PM Modi: बजट सत्र के शुरुआत से पहले बुधवार (31 जनवरी, 2024) को नई दिल्ली संसद भवन परिसर में मीडिया को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने बिना किसी का नाम लिए विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि ”कुछ सांसद जानबूझकर सदन में हुड़दंग और लोकतंत्र का ‘चीरहरण’ करते हैं। ऐसे सांसदों को आत्ममंथन करने की जरूरत है।” प्रधानमंत्री ने यह भी कहा कि ‘‘विपक्ष को हुड़दंग नहीं बल्कि सरकार की नीतियों की तीखी आलोचना करनी चाहिए।” पीएम ने बजट को लेकर नसीहत देते हुए कहा कि ”बजट पेश होने जा रहा है, इस पर विपक्ष को अच्छी बहस करनी चाहिए।” पीएम ने कहा कि” इस बार का बजट परंपरा के अनुरूप होगा। प्रधानमंत्री ने अपनी बात समाप्त करते हुए कहा-”सभी को मेरा राम-राम।”
भारत नई ऊंचाइयों के साथ आगे बढ़ रहा
PM ने कहा कि ”सांसदों को सोचना चाहिए कि आखिरी 10 साल में उन्होंने क्या किया। बजट सत्र पश्चाताप का अवसर है। मेरा सभी सांसदों से अनुरोध है कि उत्तम से उत्तम परफॉर्म करें और इस मौके को जाने न दें।” मीडिया से पीएम ने कहा कि ”’इस बार वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण दिशा-निर्देशक बातों के साथ बजट पेश करेंगी। यह मेरा दृढ़ विश्वास है कि देश हर दिन नई ऊंचाइयों को प्राप्त करते हुए आगे बढ़ रहा है। सर्वस्पर्शी, सर्वांगीण और सर्वसमावेशी विकास हो रहा है। लोगों के आशीर्वाद के साथ यह यात्रा ऐसे ही जारी रहेगी।”
महिला आरक्षण कानून की दी बधाई
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कहा कि ”बीता साल भारत के लिए ऐतिहासिक उपलब्धियों से भरा रहा। सांसदों को महिला आरक्षण कानून बनाने के लिए बधाई देती हूं।” राष्ट्रपति ने एशियन गेम्स के इतिहास में सबसे अधिक मेडल, चंद्रयान-तीन की सफलता का जिक्र भी किया। वहीं राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने जैसे ही राम मंदिर का जिक्र किया मौजूद सांसदों ने मेज थपथपाकर और बधाई दी। उन्होंने कहा कि ”राम मंदिर की आकांक्षा सदियों से थी, जो इस साल पूरी हुई है।”
नए कानून का किया जिक्र
राष्ट्रपति मुर्मू ने अपने भाषण में कहा कि- ”गुलामी के दौर में बने कानून अब इतिहास का हिस्सा बन चुके हैं। तीन तलाक की कुप्रथा को खत्म करने के लिए सरकार ने कड़े कानूनी प्रावधान किए। उन्होंने नारी शक्ति वंदन अधिनियम, क्रिमिनल जस्टिस सिस्टम, डिजिटल पर्सनल डेटा प्रोटेक्शन अधिनियम, नेशनल रिसर्च फाउंडेशन अधिनियम, जम्मू और कश्मीर आरक्षण कानून, सेंट्रल यूनिवर्सिटी कानून में संशोधन, परीक्षा में नकल रोकने पर सख्ती के लिए नया कानून बनाने का जिक्र तक किया।” राष्ट्रपति ने कहा कि ”केंद्र सरकार ने जम्मू कश्मीर से आर्टिकल-370 हटाने, तीन तलाक के विरुद्ध कड़ा कानून, पड़ोसी देशों से आए पीड़ित अल्पसंख्यकों को नागरिकता देने वाला कानून बनाए हैं।”
बजट से नहीं कोई उम्मीदें
पीएम मोदी के संबोधन पर आपत्ति जताते हुए कांग्रेस के राज्यसभा सांसद राजीव शुक्ला ने कहा कि ”राष्ट्रपति वही भाषण पढ़ती हैं जो सरकार उन्हें पढ़ने के लिए देती है। यह अंतरिम बजट है इसलिए हमें इससे ज्यादा उम्मीदें नहीं हैं। सरकार से भी कुछ उम्मीद नहीं है।”
Also Read: Budget 2024: रक्षा के क्षेत्र मे आत्मनिर्भर भारत पर जोर, डिफेंस बजट में मिले 6.2 लाख करोड़ रुपए