारे में बोलते हुए कहा कि-जेपी नारायण महात्मा गांधी के रास्ते पर चले. इसके साथ ही उन्होंने देश की आजादी के लिए क्रांति में भी बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया. आजादी के बाद उन्होंने सत्ता का परित्याग करते हुए आचार्य विनोबा भावे के सर्वेदय आंदोलन के साथ जुड़कर जीवन भर भूमिहीनों गरीबों दलित एवं पिछड़ो के कल्याण के लिए लड़ाई लड़ते रहे. शाह के इस बयान पर नीतीश कुमार (Nitish Kumar) ने चुटकी लेते हुए कहा कि वे 1974 में हुए जेपी आंदोलन के बारे में बोलना चाहते हैं. इसके बार में वह जानते ही क्या हैं? वह कितने साल के हैं.
बीजेपी के लिए किसी के मन में सम्मान नहीं- नीतीश कुमार
नीतीश कुमार (Nitish Kumar) ने अमित शाह (Amit Shah) के बयानों का जवाब देते हुए कहा कि- वह 2002 के बाद ही मुख्य धारा में आए हैं. उस समय नरेंद्र मोदी गुजरात के मुख्यमंत्री हुआ करते थे. तब उनका क्या स्टैंड था और वह उससे पहले कहां थे. नीतीश ने आगे कहा कि- बीजेपी अब वैसी नहीं रही जैसी अटल बिहारी बाजपेयी और लालकृष्ण आडवाणी के समय हुआ करती थी. पिछली पीढ़ी के नेताओं में अच्छे गुण थे. जिसके कारण विरोधी दल के लोग भी उनका सम्मान करते थे. लेकिन आज इन लोगों के लिए किसी के मन में भी कोई सम्मान नहीं है. इन लोगों को किसी भी चीज के बारे में कोई जानकारी नहीं है.
महात्मा गांधी को किन लोगों ने मारा- नीतीश कुमार
वहीं, अमित शाह (Amit Shah) द्वारा स्वतंत्रता लड़ाई और महात्मा गांधी वाले बयान का जवाब देते हुए नीतीश कुमार (Nitish Kumar) ने कहा कि- जब 1974 में जेपी आंदोलन हुआ था. उस समय छात्र कार्यकर्ताओं की 14 सदस्यीय समिति ने आंदोलन की अगुवाई की थी. जिसका वह (नीतीश कुमार) हिस्सा रहे हैं. इस दौरान उन्होंने आपातकाल के दौरान जेल की यात्रा भी की.
अब वे (बीजेपी) लोग इतिहास और चीजों को बदलना चाहते हैं जिनका स्वतंत्रता आंदोलन से कोई लेना-देना नहीं था. वहीं, महात्मा गांधी के बारे में कहा कि- जिन्होंने (महात्मा गांधी) स्वतंत्रता आंदोलन का नेतृत्व किया था. उस बापू को किन लोगों ने मरवा दिया? उनकी कथनी और करनी में अतंर होता है इसलिए किसी को भी उन लोगों के साथ नहीं जुड़ना चाहिए.
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