अरविंद केजरीवाल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लिखा पत्र, दिल्ली का बजट पास करने के लिए हाथ जोड़कर लगाई गुहार
Arvind Kejriwal Letter To PM Modi: दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखा है. जिसमें उन्होंने पीएम मोदी से दिल्ली का बजट नहीं रोकने को लेकर गुहार लगाई है.
अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) ने पीएम को लिखे पत्र में कहा है कि- “ऐसा देश के 75 साल के इतिहास में पहली बार हो रहा है जब किसी राज्य के बजट को रोक दिया गया है. आप हम दिल्ली वालों से क्यों नाराज हैं? प्लीज दिल्ली का बजट मत रोकिए. दिल्ली वाले आपसे हाथ जोड़कर प्रार्थना कर रहे हैं, हमारा बजट पास कर दीजिए.”
केंद्र पर बजट पास नहीं करने का आरोप
दरअसल आज दिल्ली विधानसभा में जो बजट पेश होना था. जिसे, उपराज्यपाल ने कुछ टिप्पणी के साथ 9 मार्च को मंजूरी देकर अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) के पास फाइल भेजी थी. जिसके बाद सीएम ने कानून के मुताबिक राष्ट्रपति की मंजूरी मांगते हुए पत्र को केंद्रीय गृह मंत्रालय को भेज दी.
केंद्रीय गृह मंत्रालय ने अपनी टिप्पणी के बारे में दिल्ली सरकार को 17 मार्च को अवगत कराया था. जिसपर दिल्ली के बजट में कई ऐसे प्रावधान थे जिन्हें चिन्हित करते हुए गृहमंत्रालय ने उस पर जवाब मांगा था. जिसपर आप सरकार ने केंद्र पर आरोप लगाया कि वह दिल्ली का बजट पास नहीं होने दे रहे.
एलजी ने आप के दावे को किया खंडन
हालांकि वहीं, उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना (Vinay Kumar Saxena) ने अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) के इस दावे का खंडन किया है. उन्होंने कहा कि- “एलजी सचिवालय को सोमवार की रात 9:25 बजे फाइल प्राप्त हुआ.
जिसके बाद उन्होंने रात 10:05 बजे मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को वापस भेज दिया. बता दें कि दिल्ली विधानसभा का मौजूदा बजट सत्र 23 मार्च को समाप्त होने वाला है. वहीं, अभी तक मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने उपराज्यपाल को फाइल नहीं भेजी है.”
वित्त मंत्री ने कही ये बात
वहीं, इस मामले पर दिल्ली के वित्त मंत्री कैलाश गहलोत (Kailash Gehlot) का कहना है कि- “केंद्रीय गृह मंत्रालय को 10 मार्च को ही बजट भेज दिया गया था. लेकिन उन्हें इस बात की जानकारी हुई है कि केंद्रीय गृह मंत्रालय ने दिल्ली सरकार के बजट को लेकर कुछ चिंता जाहिर की थी और मंजूरी देने से मना कर दिया था.”
उन्होंने कहा कि- “केंद्रीय गृह मंत्रालय ने मुख्य सचिव को 17 मार्च को चिट्ठी भेजकर अवगत कराया था. लेकिन रहस्यमई कारणों के चलते मुख्य सचिव ने 3 दिन तक इस चिट्ठी को छुपाया और मुझे इस चिट्ठी के बारे में आज 20 मार्च दोपहर 2:00 बजे ही पता चला है.”