Yogi Adityanath ने अपने हाथों से पिलाया चण्डी और भवानी को दूध, नवरात्रि के दिन कन्याओं की पूजा कर पखारा पांव
उत्तर प्रदेश: यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) बुधवार को गोरखपुर के शहीद अशफाक उल्ला खान जूलॉजिकल पार्क पहुंचे थे. यहां योगी आदित्यनाथ ने वन्य जीव प्राणी सप्ताह 2022 समारोह में हिस्सा लिया. इस दौराने उन्हें तेंदुए के बच्चे को दुध पिलाते और उसे दुलारते हुए देखा गया. कार्यक्रम के दौरान सीएम ने शावकों का नामकरण भी किया. गौरतलब है कि योगी का जानवरों के प्रति लगाव और दुलार जगजाहिर है.
शावकों का किया नामकरण
#WATCH | Uttar Pradesh CM Yogi Adityanath visits Saheed Ashfakulah Khan Zoological Park & veterinary hospital in Gorakhpur, feeds milk to leopard cubs pic.twitter.com/O2wljxg3we
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) October 5, 2022
बता दें कि हाल ही में गोरखपुर के शहीद अशफाक उल्ला खान जूलॉजिकल पार्क में सफेद तेंदुए ने दो शावकों को जन्म दिया था. वहीं, कार्यक्रम में हिस्सा लेने पुहंचे सीएम योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) ने दोनों मादा शावको का नाम चण्डी और भवानी रखा. नामकरण करने के साथ ही योगी ने नन्हें शावको को अपने हाथों से दूध पिलाया. इसके बाद उन्हें दुलारते हुए मादा तेंदुए के बाड़े में छोड़ दिया. इस दौरान गोरखपुर से सांसद रवि किशन समेत बीजेपी के कई नेता मौजूद रहें.
प्राणियों की रक्षा के लिए संकल्पित होने की जरूरत-योगी
रामराज्य की भावना के अनुरूप हो प्रत्येक प्राणी का संरक्षण…
यही सनातन संस्कृति है। pic.twitter.com/1qXW2IcUHE
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) October 5, 2022
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) ने वन्य जीव प्राणी सप्ताह समारोह में कार्यक्रम को संबोधित भी किया. संबोधन के दौरान उन्होंने कहा कि- विजयदशमी का पर्व हमें केवल मानवमात्र की रक्षा की प्रेरणा ही नहीं देता बल्कि संपूर्ण प्राणियों की रक्षा और संरक्षण के लिए संकल्पित होने के लिए प्रेरित करता है. ऐसे में इसे लेकर हमें संकल्पित होने की जरूरत है. यही रामराज्य की संकल्पना भी है.
सीएम योगी ने किया कन्या पूजन
बता दें कि इससे पहले मंगलवार को नवरात्रि के अवसर पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) ने गोरखनाथ मंदिर में कन्या पूजन के साथ ही विशेष पूजा किया था. कन्या पूजन के दौरान मुख्यमंत्री ने छोटी बच्चियों के पांव पखारे, आरती की और उन्हें दक्षिणा स्वरुप उपहार भी दिए. पूजन के बाद उन्हें अपने हाथों से भोजन भी परोसा. इस दौरान मुख्यमंत्री के साथ मंदिर के अन्य पुजारी भी शामिल रहे. उसके बाद सीएम ने परम्परानुसार गोरक्षपीठाधीश्वर के तौर पर बटुक पूजा की.