अरुणाचल पहुंचे अमित शाह ने चीन को दिया करारा जवाब, कहा- अब वो जमाना नहीं रहा… सुई की नोक भर भी कोई नहीं ले सकता जमीन
Amit Shah Visit Arunachal Pradesh: केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह (Amit Shah) आज 10 अप्रैल सोमवार से दो दिवसीय अरुणाचप प्रदेश के दौरे पर हैं. दौरे पर गृहमंत्री प्रदेश के किबिथू में ‘वाइब्रेंट विलेज प्रोग्राम’ के साथ कई विभिन्न विकास परियोजनाओं का शुभारंभ किया.
इस दौरान अमित शाह (Amit Shah) ने प्रदेश के कुछ हिस्सों को अपना बताने वाले ड्रैगन (चीन) को करारा जवाब दिया. बिना नाम लिए शाह ने कहा कि- “अब कोई भी सीमा पर आंख उठाकर नहीं देख सकता. अब वो जमाना चल गया.”
‘सुई की नोक भी जमीन कोई नहीं ले सकता’
Speaking at the launch of ‘Vibrant Villages Programme’ from Kibithoo, the border village of Arunachal Pradesh and India’s easternmost place. #VibrantVillagesProgram https://t.co/MRbQxWzMkW
— Amit Shah (@AmitShah) April 10, 2023
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए अमित शाह (Amit Shah) ने कहा कि- “भारत की सीमाएं पूरी तरह सुरक्षित हैं और कोई भी हमारी जमीन पर कब्जा नहीं कर सकता.” शाह ने कहा कि- “आज पूरा देश अपने घरों में चैन की नींद सो रहा है क्योंकि हमारे ITBP के जवान और सेना सीमाओं पर दिन-रात निगहबानी कर रहे हैं.
किसी में हम पर बुरी नजर डालने की हिम्मत नहीं है.” उन्होंने कहा कि- “सुई की नोक बराबर भूमि पर भी कोई अतिक्रमण नहीं कर सकता. वो जमाने चल गए जब भारत की भूमि पर कोई अतिक्रमण कर सकता था.”
अरुणाचल में घर लेने की जताई इच्छा
अमित शाह (Amit Shah) ने आगे कहा कि- “आज मैंने यहां आते समय सैकड़ों झरने देखे.” उन्होंने कहा कि- “मैंने यहां उतरते ही मुख्यमंत्री पेमा खांडू से कहा कि यहां पर एक घर ले लीजिए. जब मैं बूढ़ा हो जाऊंगा तो यहां पर रहने आऊंगा.”
शाह ने कहा कि- “भगवान परशुराम ने अरुणाचल को नाम दिया था. कश्मीर से लेकर कन्याकुमारी तक हर बच्चा अरुणाचल को सूर्यदेव की पहली किरण की धरती के नाम से जानता है. अरुणाचल भारत माता के मुकुट का एक दैवितमान मणि है.”
अरुणाचल अंतिम नहीं पहला गांव- अमित शाह
अमित शाह (Amit Shah) ने कहा कि- “पहले जब मध्य भारत से कोई आता था तो कहता था कि वो भारत के अंतिम गांव से होकर आया, लेकिन अब मैं जाकर अपनी पोती को बताऊंगा कि मैं भारत के पहले गांव से होकर आया हूं. ये कॉन्सेप्चयूअल चेंज हैं. दिल्ली में बैठे हुए नेताओं के आलस्य और गलत दृष्टिकोण की वजह से ये क्षेत्र विवादित और उग्रवाद से ग्रस्त था. आज विवाद और उग्रवाद खत्म हो रहे हैं.”
शाह के दौरे पर चीन ने जताई थी आपत्ति
For the third time in six years, China has announced Chinese names for geographical features in Arunachal Pradesh, reiterating its claim to the entire Indian state. https://t.co/nsk2I3Vmxf
— The Wire (@thewire_in) April 4, 2023
गृहमंत्री अमित शाह (Amit Shah) के अरुणाचल प्रदेश के इस दौरे को लेकर आपत्ति जताई थी. चीनी विदेश मंत्री के प्रवक्ता ने कहा था कि- इस यात्रा ने चीन की क्षेत्रीय संप्रभुता का उल्लंघन किया है और वे इसका विरोध करते हैं. बता दें कि अमित शाह ने जिस किबिथू गांव में ‘वाइब्रेंट विलेज प्रोग्राम’ की शुरुआत की है वो चीन की सीमा से एक किलोमीटर दूर है.
गौरतलब है कि दरअसल, चीन (China) के नागरिक मामलों के मंत्रालय ने 1 अप्रैल को अरुणाचल प्रदेश के लिए 11 जगहों के मानकीकृत नाम जारी किए, जिसे वह स्टेट काउंसिल, चीन की कैबिनेट की जारी भौगोलिक नामों पर नियमों के अनुसार ‘तिब्बत का दक्षिणी भाग ज़ंगनान’ बताया था.
इस लिस्ट में दो रिहाइशी इलाक़े, पांच पर्वत चोटियां, दो नदियां और दो अन्य इलाक़े शामिल हैं. बीते छह सालों में ये तीसरी बार है जब चीन ने अरुणाचल प्रदेश की जगहों के नाम बदले हैं. लिस्ट के साथ मैप भी जारी किया गया था.